निजी स्कूलों को अब तक नहीं मिली खेल नर्सरी, खिलाड़ियों में छाई मायूसी... इस वजह से लटका मामला
punjabkesari.in Tuesday, Oct 07, 2025 - 10:06 AM (IST)

चंडीगढ़: निजी स्कूलों को खेल नर्सरी नहीं मिलने से उनमें अभ्यास कर रहे खिलाड़ियों की उम्मीद टूटती जा रही है और मायूसी छाई हुई है। इस मामले को लेकर प्राईवेट स्कूल संघ ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व खेलमंत्री गौरव गौतम से निजी स्कूलों को खेल नर्सरी देने की मांग की है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने कहा कि खेल विभाग की तरफ से मार्च महीने में खेल नर्सरी के लिए आवेदन मांगे गए और प्रदेश में हजारों निजी, सरकारी व पंचायतों ने खेल नर्सरी लेने के लिए आवेदन किए थे जिसके पर जिला स्तर पर नसरियों की जांच की गई जिसमें योग्य पाई गई नर्सरियों की सूची खेल विभाग के हैड ऑफिस पंचकूला में डायरैक्टर के पास भेज दी गई।
उसके बाद सरकारी व पंचायतों को तो 868 खेल नर्सरी दे दी गई लेकिन 6 माह बीतने के बाद भी निजी स्कूलों को एक भी खेल नर्सरी नहीं दी गई है जबकि इस बार सरकार ने 2000 खेल नर्सरी देने का वायदा किया था। कुंडू ने बताया कि प्रत्येक खेल नर्सरी में 25 खिलाड़ी शामिल होते हैं। खेल विभाग 8 से 14 वर्ष के बच्चे को 1500 रुपए महीना तथा 15 से 19 वर्ष के बच्चे को 2000 रुपए महीना डाइट मनी देता है। इस बार तो डाइट मनी को बढ़ाकर 2000 रुपए व 2500 रुपए देने की घोषणा भी सरकार ने की हुई है।