मिड-डे मील घोटाला: 1400 से अधिक बच्चों के नाम काटकर लेते रहे फायदा, अब जांच करने पहुंची CBI
punjabkesari.in Thursday, Sep 25, 2025 - 07:17 PM (IST)

फतेहाबाद : फतेहाबाद ज़िले में करीब एक दशक (10 साल) पहले मिड-डे मील योजना में गड़बड़ी का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। आरोप है कि वर्ष 2014-15 के दौरान जिले के 13 सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या कम दर्ज की गई, जबकि मिड-डे मील उसी संख्या में तैयार किया गया। इस अनियमितता की जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) बुधवार को टीम फतेहाबाद के गांव भिरडाना पहुंची और सरकारी स्कूलों के रिकॉर्ड खंगाले गए।
सूत्रों के अनुसार 30 सितंबर 2014 से 30 सितंबर 2015 के बीच जिले से 1,400 से अधिक बच्चों के नाम काट दिए गए थे, लेकिन भोजन की मात्रा में कोई कमी नहीं की गई। इसी संदर्भ में CBI टीम ने भिरडाना के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल और प्राथमिक पाठशाला में करीब 3 घंटे तक दस्तावेज़ों की जांच की। इस दौरान टीम ने अभिभावकों और पूर्व छात्रों से भी बातचीत की गई।
इन स्कूलों की जांच हुई पूरी
जिले के कई अन्य स्कूल भी जांच के दायरे में हैं। इनमें भट्टकलों की राजकीय प्राथमिक पाठशाला, जांडलवाला बागड़ का राजकीय हाई स्कूल और सीनियर सेकेंडरी स्कूल शामिल हैं, जहां जांच पूरी हो चुकी है। गुरुवार, 25 सितंबर को टीम रतिया स्थित राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल और कन्या स्कूल का निरीक्षण करेगी।
मिड-डे मिल के बारे में पूछे कई सवाल
जांच प्रक्रिया के दौरान स्कूल प्रशासन ने पुराने रिकॉर्ड के आधार पर अभिभावकों और छात्रों से संपर्क किया। टीम ने उनसे यह भी पूछा कि उस समय बच्चे नियमित स्कूल आते थे या नहीं और उन्हें मिड-डे मील मिलता था या नहीं। CBI की यह टीम 30 सितंबर तक जिले में ठहरकर संबंधित स्कूलों की गहन पड़ताल करेगी। रिकॉर्ड और गवाहियों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
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