पहरावर में परशुराम जयंती आज, नवीन जयहिन्द ने खुद लिया तैयारियों का जायजा

punjabkesari.in Sunday, May 22, 2022 - 09:26 AM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी):रोहतक के गांव पहरावर में ब्राह्मणों की जमीन के लिए लड़ाई लड़ रहे पंडित नवीन जयहिन्द रविवार 22 मई को होने वाली भगवान परशुराम जयंती में पूरे हरियाणा से व अन्य राज्यों से आने वाले फरसाधरी योद्धाओ के स्वागत की तैयारियों का निरीक्षण करने जयंती स्थल पहुँचे। स्वयं बुलडोजर चलाकर जमीन की साफ सफाई की और वहां पर आने वाले भगवान परशुराम के भक्तों के लिए खाने पीने से लेकर आने जाने के लिए रास्तों का भी मुआयना किया। 

 

साथ ही जयहिन्द ने कहा कि जयंती में उपस्थित होने वाले सभी परशुराम भगतों का वह स्वंय माला पहनाकर स्वागत करेंगे। जयहिंद ने कहा कि भगवान परशुराम जयंती में आने वाले फरसाधारी योद्धाओं का कुछ अनुमान नहीं लगाया जा सकता कि कितनी संख्या में परशुराम भक्त अपने-अपने फरसे लहराते हुए जयंती में पहुचेंगे। जयहिन्द ने कहा कि यह भगवान परशुराम जयंती उसी 16 एकड़ जमीन पर मनाई जा रही है। जिस पर सरकार व निगम ने अवैध कब्जा कर रखा है,इसमें 4 से 5 एकड़ में भक्तो के बैठने के लिए और बाकी सभी जमीन पे पार्किंग का विशेष प्रबंध कर रखा है साथ ही जयहिन्द ने जयंती स्थल पर एक गड्ढा खोदा व सरकार को चेतावनी देते हुए कहा की अगर सरकार ब्राह्मणों की जमीन पूरे सम्मान के साथ ब्राह्मणों को नही देती है तो स्थल पर खोदे गए गड्ढे में ही सरकार को गाड देंगे।

 

जयहिन्द ने बताया ब्राह्मण एक मर्द कौम है मुर्दा नही। यह धर्मयुद्ध की शुरुआत है जिस प्रकार अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बना है उसी प्रकार रोहतक में भी भगवान परशुराम का भव्य मंदिर बनेगा और रविवार 22 मई को रोहतक में उसी जमीन पर परशुराम जयंती मनाई जाएगी। उस जमीन पर स्कूल, कॉलेज व हॉस्पिटल बनाये जाएंगे जिसमे सभी बिरादरी के बच्चे पढ़ेंगे व सबका इलाज होगा। 

साथ ही जयहिन्द ने कहा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर परशुराम जयंती में पहुँचकर ब्राह्मणों की जमीन पूरे सम्मान के साथ ब्राह्मणों के हवाले करें अगर मुख्यमंत्री जी ऐसा नही करते है तो ब्राह्मण समाज अपने आप उस जमीन पर कब्जा लेगा। अब सरकार के साथ महाभारत होगी। 

जयहिन्द ने बेरोजगारी को 37वीं बिरादरी बताते हुए कहा कि इसमें सभी 37 बिरादरियों को न्योता होगा। पूरे हरियाणा से एक हजार एक ब्राह्मण प्रतिनिधि वहां फरसा लेकर पहुंचेंगे व परशुराम जयंती रविवार 22 मई को हर बिरादरी से अपील है के 1 ईंट व 1 फरसा अपने साथ लेकर आएं। 

 

 

 


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Content Writer

Isha

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