अब बदमाशी के गाने नहीं बना पाएंगें हरियाणवी सिंगर, सोशल मीडिया चल रही फूहड़ता पर भी लगेगी रोक...पढ़ें पूरी खबर
punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2025 - 07:53 PM (IST)
चंडीगढ़ (चंद्रशेखर धरणी) : देश में तेजी से बढ़ते जा रहे साइबर अपराध को रोकने में हरियाणा पुलिस पहले स्थान पर रही है। साइबर अपराधियों द्वारा ठगी गई राशि रोकने में देशभर में वर्ष 2024 में हरियाणा पुलिस अव्वल रही है। हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर ठगों के चंगुल से लगभग 268.40 करोड़ रुपए की राशि बचाई गई है, जबकि वर्ष-2023 में 76.85 करोड़ रूपए की राशि बचाई गई थी।
इस प्रकार साइबर अपराधियों से वर्ष-2023 की तुलना में वर्ष-2024 में तीन गुना तथा वर्ष 2022 की तुलना में पांच गुना अधिक राशि बचाई गई। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही फूहड़ता को लेकर भी अब हरियाणा पुलिस की साइबर टीम एक्टिव हो गई है। इसे लेकर अब हरियाणवीं गायकों, म्यूजिक निर्देशकों व अन्य लोगों को नोटिस भेजने की कार्रवाई शुरू की गई है।
पहले अनुरोध फिर एक्शन
अमित दहिया ने बताया कि आजकल हरियाणवीं सभ्यता के नाम पर कई लोग बदमाशी टाइप के गाने बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर रहे हैं। इनमें बदमाशों की तरह से दिखाई देने और आक्रोश टाइप से दिखाने वाले गायक, म्यूजिक डायरेक्टर और उनसे जुड़े दूसरे लोगों को नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई है। पहले इन सभी को इस प्रकार से भड़काऊ गाने नहीं बनाने के लिए अनुरोध किया जाएगा। इस पर भी यदि कोई ऐसा करता हुआ मिला तो फिर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए उन्हें नोटिस भेजने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है।
11 बैंकों पर 15 नोडल अधिकारी
हरियाणा साइबर टीम के एसपी अमित दहिया ने बताया कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर और एडीजीपी ममता सिंह के निर्देश पर काम करते हुए आज 11 बैंकों पर 15 नोडल अधिकारी तैनात किए हुए हैं। शिकायत मिलते ही तुरंत पीड़ित के पैसे को ब्लॉक करवा देते हैं, जिससे वह राशि साइबर ठग तक नहीं पहुंच पाती। उसके बाद वह पैसा पीड़ित को वापस दिला दिया जाता है।
रोजाना 14 अपराधी हो रहे गिरफ्तार
एसपी दहिया ने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर अपराधियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया जा रहा है। वर्ष-2022 में साइबर अपराधियों के खिलाफ जहां 2165 मुकद्दमें दर्ज किए गए थे वही वर्ष-2023 में 2747 मुकद्दमें तथा वर्ष-2024 में 5511 मुकद्दमें दर्ज किए गए। इसी प्रकार, वर्ष 2022 में हरियाणा पुलिस द्वारा 1078, वर्ष-2023 में 1909 तथा वर्ष-2024 में 5156 साइबर अपराधियों को गिरफतार किया गया है। वर्ष-2024 में गिरफतार किए गए अपराधियों में से 70 प्रतिशत(3555 अपराधी) अन्य राज्यों के रहने वाले हैं। वर्ष-2024 में हरियाणा पुलिस द्वारा रोजाना औसतन 14 साइबर अपराधी गिरफतार किए गए हैं।
लोक अदालत के जरिए वापस दिला रहे पैसा
साइबर एसपी अमित दहिया ने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा साइबर अपराधियों के चंगुल से बचाने के लिए ब्लॉक की गई राशि को पीड़ित के खाते में वापस करने के लिए भी प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं। हरियाणा पुलिस के सार्थक प्रयासों के परिणामस्वरूप वर्ष 2023 में जहां साइबर फ्रॉड पीड़ितों को 33 करोड़ रुपए रिफंड किए गए थे, वहीं वर्ष 2024 में यह राशि नवंबर तक बढ़कर 95 करोड़ 45 लाख 14359 रुपए (करीब तीन गुना) हो गई है। राज्य के सभी 29 साइबर थानों को लोक अदालत के माध्यम से पीड़ित को पैसा वापस दिलवाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि लोगों को पैसे प्राप्त करने के लिए अदालतों के चक्कर न लगाने पड़ें।
