NDA की बैठक में JJP को मिले निमंत्रण से गठबंधन की ‘गांठ’ खुलने के नहीं नजर आते कोई आसार!
punjabkesari.in Monday, Jul 17, 2023 - 09:56 PM (IST)

चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा) : हरियाणा में पिछले पौने चार वर्ष से भाजपा के साथ गठबंधन सरकार में सहयोगी जननायक जनता पार्टी के भाजपा से अलग होने को लेकर पिछले कई समय से चल रही चर्चाओं पर हालांकि स्वयं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पिछले माह विराम लगा दिया था मगर अब जिस तरह से एन.डी.ए. द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मंगलवार को नई दिल्ली में होने वाली बैठक में जजपा को भी घटक दल के रूप में आमंत्रित किया गया है, उससे पूरी तरह से साफ हो गया है कि हरियाणा में फिलहाल गठबंधन टूटने का कोई आसार नजर नहीं आता। जजपा की ओर से एन.डी.ए. की इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय सिंह चौटाला शामिल होंगे। सियासी सूत्रों का कहना है कि बेशक जजपा को घटक दल के रूप में एन.डी.ए. की बैठक में आमंत्रित किए जाने के बाद गठबंधन की गांठ खुलने की आशंकाओं पर विराम लग गया है मगर अभी इस बात पर संशय बरकरार है कि आगामी विधानसभा चुनाव में दोनों दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे अथवा आमने-सामने मैदान में उतरेंगे।
खास बात ये है कि पिछले कुछ समय से गठबंधन टूटने को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार काफी गर्म रहा है और इस दौरान भाजपा व जजपा के प्रदेश नेतृत्व द्वारा एक दूसरे पर प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से की गई टिप्पणियों ने भी इन चर्चाओं को और गर्मा दिया था। भाजपा नेताओं द्वारा तो यहां तक कहा गया था कि गठबंधन सरकार चलाने का है न कि पार्टियों का कोई आपसी समझौता है। यहां तक कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी एक साक्षात्कार के दौरान पैंशन के मुद्दे पर साफ किया था कि सरकार भाजपा की है और जजपा सहयोगी है, ऐसे में पैंशन जैसे मुद्दे पर फैसला हम लेंगे। मुख्यमंत्री के इस वक्तव्य की वीडियो क्लिप खूब वायरल हुई थी और इसके बाद तो गठबंधन टूटने की चर्चाएं तेजी से चलीं मगर पिछले माह मुख्यमंत्री ने स्वयं ये कह कर चर्चाओं को समाप्त कर दिया कि गठबंधन सरकार मजबूती से चल रही है। अब जिस तरह से घटक दल के रूप में जजपा एन.डी.ए. की बैठक में शामिल होगी उससे इस बात पर पक्की मुहर लगी है कि गठबंधन सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
ऐसे हुआ था भाजपा-जजपा में गठबंधन
गौरतलब है कि वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 90 सीटों में से 40 हासिल हुई जबकि कांग्रेस 31, जजपा 10, 7 निर्दलीय और 1 पर इनैलो व 1 सीट पर हलोपा ने जीत हासिल की थी। बहुमत से थोड़ा दूर रुकी भाजपा को यूं तो सरकार बनाने के लिए निर्दलीय विधायकों ने बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान कर दिया था मगर 10 सीटों को जीतने वाली जजपा के साथ भाजपा ने स्थाई सरकार देने के मकसद से गठबंधन कर लिया था और भाजपा व जजपा में गठबंधन करवाने में गृह मंत्री अमित शाह की ही अहम भूमिका थी। गठबंधन के चलते अक्तूबर 2014 में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में हरियाणा में दूसरी बार सरकार बनने पर जजपा की ओर से दुष्यंत चौटाला को सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया गया जबकि उनकी पार्टी से अनूप धानक राज्यमंत्री बनाए गए और पिछले वर्ष देवेंद्र बबली को भी जजपा कोटे से कैबिनेट मंत्री बनाया गया। इसके अलावा निर्दलीय विधायकों में से रानियां विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए चौ. रणजीत सिंह भी सरकार में शामिल हैं और उन्हें प्रदेश का बिजली व जेल मंत्री बनाया हुआ है। गठबंधन की बात करें तो जजपा पिछले करीब पौने 4 साल से सत्ता में सहयोगी दल के रूप में काम कर रही है।
फील्ड में अलग अलग दम दिखा रहे गठबंधन के नेता
बेशक एन.डी.ए. की मंगलवार को होने वाली बैठक में घटक दल के रूप में जजपा को आमंत्रित किया गया है और इस बैठक में जजपा की ओर से अजय चौटाला व पार्टी के एक अन्य नेता शिरकत करेंगे और बैठक में एन.डी.ए. की आगामी चुनावी रणनीति पर चर्चा होगी मगर पिछले कुछ समय से जिस तरह से भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा पार्टी की हरियाणा इकाई को सभी 10 संसदीय सीटें जीतने का लक्ष्य दिया गया है उसे देखते हुए पार्टी ने हरियाणा में अपनी पूरी ताकत लगानी शुरू कर दी है। एक ओर जहां भाजपा प्रदेश की सभी 10 संसदीय सीटों पर रैलियां कर चुकी है तो वहीं जजपा भी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर अपना अलग से दम दिखा रही है। जजपा द्वारा जहां सोनीपत संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाले जुलाना में रैली की जा चुकी है तो वहीं 30 जुलाई को पार्टी द्वारा फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र में रैली की जाएगी। इसके अलावा पार्टी के छात्र विंग इनसो द्वारा अपने स्थापना दिवस पर 6 अगस्त को हिसार में बड़ा आयोजन किया जा रहा है। इस प्रकार दोनों ही दल गठबंधन सहयोगी होने के बावजूद संसदीय चुनावों के मद्देनजर फील्ड में अपना अलग अलग शक्ति प्रदर्शन करने में जुटे हुए हैं।
गठबंधन को लेकर हमारे मन में नहीं है कोई संशय : दुष्यंत चौटाला
मंगलवार को दिल्ली में होने वाली एन.डी.ए की बैठक को लेकर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का कहना कि इस बैठक में जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय सिंह चौटाला और पार्टी के एक अन्य सदस्य हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि एन.डी.ए द्वारा बैठक करना अच्छी बात है क्योंकि अगला वर्ष चुनावी साल है इसलिए बेहतर तालमेल के लिए यह बैठक जरूरी है। दुष्यंत चौटाला ने यह भी कहा कि भाजपा-जजपा ने प्रदेश में विकास के पॉजिटिव विजन और स्थाई सरकार देने के लिए गठबंधन किया है। गठबंधन को लेकर हमारे मन में कोई संशय नहीं है। उन्होंने कहा कि चुनाव में गठबंधन आगे कैसे बढ़ेगा, इस पर दोनों दलों का नेतृत्व विचार-विमर्श करेगा और यह भविष्य की बात है। विपक्षी दलों की बैठक पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पिछली बैठक में शामिल हुए दो नेताओं ने इस बैठक में भाग नहीं लिया है। अगर इस तरह से विपक्ष एक होकर धीरे-धीरे बिखर रहा है तो ये विपक्षी दलों का गठबंधन कमजोर होना ही दर्शाता है।
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