बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में खुद पानी में उतरकर लोगों का दर्द बांटने पहुंचे रणदीप सुरजेवाला, बोले- 15 लाख एकड़ फसल तबाह
punjabkesari.in Sunday, Sep 07, 2025 - 06:19 PM (IST)

चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा): अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा में बाढ़ के चिंताजनक हालातों पर सरकार के प्रति आक्रोश जाहिर करते हुए भाजपा सरकार पर हमला बोला है। रविवार को बाढग़्रस्त इलाकों का दौरा करने के बाद सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा के 7353 गांवों में से 3 हजार गांव बाढग़्रस्त हैं। इस दौरान सुरजेवाला खुद बाढ़ के पानी में उतर गए और लोगों से उनका दर्द जाना। सुरजेवाला ने कहा कि बाढ़ की वजह से 35 से अधिक लोग जान गंवा चुके हैं। किसानों की करीब 15 लाख एकड़ से ज्यादा फसल बाढ़ के पानी से डूबकर बर्बाद हो गई है। कपास, धान व सब्जियों का बेतहाशा नुक्सान हुआ है। यमुना, घग्घर, मारकंडा, टांगरी, बेगला, सोम, पथराला नदियां पूरे उफान पर हैं। उफनती हुई घग्घर नदी ने अंबाला के डडियाना, मानकपुर को डुबो दिया है। टांगरी नदी का पूरा पानी इंडस्ट्रीय एरिया में घुस गया और साइंस इंडस्ट्री को करीब 1 हजार करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है। जगाधरी में सोनिया कालोनी, विकास विहार सहित 17 कालोनियों में पानी भर गया है। सुरजेवाला ने कहा कि शाहबाद शहर में अनाज मंडी के पीछे, वाडवा रोड व अन्य निचले इलाकों में पानी घुस गया है। यही स्थिति नलवी-ठोल रोड की है। नलवी, गोलपुरा, नद्दीपुर, सुलखनी, कठुआ, टंगोर, गुंटी, सैदपुर, रायपुर, नैसी सहित दर्जनों गांवों में 100 प्रतिशत से ज्यादा खराबा है और आबादी डूबी पड़ी है। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि हिसार बाइपास पर चार जगह ग्रीन बेल्ट टूट गई। हिसार-चंडीगढ़ नैशनल हाइवे 52 और दिल्ली-हिसार नैशनल हाइवे-9 पर जगह-जगह पानी भर गया है। हिसार में घिराय, पातन और भिवानी रोहिल्ला के पास घग्घर ड्रेन टूट गई है। सिरसा में ढाणी सुखचैन और गांव मल्लेवाला के घग्घर के तटबंध में दरार आ गई है। पूरे हरियाणा की यही कहानी है।
सरकार की कार्यप्रणाली पर सुरजेवाला ने लगाए सवालिया निशान
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सारे ट्यूबवैल व मोटरें खराब हो गई हैं। सभी पीने के पानी के जलघर बाढ़ के पानी से दूषित हो गए हैं। एक तरफ पूरा हरियाणा बाढ़ से ग्रस्त है तो दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी वीडियो शूट और जुबानी जमाखर्च में व्यस्त हैं। प्रदेश में बरसात से पहले कहीं भी न तो डे्रनों की सफाई की गई और न ही बाढ़ की रोकथाम के कोई और कदम उठाए गए। मुख्यमंत्री सहित सरकार केवल चुटकुले सुनाने में व्यस्त रही। इसका परिणाम आज हरियाणा के लोग भुगत रहे हैं। सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा सरकार न तो राज्य फ्लड कंट्रोल की बैठक बुलाकर बारिश के सीजन से पहले बाढ़ प्रबंधन व रोकथाम का प्रोटोकॉल तैयार किया गया और न ही बजट आवंटन किया गया। मुख्यमंत्री की ओर से बाढ़ प्रबंधन व रोकथाम के लिए न तो जिला उपायुक्त की बैठक बुलाई गई, न ही जिला स्तर पर डे्रन एवं नदियों के तटों को मजबूत करने का कोई पुख्ता इंतजाम किया गया। न ही कटाव को रोकने के लिए मिट्टी से भरे बैग व मशीनरी का इंतजाम किया गया। न ही छोटे और बड़े पंपिंग सैट्स व ऑप्रेटर्स का इंतजाम किया गया।
जान-माल के नुक्सान के बावजूद नहीं जाग रही है सरकार
राज्यसभा सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि आज तक भी बाढ़ राहत व बचाव कार्यों के लिए भाजपा सरकार ने एन.डी.आर.एफ. पैरा मिलिट्री, सेना या किसी अन्य केंद्रीय एजैंसी से मदद लेने की कोई पहल नहीं की है। दूसरी ओर मोदी सरकार भी ऐसे सोई पड़ी है, जैसे हरियाणा में कुछ हुआ ही न हो। लाखों किसानों ने 10 लाख एकड़ से अधिक फसल की बर्बादी का ब्यौरा तो सरकारी पोर्टल पर दर्ज करवाया है। असल में 12 से 15 लाख एकड़ भूमि पर खड़ी फसल नष्ट हुई है। सवाल सीधा है कि सरकार इमरजैंसी सर्वे करवाकर सात दिन के भीतर 50 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा देने की घोषणा क्यों नहीं कर रही है। पोर्टल-पोर्टल क्यों खेला जा रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री यह क्यों नहीं बताते हैं कि 50 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा देने में कितने दिन लगेंगे। 35 से अधिक जानें जाने की खबरें आई हैं। इन परिवारों को 50 लाख रुपए की राहत राशि कब तक दी जाएगी, मुख्यमंत्री इसका जवाब दें। लाखों एकड़ भूमि डूब गई है और हजारों मवेशी मारे गए हैं। हजारों मकान या तो ध्वस्त हो गए हैं या पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लोगों के मकानों में 2 लाख से 10 लाख रुपए का नुक्सान ुआ है। किसानों के ट्यूबवैल व मोटरें बाढ़ के पानी से खत्म हो गई है। हर क्षतिग्रस्त ट्यबवैल का 75 हजार रुपए ट्रयूबवैल का मुआवजा क्या 30 दिन के भीतर दिया जाएगा। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि गांव की लिंक सडक़ें, ख्ेातों की सडक़ें व स्टेट हाइवे, स्कूल व चौपाल इत्यादि बाढ़ से क्षतिग्रस्त हैं। मुख्यमंत्री नायब सैनी बताएं कि क्या अगले 30 दिनों में 3 हजार बाढग़्रस्त गांवों सहित सभी गांव में जहां-जहां नुक्सान हुआ है वहां पंचायतों को विशेष फंड देकर इन सब सार्वजनिक संपत्तियों का पुननिर्माण या मरम्मत करवाएंगे?