बजट पर बोले सुरजेवाला- ''हलवा खुद खा गए, झटका किसान को दे दिया''
punjabkesari.in Saturday, Feb 01, 2020 - 06:51 PM (IST)
डेस्क: केन्द्र की मोदी सरकार पार्ट टू ने आज वित्त वर्ष 2020-21 के लिए आम बजट पेश किया, जिस पर विपक्ष ने मोदी सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। जहां एक ओर कांग्रेसी नेता राहुल गांधी ने बजट को खोखला बताया है। वहीं रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी बजट को लेकर कठोर टिप्पणी की है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने ट्विटर पर बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'हलवा खुद खा गए, झटका किसान को दे दिया'
#Budget2020
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 1, 2020
हलवा खुद खा गए,
झटका किसान को दे दिया।
फ़ूड सब्सिडी का बजट ₹68,650 करोड़ कम।
BE FY 2019-20 = ₹1,84,220 करोड़
BE FY 2020-21 = ₹1,15,570 करोड़
खाद की सब्सिडी कम की ₹8,687 करोड़
BE FY 2019-20 = ₹79,996 करोड़
BE FY 2020-21 = ₹71,309 करोड़
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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए पेश हुए आम बजट को खोखला करार देते हुए शनिवार को कहा कि इसमें कुछ ठोस नहीं था और बेरोजगारी से निपटने को लेकर कुछ नहीं कहा गया है। उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि मुख्य मुद्दा बेरोजगारी है। मुझे इसमें कोई ऐसा विचार नहीं दिखा जो रोजगार पैदा करने के लिए हो। गांधी ने कहा कि यह इतिहास का सबसे लंबा बजट भाषण हो सकता है लेकिन इसमें कुछ ठोस नहीं था। इसमें पुरानी बातों को दोहराया गया है।
इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा था कि किसानों की आय दोगुना करने का वित्त मंत्री का दावा खोखला है और तथ्यात्मक वास्तविकता से परे है। कृषि विकास दर दो फीसदी हो गई है। आय दोगुनी करने के लिए कृषि विकास दर को 11 फीसदी रहना होगा।
उन्होंने दावा किया कि निर्मला सीतारमण बजट संबंधी गणित को स्पष्ट करने में विफल रही हैं। नवंबर महीने तक जो राजस्व आया है वो बजट आकलन का सिर्फ 45 फीसदी है। शर्मा ने वित्त मंत्री पर तंज कसते हुए कहा ति लच्छेदार भाषा और ऊंची आवाज में बोलना और पुरानी बातें करने का कोई मतलब नहीं।
गौरतलब है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को मोदी सरकार-2 में अपना पहला पूर्ण बजट पेश किया। निर्मला सीतारमण ने अब तक का सबसे बड़ा बजट भाषण दिया। लोकसभा में वित्त मंत्री का भाषण करीब पौने तीन घंटे तक चला। अपने भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने किसान, रेल, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर कई घोषणाएं कीं। सीतारमण ने इस पूरे बजट को 160 मिनट में पढ़ा।