खुशखबरी: दिल्ली से पानीपत तक दौड़ेगी हाई-स्पीड Namo Bharat, जानें कहां बनेंगे स्टेशन?
punjabkesari.in Saturday, Oct 04, 2025 - 08:39 AM (IST)

डेस्क: दिल्ली और इसके आसपास के शहरों को जोड़ने वाली हाई-स्पीड नमो भारत ट्रेन योजना के तहत नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) ने दिल्ली-पानीपत रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) के दूसरे चरण की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस परियोजना के तहत दिल्ली और पानीपत के बीच 136 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर का निर्माण होगा, जिसका विस्तार भविष्य में करनाल तक किया जाएगा।
NCRTC ने इस परियोजना के प्री-कंस्ट्रक्शन काम भी शुरू कर दिए हैं। इस दिशा में टेंडर जारी कर यूटिलिटी शिफ्टिंग की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिसके अंतर्गत नरेला से मुरथल तक 22 किलोमीटर के हिस्से में बिजली की तारें, लो-टेंशन केबल और ट्रांसफॉर्मर जैसी यूटिलिटी हटाने का काम चल रहा है। अधिकारियों के मुताबिक इस प्रक्रिया को पूरा करने में लगभग एक वर्ष का समय लग सकता है।
कॉरिडोर की मुख्य विशेषताएं:
- दिल्ली के सराय काले खां से शुरू होकर नरेला, कुंडली, सोनीपत, गन्नौर, समालखा होते हुए पानीपत तक जाएगा।
- कुल 17 स्टेशन होंगे।
- ट्रेनें 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी।
- दिल्ली से पानीपत का सफर वर्तमान में 3 घंटे में पूरा होता है, जिसे अब 1 घंटे में पूरा किया जाएगा।
यात्री सुविधाएं और कनेक्टिविटी:
सराय काले खां स्टेशन न केवल दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर का शुरुआती स्टेशन होगा, बल्कि यह दिल्ली-मेरठ और दिल्ली-अलवर कॉरिडोर के लिए भी नोडल हब के रूप में काम करेगा। यह स्टेशन दिल्ली मेट्रो, हजरत निजामुद्दीन ट्रांसपोर्ट इंटरचेंज और इंटर-स्टेट बस टर्मिनल से भी जुड़ जाएगा, जिससे यात्रियों को एक ही स्थान पर ट्रेन, मेट्रो और बस की सुविधा उपलब्ध होगी।
प्रभाव:
NCRTC का दावा है कि इस कॉरिडोर के शुरू होने से करीब 1 लाख यात्रियों को सुरक्षित, आरामदायक और बेहतर यात्रा का विकल्प मिलेगा। साथ ही, दिल्ली-अंबाला हाईवे (NH-44) पर लगने वाले जाम से भी निजात मिलेगी।
वित्तीय मंजूरी बाकी
हालांकि, इस प्रोजेक्ट की अंतिम वित्तीय मंजूरी दिल्ली और हरियाणा सरकार से अभी प्राप्त होनी बाकी है। इसके बावजूद प्री-कंस्ट्रक्शन कार्य शुरू हो चुका है, जिससे परियोजना की गति और भी तेज होगी।