सेना से मिली एके-47 से पांच हत्या कर चुका है मनोज भाटी का हत्यारा, जेल में हुई थी मांगरिया से दोस्ती

punjabkesari.in Sunday, Dec 27, 2020 - 08:02 PM (IST)

फरीदाबाद (सूरजमल): फरीदाबाद के गांव अमीपुर निवासी व पूर्व सांसद राजकुमार सैनी की पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ चुके युवा नेता मनोज भाटी की हत्या के मामले में बड़े रोचक तथ्य सामने आए हैं। क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 व सेक्टर- 17 की टीम ने इस मामले में दो अन्य आरोपियों को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक भूतपूर्व सैनिक रह चुका है, जिसने सर्विस के दौरान सेना द्वारा मिली एके-47 से तैश में आकर पांच लोगों को मौत के घाट उतार दिया था, इस मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है।

दोनों टीमों ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर यूपी के मुजफ्फरनगर खतौली से दो शूटरों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम अजय फौजी और बिट्टू है। गौरतलब है कि 23 दिसंबर को बायपास सेक्टर 31 फरीदाबाद में मनोज भाटी को गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया गया था। घटना के बाद से ही पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह मामले में क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही कार्रवाई की पल-पल की जानकारी ले रहे थे। 

क्राइम ब्रांच सेक्टर-30 ने ओपी सिंह के मार्गदर्शन पर काम करते हुए उपरोक्त केस को सुलझाते हुए मात्र 48 घंटे में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसी कड़ी में सेक्टर-30 व इंस्पेक्टर संदीप ने उत्तर प्रदेश के खतौली क्षेत्र के जानसठ थाने के एरिया से दो कुख्यात शार्प शूटरों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि उनकी टीम को सूचना मिली थी कि खतौली क्षेत्र में दोनों शार्प शूटर आरोपी अपने किसी रिश्तेदार के यहां छुपे हुए हैं। 

क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर विमल राय टीम गठित कर आरोपियों को दबोच ने के लिए यूपी रवाना हुए। जब क्राइम ब्रांच की टीम वहां पहुंची तो उन्होंने देखा कि वहां किलेनुमा दीवारें व दरवाजे जो अंदर से मजबूती के साथ बंद कर रखे थे जब तक कि क्राइम ब्रांच की टीम दरवाजे व दीवारों को फांद पाती दोनों शार्प शूटर को भनक लग गई और वहां से हवाई फायरिंग करते हुए भाग निकले। टीम के सभी सदस्यों ने गांव की छतों से भागते हुए आरोपियों का पीछा करना शुरू किया। जो काफी मशक्कत के बाद करीब डेढ़ से 2 किलोमीटर गांव की आबादी गन्ने के खेत से भागते, छिपते आरोपियों को दबोच लिया गया। जिसके दौरान टीम के कई सदस्यों को गहरी चोटें भी लगी।

गिरफ्तार आरोपी धीरेन्द्र उर्फ फौजी मूल रूप से भोपा उत्तर प्रदेश व आर्यन उर्फ बिट्टू जो कि मूल रूप से हरियाणा के पीपली खेड़ा गांव का रहने वाला है। दोनों ही बहुत ही शातिर कुख्यात किस्म के अपराधी हैं, जिन पर पहले भी हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती, लूट, इत्यादि के मुकदमे दिल्ली आसपास क्षेत्र व जम्मू-कश्मीर में दर्ज हैं। 

अपराधी धीरेंद्र उर्फ फौजी जो वर्ष 2002 से इंडियन आर्मी में कार्यरत था, ने 2016 में तैश में आकर एक साथ अपने सर्विस एके-47 से पांच व्यक्तियों की गोलियों से भून कर एक साथ हत्या कर दी थी, जिसे आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। वह अंबाला सेंट्रल जेल से पैरोल पर आया हुआ था। मनोज भाटी हत्याकांड के मुख्य आरोपी मनोज मंगरिया को भी आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। वह आरोपी धीरेंद्र उर्फ फौजी के साथ अंबाला सेंट्रल जेल में अपनी सजा काट रहा था। वहीं से दोनों की दोस्ती हुई और दोनों पैरोल पर बाहर आए थे। 

मनोज मांगरिया ने अपने मंसूबे कामयाब करने के लिए धीरेंद्र फौजी को 15 लाख रुपए व एक फ्लैट देने का लालच देकर मनोज भाटी की हत्या के लिए तैयार किया। आरोपी धीरेंद्र उर्फ फौजी ने इसके लिए अपनी गैंग जो सुंदर भाटी इत्यादि चलाते हैं, का सहारा लेकर अंकित उर्फ बिट्टू जो कुख्यात किस्म का अपराधी हैं, अभी फरार हैं। इस काम के लिए अपने पास खतौली क्षेत्र में पडऩे वाले गांव मीरपुर खुर्द में बुलवा लिया। 

हत्या के दो-तीन दिन पहले से दोनों इक_े थे, जिनको मनोज मांगरिया ने बदरपुर बॉर्डर पर 23 दिसंबर को बुलवा लिया जहां पर इस अभियोग में पहले गिरफ्तार हो चुके विकास उर्फ विक्की, अशोक पाटिल, धर्मेंद्र, वह सोनू आया नगर व अन्य आरोपी मिले जहां अपराध में इस्तेमाल फॉर्च्यूनर गाड़ी, कोरोला गाड़ी अवैध हथियार इत्यादि मुहैया करवा दिए और मनोज भाटी को मौत के घाट उतरवा दिया। सोमवार को दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेकर हत्या में शामिल अन्य अपराधियों, अवैध हथियारों, फॉर्च्यूनर गाड़ी इत्यादि को बरामद किया जाएगा।


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Shivam

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