'सांसदों की मामुली चोट पर मिल सकते हैं तो भूखे बैठे किसानों से क्यों नही?' किसान नेताओं ने सरकार को घेरा
punjabkesari.in Saturday, Dec 21, 2024 - 07:37 PM (IST)
जींद (अमनदीप पिलानिया) : खनौरी बॉर्डर पर आज 26वें दिन किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन खनौरी मोर्चे पर जारी रहा। डॉक्टरों ने ने कहा कि डल्लेवाल शारीरिक तौर पर बहुत कमजोर हो चुके हैं, इसलिए वे स्टेज पर नहीं आ रहे हैं। वहीं किसान नेताओं ने संसद में धक्का-मुक्की पर भी सरकार को घेरा है।
किसान नेताओं ने कहा कि दो सांसदों को आपसी धक्का-मुक्की में हल्की-फुल्की चोट लग गयी तो केंद्र सरकार के वरिष्ठ मंत्री हॉस्पिटल में उनसे मिलने पहुंच रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार के पास 26 दिन से आमरण अनशन कर रहे किसान नेता डल्लेवाल व किसानों की बात सुनने का समय नहीं है। किसान नेताओं ने कहा कि क्या हमारे देश में किसानों की ज़िंदगी इतनी सस्ती हो गयी है?
सरकार किसानों के प्रति असंवेदनशील
उन्होंने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि केंद्र सरकार किसानों के प्रति कितनी असंवेदनशील है। किसान नेताओं ने कहा कि खनौरी किसान मोर्चे के चारों तरफ रोड़ बंद किये जा रहे हैं और सिक्योरिटी फोर्सेज की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस की हिंसक कारवाई में किसी किसान किसान की एक बूंद खून भी बहा तो उसकी सीधी ज़िम्मेदारी पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्र सरकार एवम सैंविधानिक संस्थाओं की होगी।
गुरुओं के रास्ते पर चल रहे- किसान नेता
किसान नेताओं ने कहा कि अभी शहीदी सप्ताह चल रहा है और इंसानियत के लिए अपनी कुर्बानी देने वाले गुरुओं के दिखाए मार्ग पर चलने का किसान प्रयास कर रहे हैं। किसान नेताओं ने सभी से अपील करी कि जिस तरह सभी धर्मों के धार्मिक स्थलों पर किसान मोर्चे की मजबूती व जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत के लिए अरदास की गयी थी, उसी तरह अब शहीदी सप्ताह के दौरान सभी बड़े मंचों से किसानों की मांगों पर लोगों को जागरूक किया जाए।
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