हरियाणा पुलिस के आग्रह पर माननीय पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने सभी जिला और सत्र न्यायालयों को आदेश जारी कर रिफंड करने के लिए एफआईआर दर्ज करने की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है, ताकि पीड़ित को रिफंड बिना किसी देरी के किया जा सके।
हरियाणा पुलिस के आग्रह पर शुरू हुई कॉलर ट्यून
अमित दहिया ने बताया कि जनता में साइबर अपराध के प्रति जागरूकता लाने के लिए हरियाणा पुलिस की ओर से टेलीकॉम कंपनियों और भारत सरकार से इस बारे में कॉलर टोन शुरू करने का आग्रह किया गया था, जिससे जनता में साइबर अपराध को लेकर जागरूकता पैदा हो सके। साथ ही जनता को पता चले कि ठगी होने पर उन्हें 1930 पर कॉल कर शिकायत देनी चाहिए। उन्होंने बताया कि इस कालर ट्यून के शुरू होने के बाद 1930 पर 4500 के करीब रोजाना शिकायतें आ रही है, इनमें 350 के करीब साइबर अपराध की शिकायतें होती है। इससे पहले इनकी संख्या 2500 के करीब थी।
साइबर पेट्रोलिंग टीम में शामिल किए एक्सपर्ट
एसपी दहिया ने बताया कि तकनीक के इस दौर में साइबर अपराध देशभर के लिए एक बड़ी चुनौती है। हरियाणा पुलिस ने इस समस्या से निपटने के लिए साइबर सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के साथ साथ व्यवस्था परिवर्तन का कार्य किया है। साइबर अपराधियों द्वारा अपनाए जाने वाले तरीकों का बारिकी से अध्ययन करते हुए साइबर अपराध रोकने के लिए रणनीति तैयार की गई है। सितंबर 2023 में साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तैनात तकनीकी रूप से दक्ष पुलिसकर्मियों की संख्या को 12 से बढ़ाकर 70 कर दिया गया। इसके अलावा एक साइबर पेट्रोलिंग टीम भी बनाई गई है, जिसमें पुलिस के 5 साइबर और सोशल मीडिया के एक्सपर्ट को शामिल किया गया है।
23 से पहुंची पहले स्थान पर
दहिया ने बताया कि हरियाणा पुलिस सितंबर 2023 तक देशभर में साइबर फ्रॉड की ब्लॉक की गई राशि की दर के मामले में 23वें स्थान पर थी, लेकिन अब यह पहले स्थान पर पहुंच गई है। इस उपलब्धि और साइबर हैल्पलाइन 1930 के कुशल क्रियान्वयन के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री, भारत सरकार अमित शाह द्वारा हरियाणा पुलिस को 10 सितंबर 2024 को सम्मानित भी किया गया।
साइबर सुरक्षा पर हरियाणा पुलिस की अपील
साइबर एसपी अमित दहिया ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि तकनीक के इस दौर में जबकिज्यादातर लोग ऑनलाइन प्लैटफॉर्म पर सक्रिय है। यदि कोई भी व्यक्ति फोन करके स्वयं को सीबीआई, ईडी या पुलिस का अधिकारी बताकर डिजीटल अरेस्ट की बात कहे तो तुरंत सतर्क हो जाए क्योंकि कोई भी एजेंसी डिजीटल अरेस्ट नही करती है। इसके साथ ही लोग सोशल मीडिया प्लैटफार्म पर प्रसारित होने वाले फर्जी शेयर ट्रेडिंग झांसे में ना आएं। निवेश करने से पूर्व कंपनी अथवा वैबसाईट की आधिकारिक पुष्टि अवश्य करें। इसके साथ ही लोग विदेशो खासतौर पर कंबोडिया, पाकिस्तान, श्रीलंका आदि से आने वाली व्हाट्सएप वीडियों व ऑडियों कॉल को ना उठाएं। लोग टेलीग्राम व गूगल आदि पर आने वाले फर्जी विज्ञापनों से सावधान रहें।
हरियाणा पुलिस द्वारा प्रदेशवासियों को साइबर अपराधियों द्वारा अपनाए जाने वाले तरीकों के बारे में अवगत करने के लिए प्रिंट व सोशल मीडिया पर लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। साइबर अपराध से बचाव का एकमात्र उपाय सावधानी व सर्तकता है, इसीलिए लोग सर्तक रहें और साइबर अपराध का अंदेशा होने पर तुरंत हैल्पलाइन नंबर-1930 पर संपर्क करें।