अब छात्र कॉलेज से नहीं मार सकेंगे बंक, शिक्षा सेतु एप से रहेगी उनकी हर गतिविधि पर नजर

punjabkesari.in Sunday, Mar 08, 2020 - 11:51 AM (IST)

फरीदाबाद (ब्यूरो) : कॉलेज में पढ़ रहे छात्र अब कॉलेज बंक नहीं कर सकेंगे। साथ ही क्लास नहीं आने का कोई बहाना भी नहीं बना सकेंगे। उच्चतर शिक्षा विभाग उनकी हर गतिविधियों पर नजर रखने के लिए शिक्षा सेतू एप लांच कर रहा है। इससे उनकी हाजिरी भी लगाई जाएगी। वहीं इसके माध्यम से क्लास, लर्निंग पीरियड, छात्रवृति, सेमेस्टर एग्जाम, नोटिस, रिजल्ट, कॉलेज में किसी भी प्रकार की एक्टविटी आदि की जानकारी ऑललाइन दी जाएगी।

अधिकारियों का कहना है कि इस एप के लाँच होने के बाद कॉलेज में छात्रों की उपस्थिति बढ़ेगी। इससे उन्हें ही फायदा होगा। शिक्षा सेतू एप को यूज करने के लिए सभी छात्रों और कॉलेज के लेक्चरर आदि को एक यूजर आईडी-पासवर्ड दिए जाएंगे। एप के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। खासबात है यह है कि इस एप से छात्रों की हर गतिविधियों की जानकारी उनके अभिभावकों को भी मिलेगी।

एप में उनके फोन नंबर को भी एड किया जाएगा। इसके बाद कॉलेज की ओर से अगर कोई नोटिस जारी होती है तो मैसेज अभिभावकों के मोबाइल नंबर पर भी पहुचेगा। औद्योगिक नगरी में करीब 7 सरकारी कॉलेज हैं। यहां 20 हजार से अधिक छात्र अध्यनरत हैं। अधिकारियों का कहना है कि अक्सर देखा जाता है कि छात्र घर से यह कहकर निकलते हैं कि कॉलेज जा रहे हैं। लेकिन वह कॉलेज के बदले कहीं और चले जाते हैं। ऐसे में उनका अटेंडेंस साउट होता है। इसके बाद उनकी परेशानी बढ़ जाती है। इसलिए शिक्षा सेतू एप इस तरह की लापरवाही पर अंकुश लगाएगा।

शिक्षकों के लिए भी है उपयोगी :
शिक्षा सेतू एप में मौजूद लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम विकल्प में शिक्षक अपने लेक्चर को भी अपलोड कर सकेंगे। इसके बाद छात्र उसे कभी भी सुन सकते हैं। वह इसके माध्यम से कोई भी प्रश्न पूछ सकते हैं। इसका जवाब उन्हें संबंधित शिक्षक  द्वारा पसर्नल फोन कर या फिर एप के माध्यम से दिया जाएगा। इससे सभी को असाइनमेंट की जानकारी भी जाएगी। अगर कोई शिक्षक अपना पासपोर्ट बनवाना चाहते हैं तो वह शिक्षा सेतू एप पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें कोई कागजी काम करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह विकल्प केवल शिक्षकों के लिए उपलब्ध होंगे।

बनेगी पंक्चुएलिटी :
छात्रों के बारे में अभिभावक को भेजे गए पत्र कभी-कभी उनके पास नहीं पहुंच पाते हैं। इसकी वजह से उन्हें अपने बच्चों क गतिविधियों की जानकारी नहीं मिल पाती है। लेकिन शिक्षा सेतू एप से पंक्चुएलिटी बनेगी। अभिभावकों को छात्रों की गतिविधियों की जानकारी होगी। वहीं युनिवर्सिटी द्वारा 75 फीसदी अटेंडेंस का प्रावधान भी सुधरेगा। इससे शिक्षा स्तर में काफी सुधार आएगा।

 


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Isha

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