कोरोना की मार से नहीं उबर पा रहा जींद डिपो, 5 बसों को मिले महज 88 पैसेंजर
punjabkesari.in Friday, May 29, 2020 - 11:09 AM (IST)
जींद (जसमेर) : हरियाणा रोडवेज का जींद डिपो कोरोना संक्रमण की मार से नहीं उबर पा रहा है। सोमवार से जींद डिपो के अधिकारी जींद के साथ लगते दूसरे जिलों के रुटों पर रोडवेज बसों को चलाने के भरपूर प्रयास कर रहे हैं, मगर बसों के लिए यात्री नहीं मिल रहे। वीरवार को जींद डिपो से 5 बसों को रुटों पर निकाला गया और उनमें केवल 88 पैसेंजर ही सवार हुए। इससे हालात को बेहतर समझा जा सकता है कि कोरोना संक्रमण से डरे हुए लोग फिलहाल रोडवेज जैसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करने को कतई तैयार नहीं है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बजाय लोग मई की तपती गर्मी और झुलसा देने वाली लू के बावजूद बाइक या फिर अपने कार से सफर करना ज्यादा पसंद करते है।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन में सबसे पहले रोडवेज की बस सेवा बंद की गई थी। रोडवेज की बस सेवा के साथ-साथ निजी बसों को भी बंद करवा दिया गया था। अब लॉकडाउन-4 में रोडवेज बसों को चुनिंदा रुटों पर चलाने के आदेश प्रदेश सरकार ने दिए तो जींद डिपो के अधिकारियों ने भी जींद जिले की सीमा से लगते रोहतक, हिसार, कुरुक्षेत्र, सिरसा, सोनीपत के लिए टाइम टेबल तैयार कर उसे ऑनलाइन बुकिंग के लिए ऑनलाइन कर दिया। सोमवार से इन रुटों पर बस सेवा शुरु है, लेकिन यात्री नहीं मिल रहे। यात्रियों को लेकर स्थिति कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा इस बात से लगया जा सकता है कि बुधवार को जींद से 5 रुटों पर जींद डिपो की बसें रवाना की गई। इन 5 बसों को कुल मिलाकर 88 पैसेंजर ही मिल पाए। इसमें सबसे ज्यादा पैसेंजर जींद से पंचकूला के लिए गई बस में थे। इस बस के यात्रियों की संख्या 30 थी।
जींद-रोहतक रुट पर सुबह साढ़े 7 बजे रवाना की गई बस को 19 यात्री मिले। इसी रुट पर सुबह साढ़े 10 बजे बस भेजी गई तो उसमें केवल 16 यात्री सवार हुए। जींद- हिसार रुट पर सुबह साढ़े 7 बजे चालई गई बस को केवल 13 यात्री मिले। जींद-कुरुक्षेत्र रुट पर सुबह साढ़े 8 बजे बस भेजी गई तो वह केवल 10 यात्रियों को लेकर बस अड्डे से रवाना हुई। जींद-सोनीपत रुट के लिए रोडवेज बसों को यात्री नहीं मिलने से उसे रद्द करना पड़ा है।
यात्रियों के लिए अभी रोडवेज बसों को करना होगा और इंतजार
कोरोना को लेकर हालात अभी सामान्य नहीं हुए है। लोग रोडवेज बसों में सफर करने से साफ बच रहे है। जहां तक संभव है लोग अपनी बाइक या कार से ही सफर करते है। भले ही इस समय मई की झुलसा देने वाली गर्मी पड़ रही है और लू चल रही है लेकिन लोग इसके बावजूद रोडवेज बसों के बजाय अपनी बाइक पर सफर करने को प्राथमिकता दे रहे है। इसकी वजह यह है कि रोडवेज बसों में सफर करने से लोगों को फिलहाल कोरोना संक्रमण होने का डर सता रहा है।
यही डर यात्रियों को बस अड्डों पर आने और बसों में सफर करने से रोकत रहा है। यात्रियों के लिए रोडवेज बसों को अभी और लंबा इंतजार करना होगा। पहले यात्री रोडवेज बसों के लिए इंतजार करते थे और बस नहीं मिलती थी। कोरोना संक्रमण के कारण हालात यू-टर्न ले गए है। अब यात्रियों को ले जाने के लिए रोडवेज की बसे तो है, लेकिन इन बसों में सफर करने के लिए यात्री नहीं मिल रहे है।