झलकारी बाई राज्यस्तरीय जयंती समारोह में सीएम ने की शिरकत, कहा-संत-महापुरुषों के जीवन से रुबरू कराना सरकार का उद्देश्य

punjabkesari.in Monday, Nov 20, 2023 - 01:56 PM (IST)

पलवल(रुस्तम जाखड़): जिले के दुधौला गांव में बने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के परिसर का मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लोकार्पण किया। इसके बाद सीएम विरांगना रानी लक्ष्मीबाई की सेनापति रही झलकारी की जयंती पर आयोजित राज्यस्तरी कार्यक्रम में पहुंचे। झलकारी बाई जयंती पर आयोजित रैली में मुख्यमंत्री मनोहर लाल का विभिन्न संस्थाओं ने जोरदार स्वागत किया।

पलवल के हुड्डा सेक्टर 2 में आयोजित वीरांगना झलकारी बाई की जंयती समारोह में मुख्यमंत्री के अलावा तमाम भाजपा के दिग्गज नेता मौजूद रहे। जिसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी, सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, मंत्री बनवारी लाल व मूलचंद शर्मा, राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पवार, विधायक दीपक मंगला, प्रवीण डागर, जगदीश नायर, नरेंद्र गुप्ता, नयनपाल रावत, सीमा त्रिखा, राजेश नागर, नरेन्द्र गुप्ता शाहिद पूर्व व मंत्री पूर्व विधायक भी मौजूद हैं।

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जयंती समारोह में झलकारी बाई के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई गई है। सीएम का कहना है कि संत-महापुरुषों के जीवन से रुबरू कराना सरकार का एक उद्देश्य है। ये रेली भी उसी सोच पर की जा रही है। इस समारोह में प्रदेश के कोने-कोने से लोग पहुंचे हैं। 

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इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के निर्माण पर तीन चरणों में 1 हजार करोड़ रूपए खर्च किए जाएगें। पहले चरण में 426 करोड़ रुपए की परियोजना के तहत अभी तक 357 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि नए परिसर में 10 ब्लॉक का लोकार्पण किया। जिसमें 6 शैक्षणिक ब्लॉक हैं। इसमें 69 क्लास रूम हैं और अधिकतर स्मार्ट क्लासरूम हैं। इनमें कंप्यूटर लैब भी हैं और एक प्रशासनिक भवन है। जिसका नाम तक्षशिला रखा गया है। एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बन कर तैयार हो गया है। इसमें  लैब, सोलर लैब, एडवांस इलेक्ट्रिक लैब, इलेक्ट्रोनिक लैब, वेल्डिंग लैब हैं।

इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्र एवं छात्राओं के लिए 2 छात्रावास बन कर तैयार हो गए हैं। इनमें 500-500 बेड की क्षमता है। विश्वविद्यालय परिसर में 1.2 मेगा वाट का सोलर प्लांट लगाया गया है। इसके साथ ही एसटीपी भी स्थापित किया जा रहा है। जल शोधन करके उसे कृषि और बागवानी में इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही वाटर हार्वेस्टिंग का भी बंदोबस्त किया गया है।

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Content Editor

Saurabh Pal

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