बड़ी कार्रवाई: बहादुरगढ़ में एक बार फिर 3 सरकारी विभागों को ठोका गया जुर्माना, जानिए वजह
punjabkesari.in Thursday, Nov 21, 2024 - 05:02 PM (IST)
बहादुरगढ़(प्रवीण कुमार): बहादुरगढ़ में हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने एक बार फिर से सरकारी विभागों पर पॉल्यूशन कंट्रोल नहीं करने के कारण जुर्माना ठोका है। इस बार पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने बहादुरगढ़ नगर परिषद, एचएसवीपी और मार्केट कमेटी विभाग पर जुर्माना ठोका है। इससे पहले नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया, पीडब्ल्यूडी और एचएसआईआईडीसी पर भी 10-10 लाख का जुर्माना लगाया जा चुका है। इतना ही नहीं बहादुरगढ़ में 13 कंस्ट्रक्शन साइटों पर भी प्रदूषण फैलाने पर भारी भरकम जुर्माना लगाया है।
बहादुरगढ़ में पॉल्यूशन का स्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा। आज भी यहां प्रदूषण का स्तर 400 से ज्यादा दर्ज किया गया है। वही हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने एक्शन लेते हुए सरकारी विभागों पर भी प्रदूषण कम करने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं करने पर बड़ा एक्शन लिया है। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने अब तक छह सरकारी विभागों पर भारी भरकम जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना 10 लाख रुपए से लेकर 25 लाख रुपए तक अलग-अलग विभागों पर लगाया गया है।
हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के असिस्टेंट एनवायरमेंटल इंजीनियर अजय बुरा ने बताया कि पॉल्यूशन कंट्रोल विभाग लगातार प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों के साथ-साथ आम लोगों को भी जागरूक कर रहा है और प्रदूषण फैलाने वाले लोगों पर जुर्माना भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बहादुरगढ़ में 13 जगह बड़ी-बड़ी कंस्ट्रक्शन सीटों पर प्रदूषण पर नियंत्रित करने के लिए पुख्ता बंदोबस्त नहीं किए गए थे। ऐसे में उन पर भी जुर्माने की कार्रवाई की गई है।
हम आपको बता दें कि पूरे झज्जर जिले में धान की पराली जलाने के महज तीन - चार मामले ही सामने आए हैं। यहां प्रदूषण पराली की बजाय टूटी हुई सड़कों से उठने वाली धूल, कंस्ट्रक्शन साइटों पर होने वाले प्रदूषण और औद्योगिक फैक्ट्री से उठने वाले धुएं के कारण ज्यादा फैल रहा है। प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। तो वही आंखों में जलन और आंखें लाल होने जैसी बीमारियों का सामना भी लोगों को करना पड़ रहा है। बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए सरकार को उचित कदम उठाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही आम लोगों को भी स्वयं जागरूक होना होगा और प्रदूषण फैलाने से बचना होगा।