आईपीएस धीरज सेतिया का होगा पॉलीग्राफी टेस्ट
punjabkesari.in Tuesday, May 24, 2022 - 10:16 PM (IST)
गुड़गांव,(ब्यूरो): खेड़कीदौला पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में बिल्डर के फ्लैट से चोरी हुए करोड़ों रुपये के मामले में आरोपी आईपीएस धीरज सेतिया का पॉलीग्राफी टेस्ट होगा। मंगलवार को कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान आईपीएस ने पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए सहमति दी। सेतिया ने दिल्ली-एनसीआर में पॉलीग्राफी टेस्ट करवाने की बात कही। जिसका हरियाणा की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने कोर्ट में विरोध किया। अब इस पर 31 मई को सुनवाई होगी कि सेतिया का पॉलीग्राफी टेस्ट किस शहर की लैब में होगा। वहीं करोड़ों की चोरी में शामिल आरोपी चेतन मान उर्फ बॉक्सर को एसटीएफ दिल्ली से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई और मंगलवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से आरोपी को एसटीएफ ने सात दिन के रिमांड पर लिया है।
पब्लिक प्रोसिक्यूटर जगबीर सहरावत ने बताया कि एसटीएफ ने चोरी के मामले में आईपीएस धीरज सेतिया का पॉलीग्राफी टेस्ट करवाने के लिए कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिस पर मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई के लिए सेतिया पहली बार कोर्ट में पहुंचे। कोर्ट में धीरज सेतिया ने पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए सहमति दी, इसके साथ ही कोर्ट में सेतिया ने कहा कि उनका टेस्ट दिल्ली-एनसीआर में आसपास करवाया जाए। एसटीएफ ने उनकी इस बात का विरोध किया। पॉलीग्राफी टेस्ट किस लैब में होगा इस पर 31 मई को कोर्ट में सुनवाई होगी।
बता दें कि आईपीएस धीरज सेतिया हाईकोर्ट से जमानत पर है। उसके बाद वह पहली बार कोर्ट में सुनवाई के लिए मंगलवार को पेश हुए। अगस्त 2021 में बिल्डर के फ्लैट से चोरी हुए करोड़ों रुपये में आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया था। जिन्होंने पूछताछ में आईपीएस को भी मामला रफा-दफा करने के लिए करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है। जिस पर एसटीएफ ने आईपीएस को आरोपी बनाया था। उसके बाद प्रदेश सरकार ने आईपीएस को निलबिंत कर दिया था।
गत वर्ष पांच अगस्त की रात को एक सोसायटी के दो फ्लैट से अल्फाजी कार्प मैनेजमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के लगभग 30 करोड़ रुपये चोरी हो गए थे। छानबीन में सामने आया कि चोरी का मास्टरमाइंड गैंगस्टर विकास लगरपुरिया है।चोरी के बाद पैसे दिल्ली पुलिस के स्पेशल ब्रांच में तैनात एएसआई विकास के पास पहुंचाए गए थे। कुछ राशि दिल्ली के द्वारका इलाके के एक फ्लैट में भी पहुंचाई गई थी। धीरज सेतिया के पास उस दौरान गुरुग्राम में पुलिस उपायुक्त (क्राइम) की अतिरिक्त जिम्मेदारी थी। इसके बाद मास्टर माइंड के बयान के आधार पर धीरज सेतिया का नाम एफआईआर में शामिल किया गया था। यह मामला सामने आने के बाद गुरुग्राम के पूर्व डीसीपी सेतिया को हरियाणा सरकार ने निलंबित कर दिया था। इस मामले में धीरज सेतिया को एसटीएफ ने आरोपी बनाया है और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और आईपीसी की धारा 411 को जोड़ा। एसटीएफ ने आईपीएस से पूछताछ के लिए दो बार नोटिस भी भेजा, लेकिन वे जांच में शामिल नहीं हुए।
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