सिरसा लोकसभा से तंवर के खिलाफ प्रदीप नरवाल को उतार सकती है कांग्रेस, प्रियंका के करीबी हैं नरवाल

punjabkesari.in Sunday, Mar 17, 2024 - 09:13 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्र शेखर धरणी): हरियाणा में कांग्रेस की राजनीति के अंदर राष्ट्रीय कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा ग़ांधी की कोर कमेटी के सदस्य तथा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव व जेएनयू के पूर्व छात्र नेता प्रदीप नरवाल को सिरसा से जेएनयू पूर्व छात्र नेता व भजपा उम्मीदवार अशोक तंवर के मुकाबले चुनाव में उतारने की चर्चा है। प्रदीप नरवाल राष्ट्रीय कांग्रेस की राजनीति में प्रियंका वाड्रा ग़ांधी के अत्यंत विश्वास पात्र लोगों में से एक माने जाते हैं। हरियाणा में कांग्रेस की राजनीति में दलित चेहरे के रूप में प्रदीप नरवाल ने भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ लगातार लंबा सफर तय करने का दायित्व भी  प्रदीप नरवाल ने बखूबी निभाया था। छात्र संघ की राजनीति जेएनयू से शुरू करके कांग्रेस में गांधी परिवार के अंदर अपनी पैठ बनाने वाले प्रदीप नरवाल एक साधारण दलित परिवार से हैं। गांधी परिवार की निकटता के कारण राष्ट्रीय सचिव, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, सह प्रभारी-उत्तर प्रदेश व प्रियंका गांधी के सचिव के रूप में यूपी के सह-प्रभारी हैं।  

प्रदीप नरवाल हरियाणा के राजनैतिक व्यक्तियों में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने अपने दम पर राष्ट्रीय कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व गांधी परिवार तक अपना सीधा रुतबा कायम किया है। हरियाणा के अंदर नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा उनके पुत्र दीपेंद्र हुड्डा, राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा तथा किरण चौधरी की सीधी पहुंच गांधी परिवार में रही है। राजनीतिक रूप से प्रदीप नरवाल की उंगली पकड़कर उन को आगे बढ़ाने वाला कोई सहारा उन्हें राजनीति में नहीं मिला। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में पश्चिमी यूपी तथा हरियाणा के कई क्षेत्रों में उनके साथ नजर आने वाले प्रदीप नरवाल का राजनीतिक व्यक्तित्व उनकी कड़ी मेहनत तथा जेएनयू में छात्र राजनीति के तहत मिले राजनीतिक पृष्ठभूमि से आगे बढ़ा है।

कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी के द्वारा भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हरियाणा से संबंधित प्रदीप नरवाल पूरी यात्रा के दौरान साए की तरह उनके साथ चल रहे थे। प्रदीप नरवाल हरियाणा से मूल रूप से संबंधित है। अतीत के अंदर प्रदीप नरवाल जेएनयू में छात्र नेता रहे। लगभग 5 साल पहले प्रदीप नरवाल ने राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी। प्रदीप नरवाल वर्तमान में राष्ट्रीय कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी की कोर कमेटी के सदस्य भी हैं। इसीलिए उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस संगठन ने सचिव पद भी नवाजा हुआ है। गांधी परिवार के अंदर जिस प्रकार से प्रदीप नरवाल का विश्वास व कद दिन ब  दिन बढ़ रहा है, वह हरियाणा के ऐसे कई नेताओं के लिए तकलीफ देह हो सकता है, जो कई दशकों से कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय हैं। राहुल गांधी के द्वारा भारत जोड़ो यात्रा के दौरान प्रदीप नरवाल पर पूरा भरोसा जिस कदर रखा जा रहा है। उससे प्रदीप नरवाल का बढ़ता राजनीतिक कद कांग्रेस की राजनीति में सबको नजर आ रहा है। हरियाणा के प्रदीप नरवाल को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव एवं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी के साथ उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी भी हैं। प्रदीप नरवाल हरियाणा के सोनीपत ज़िलें के कथुरा गांव के रहने वाले है। इनकी छवि हमेशा से अंबेडकरवादी दलित नेता की रही है,मध्यम परिवार में जन्में प्रदीप नरवाल का जीवन संघर्ष भरा रहा है। इससे पहले प्रदीप नरवाल हरियाणा कांग्रेस में अनुसूचित जाति विभाग के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके है, उसके बाद इन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग में राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर व उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति विभाग के प्रभारी के तौर पर नियुक्त किया गया था। 

प्रदीप नरवाल हरियाणा के सोनीपत ज़िलें के कथुरा गांव के रहने वाले हैं। इनकी छवि हमेशा से अंबेडकरवादी दलित नेता की रही है, मध्यम परिवार में जन्में प्रदीप नरवाल का जीवन संघर्ष भरा रहा है। इससे पहले प्रदीप नरवाल हरियाणा कांग्रेस में अनुसूचित जाति विभाग के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उसके बाद इन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग में राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर व उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति विभाग के प्रभारी के तौर पर नियुक्त किया गया था। इनकी कड़ी मेहनत और संघर्ष को देखते हुए आज कांग्रेस पार्टी ने इन्हें राष्ट्रीय सचिव के पद पर नियुक्त किया है साथ ही कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी के साथ उत्तर प्रदेश का सह प्रभारी भी बनाया गया है। प्रदीप नरवाल सबसे कम 30 साल की  उम्र में राष्ट्रीय सचिव बने हैं। प्रदीप नरवाल हरियाणा में दलित आंदोलन से बड़े लंबे समय से जुड़े हुए थे। इस उम्र में इस मुकाम में पहुंचना अपने आप में कांग्रेस पार्टी की राजनीति में बड़ा संकेत है।

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Content Editor

Saurabh Pal

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