लापरवाही: गर्मी के बीच खुले आसमान में प्रसूता ने अस्पताल के बाहर दिया बेटी को जन्म

punjabkesari.in Wednesday, Apr 20, 2022 - 02:00 PM (IST)

रेवाड़ी (महेंद्र भारती) : सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार नहीं आ रहा। इसका ताजा उदाहरण बुधवार को उस समय देखने को मिला, जब एक गर्भवती महिला को लेने के लिए बुलाई गई एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची। 

वहीं एंबुलेंस पहुंचने के बाद अस्पताल पहुंची महिला को डॉक्टरों की समय पर मदद नहीं मिली। आखिरकार अस्पताल के गेट पर खड़ी महिलाओं ने कपड़े की ओट से महिला की डिलीवरी करा दी। इसके बाद अस्पताल प्रशासन की नींद टूट गई। महिला ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया है।  अस्पताल प्रशासन ने महिला के परिजनों पर ही देरी से उसे अस्पताल लाने का दोष लगाया है। 

बताया जा रहा है कि बीकानेर निवासी सुषमा को बुधवार सुबह प्रसव पीड़ा होने लगी। उसके परिजनों ने बताया कि करीब 9 बजे एंबुलेंस को फोन किया था, परंतु एंबुलेंस ने ही डेढ़ घंटे का समय लगा दिया। सुषमा की सास ने बताया कि अस्पताल आने के बाद वह सुषमा को भर्ती कराने के लिए वहां घूमती रही, लेकिन उसे नर्स या डॉक्टर नहीं मिले। करीब 15 मिनट तक चक्कर लगाने के बाद सुषमा की प्रसव पीड़ा ओर बढ़ गई। इसी बीच अस्पताल कर्मचारी की ओर से एक स्ट्रेचर वहां लाया गया, जिस पर कपड़ा तक नहीं बिछाया हुआ था। अस्पताल के गेट के पास मौजूद महिलाओं ने कपड़े की ओट करते हुए सुषमा की डिलीवरी कराई। सुषमा ने बच्ची को जन्म दिया है। एक ओर परिजन जहां अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं, तो दूसरी ओर डॉ. अर्चना ने बताया कि सुषमा को सुबह 5 बजे से ही प्रसव पीड़ा हो रही थी। उसे अस्पताल लाने में परिजनों ने ही देरी की है। 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Manisha rana

Recommended News

Related News

static