दिल्ली में फायरिंग करने के बाद झज्जर में छिपे बदमाश, पुलिस ने अवैध हथियारों सहित पकड़े

punjabkesari.in Wednesday, Nov 03, 2021 - 04:32 PM (IST)

झज्जर (प्रवीण कुमार): दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में मित्तल स्वीट्स कार्नर पर फायरिंग कर दहशत फैलाने वाले बदमाश झज्जर आ छिपे, लेकिन पुलिस की चुस्ती व दक्षता के चलते इन्हें समय रहते काबू कर लिया गया। जिसके चलते यह बदमाश अन्य कोई बड़ी वारदात करने के अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पाए। जो बदमाश पुलिस की गिरफ्त में आए है उनमें दिल्ली के रानीखेड़ा का रहने वाला सोनू व झज्जर के गांव मातन का रहने वाला अर्जुन उर्फ मोनू उर्फ मजबूरी शामिल है। इनकी गिरफ्तारी की सूचना एएसपी अमित कुमार व डीएसपी राहुलदेव शर्मा ने झज्जर लघुसचिवालय स्थित कार्यालय में की। 

डीएसपी राहुल देव शर्मा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गत दिवस शाम के समय उन्हें डायल नंबर-12 पर एक सूचना मिली थी कि झज्जर गुरूकुल के पास एक बदमाश छिपा हुआ है, उसके पास हथियार हो सकते हैं। इसी सूचना पर पुलिस हरकत में आई और मौके पर पहुंच कर पुलिस ने एक बदमाश को पहले और दूसरे को उसकी निशानदेही पर दूसरी जगह से काबू कर लिया। 

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पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद इनके कब्जे से एक 9 एमएम, एक 32 बोर व दूसरा 315 बोर का हथियार बरामद किया। पूछताछ के दौरान ही खुलासा हुआ कि पकड़े गए यह बदमाश दिल्ली के नंदू गैंग व अमित गुलिया गैंग से सम्बन्ध रखते हैं। इस गैंग ने नजफगढ़ दिल्ली के मित्तल स्वीट्स कार्नर से फिरौती की रकम मांगी थी। जिसको लेकर एक पर्ची भी पीड़ित के यहां डलवाई गई थी, लेकिन जब फिरौती की रकम नहीं मिली तो आरोपियों ने दहशत फैलाने के लिए वहां स्वीट्स कार्नर पर फायरिंग की और झज्जर आ छिपे। यहां पुलिस की चुस्ती के चलते इन्हें दबोच लिया गया। 

डीएसपी ने यह भी बताया कि जिस बंदे ने इन्हें हथियार उपलब्ध कराए थे वह नवादा का रोहित है, जिसे दिल्ली पुलिस ने दबोच लिया। उन्होंने बताय कि पकड़े गए इन बदमाशों में से अर्जुन दिल्ली के मैंटल मर्डर का आरोपी है, जोकि जेल में बंद था, लेकिन कोरोना काल में पैराल पर आने के बाद वह वापस नहीं गया। डीएसपी ने बताया कि आरोपियों से अन्य मामलों की
पूछताछ की जा रही है।


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Content Writer

vinod kumar

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