हरियाणा और पंजाब के गेंहू से महाराष्ट्र के लोगों में हुई गंजेपन की समस्या, अब ये संस्था करेगी जांच
punjabkesari.in Saturday, Mar 01, 2025 - 02:52 PM (IST)

डेस्क टीम : हरियाणा और पंजाब के गेहूं से खाने से महाराष्ट्र के कई लोगों के बाल झड़ने समस्या हो रही है। महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के 18 गांवों में 3 महीने में 279 लोगों में बाल झड़ने की समस्या देखी गई। विशेषज्ञ डॉ. हिम्मतराव बावस्कर की रिपोर्ट में इन घटनाओं का कारण पंजाब व हरियाणा से आए गेंहू में ज्यादा मात्रा में सेलिनियम पाया गया है।
अब करनाल में भारतीय गेहूं एंव जौ अनुसंधान संस्थान (IWBRI) मामले पर गंभीर हो गया है। वहीं इस संस्थान के निदेशक ने कहा कि अभी तक तो हमारे पास कोई वैज्ञानिक रिपोर्ट नहीं आई है। लेकिन इस गेंहूं की जांच कराई जाएगी। उन्होने कहा कि जो भी रिपोर्ट तैयार होगी वो केंद्र सरकार के पास भेजी जाएगी।
जांच में हुआ था खुलासा
बता दें कि महाराष्ट्र के रायगढ़ रिसर्च सेंटर में MD डॉ. बावस्कर ने बताया कि इससे प्रभावित लोगों के सैंपल लिए गए थे, जिनमें ब्लड में 35 गुना, यूरिन में 60 गुना और बालों में 150 गुना सेलेनियम की मात्रा बढ़ी हुई थी। हरियाणा और पंजाब के गेंहू में सेलिनियम के 600 गुना पाई जाती है। बावस्कर ने रिपोर्ट के आधार पर बताया कि इस बीमारी का नाम एलोपेसिया है। पिछले साल दिसंबर और इस साल जनवरी में महाराष्ट्र के बुलढाणा के 18 गांवों में 279 लोगों की जांच में इस बीमारी का खुलासा हुआ। डॉ. बावस्कर ने कि जब हरियाणा-पंजाब के गेंहू को कुछ दिन खाना बंद किया तो बाल झड़ने की समस्या में कमी आई।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)