अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा में बवाल: देवेंद्र को अध्यक्ष पद से हटाया, कुलदीप ने परसराम को जिम्मेदारी सौंपी
punjabkesari.in Wednesday, Nov 13, 2024 - 07:47 AM (IST)
हिसार : अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा में बवाल बढ़ता जा रहा है। बिश्नोई महासभा के संरक्षक कुलदीप बिश्नोई ने देवेंद्र बुढ़िया को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटा दिया है। परसराम बिश्नोई को महासभा का नया अध्यक्ष बनाया गया है। कुलदीप बिश्नोई ने सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट डालकर इसकी जानकारी दी। इसको लेकर एक पत्र भी जारी किया है।
कुलदीप बिश्नोई ने पत्र में लिखा अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा सदैव गुरू जंभेश्वर भगवान के दिखाए आदर्शों को आगे बढ़ाते हुए समाजसेवा की दिशा में अपने कर्तव्यों को पूरा करने का प्रयास करती आई है और हमेशा करती रहेगी। व्यक्ति, पद और निजी स्वार्थों से ऊपर उठकर हम सबको मिलकर समाज की एकजुटता की दिशा में कार्य करते रहना है। नई परिस्थितियों को देखते हुए समाज के सभी प्रबुद्धजनों से विचार विमर्श करने के बाद महासभा में प्रधान पद पर नई नियुक्ति की गई है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि परसराम बिश्नोई स्वर्गीय रामसिंह के गौरवशाली इतिहास को आगे बढ़ाते हुए महासभा को नई ऊंचाइयां प्रदान करेंगे।
इससे पहले मंगलवार को देवेंद्र बुढ़िया ने हरियाणा में BJP के विधायक रणधीर पनिहार पर बदसलूकी के आरोप लगाने के बाद जोधपुर में बिश्नोई समाज के लोगों से मीटिंग की। इस मीटिंग में बुढ़िया ने सोमवार को रणधीर पनिहार और उनके बीच हुए घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बताया। देवेंद्र ने कहा कि अब समाज को निर्णय लेना है कि उनको क्या करना है। आज दोपहर 2 बजे दोबारा मीटिंग होगी। जिसमें समाज जो फैसला करेगा वह सर्वमान्य होगा। इसके साथ उन्होंने कुलदीप बिश्नोई पर भी कई आरोप लगाए।
देवेंद्र बुढ़िया ने कहीं बड़ी बातें
- विधानसभा चुनाव के बीच 10 करोड़ रुपए मांगे
- कुलदीप ने कहा- सीएम के आगे मेरे नाम नहीं लिया
- कुलदीप ने भजनलाल की कसम खाई और कहा इस्तीफा लूंगा
जानें देवेंद्र ने पनिहार और उनके बीच हुई घटना के बार में क्या कहा
देवेंद्र बुढ़िया ने कहा कि मेरे पास फोन आया रणधीर पनिहार का कि आप कब आओगे। मैंने कहा मुझे तकलीफ है। मैं पहले मेदांता में दिखाऊंगा, फिर आऊंगा। पनिहार ने कहा नहीं आप पहले यहां आओ। हरियाणा भवन में 30 व 31 नंबर में आ जाना। मैं वहां गया। अंदर बैठे रणधीर पनिहार ने कहा आओ अंदर। मुझसे चाय पूछी और कहा आगे क्या करना है। मैंने कहा कि इस्तीफा देना है। पनिहार ने कहा कि आपने कमिटमेंट पूरी नहीं की। मैंने कहा कि मुझसे हो नहीं पाया।
उन्होंने कहा कि पनिहार ने मुझे दो कागज दिए और कहा कि इस पर साइन कर दो। मैंने कहा मैं साइन तो बॉस (कुलदीप बिश्नोई) के आगे करूंगा। पनिहार ने कहा कि वो तो आपका मुंह नहीं देखना चाहते। मैंने कहा मैं साइन नहीं करूंगा ऐसे। मैं साइन बॉस के सामने करूंगा। इसके बाद तू तड़ाक हुई। मुझसे पनिहार ने कहा कि आपको साइन करने पड़ेंगे। मैंने कहा मर जाऊंगा, मगर साइन नहीं करूंगा। वो 5 लोग थे, मैं अकेला था। मैंने कहा आप ऐसा करो आप गाड़ी में चलो। उसने कहा चलो। इसके बाद एक ने मेरा हाथ पकड़ लिया और दूसरा मेरा वीडियो बनाने लगा। वहां से चलने के बाद मैं फुटपाथ पर आकर बैठ गया। कुलदीप जी को फोन मिलाया, उन्होंने फोन नहीं उठाया। मैंने भव्य जी को फोन मिलाया। नहीं उठाया, मगर उनका बाद में बैक कॉल आया। उन्होंने कुछ नहीं कहा और फोन काट दिया। इसके बाद मैंने कुलदीप बिश्नोई को वॉइस मैसेज वॉट्सऐप पर भेजे और कहा कि मेरे साथ इस तरह की घटना हो रही है और यह लोग मेरे साथ गलत कर रहे हैं। देवेंद्र बुढ़िया ने कहा कि इस घटना के बाद मुझे लगा कहीं रात को मुझे कोई मार ना दे, इसलिए लाइव के माध्यम से मैंने आप लोगों को सब कुछ बताया। मैंने उस इंसान (कुलदीप बिश्नोई) को काफी माना, मगर 15 घंटे बीतने के बाद भी उसका फोन नहीं आया कि क्या हुआ।
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