Sirsa: सांसद शैलजा ने NH-9 की ड्रेनेज व्यवस्था को बताया फेल, कहा– चलो, सब मिलकर खुद देख लेते हैं!

punjabkesari.in Thursday, Jul 03, 2025 - 05:05 PM (IST)

सिरसा (सतनाम सिंह) : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी शैलजा ने वीरवार को बरनाला रोड़ स्थित पंचायत भवन में आयोजित जिला विकास, समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अधिकारियों को नेशनल हाइवे के ड्रेनेज को लेकर खूब खरी खोटी हुई। सांसद ने कहा कि बहाने बनाने से काम नहीं चलेगा वे स्वयं देखकर आई है कि कोई सफाई नहीं हुई है, कोई मरम्मत नहीं है,  मीडिया और अधिकारियों के साथ लेकर चलते है वे भी देख लेंगे कि कैसे काम हो रहा है।  इसके साथ ही सांसद ने नहरों की सफाई और तटबंधों को मजबूत ने किए जाने को लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों की क्लास लगाई साथ ही कुमारी शैलजा ने उपायुक्त शांतनु शर्मा से कहा कि ये गंभीर मामला है, कमेटी गठित कर इसकी जांच करवाई जाए।  लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, अधिकारियों ने तो मजाक बनाया हुआ है।

इस बैठक की अध्यक्षता सांसद कुमारी शैलजा ने की। इस मौके पर ऐलनाबाद के विधायक चौ. भरत सिंह बैनीवाल, कालांवाली विधायक शीशपाल केहरवाला, उपायुक्त शांतनु शर्मा सहित सभी विभागों के अधिकारी मंचासीन थे जबकि महिला कांग्रेस की जिला प्रधान कृष्णा फोगाट, सरपंच संतोष बैनीवाल, राजकुमार शर्मा, नवीन केडिया, राजेश चांडीवाल आदि मौजूद थे। 

सांसद कुमारी शैलजा ने सबसे पहले  नेशनल हाइवे-9 पर ड्रेनेज की व्यवस्था ठीक न होने, जलभराव से हादसे होने का मुद्दा उठाया। सांसद ने कहा कि हिसार से डबवाली के बीच 41 किमी क्षेत्र में ड्रेनेज ठीक करने के लिए करीब 150 करोड़ रुपये की राशि पांच साल के लिए आई पर देखकर नहीं लगता कि इस दिशा में कोई काम हुआ है। मौके पर मौजूद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि सारा काम हो चुका है कही पर भी जलभराव नहीं होता है, इतना सुनते ही सांसद ने उन्हें सच्चार्ई से अवगत करवाया।

चलो मीडिया कर्मियों और अधिकारियों के साथ मौके पर चलते है नेशनल हाईवे-9 पर ड्रेनेज की व्यवस्था को लेकर अधिकारी के जवाब से सांसद कुमारी शैलजा गुस्से में आ गई।  सांसद ने कहा कि वे स्वयं आज हिसार से सिरसा आते हुए देखकर आई है, नालों की सफाई नहीं है, कूड़े से अटे पडे है घास और झाड़ियां उगी हुई है, मरम्मत तक नहीं करवाई गई है कुछ स्थानों की वीडियोग्राफी भी करवाई है, अगर तुम्हारी बात सही है तो मीडिया कर्मियों औैर अधिकारियों को साथ लेकर चलते है ये भी देख लेंगे कैसे काम हुआ है, इस पर अधिकारी ने एकदम पलटते हुए कहा कि बरसात से पहले काम पूरा हो जाएगा, सांसद ने कहा कि अब कौन सी बरसात की बात कर रहे हो वह तो शुरू हो चुकी है। अधिकारी ने जल्द से जल्द काम पूरा करने का आश्वासन दिया। सांसद कुमारी शैलजा ने कहा कि वे देख रही है कि अधिकारियों में काम करने की नीयत नहीं रही। सांसद ने कहा कि जो काम अभी तक नहीं हुआ है वह जल्द से जल्द हो जाना चाहिए, अगली बैठक में कोई बहाना नहीं चलेगा।
 
सिंचाई विभाग के काम से नाखुश दिखी सांसद

घग्घर नदी के तटबंधों की मजबूती और नहरों की साफ सफाई को लेकर काफी गंभीर दिखाई दी, ये काम 30 जून तक पूरा हो जाना चाहिए था पर अधिकारी खानापूर्ति में लगे हुए है। सांसद ने पूछा- बाढ़ बचाव राहत को लेकर अब तक क्या क्या किया गया है?  घग्घर नदी और उससे निकलने वाली नहरों के तटबंध मजबूत किए गए है या नहीं, तटबंधों की मजबूती के लिए कितने कट्टे (बैग) लिये गए और कितनों में मिट्टी भरी गर्ई, बैग में भरी गई कहां से ली गई यह कार्य क्या मनरेगा के तहत कराया गया हां तो कितने मजदूरों ने कितने दिन काम किया? इस पर अधिकारियों ने जब कहा कि सफाई और तटबंधों की मजबूती का काम हो चुका है और कुछ जगह जारी है तो सांसद ने कहा कि क्षेत्र से शिकायत मिल रही है कि रत्ताखेडा खरीफ चैनल, रंगोई नाला, घग्घर-बणी, सदेवा-मम्मड लिंक चैनल, कर्मगढ़ माइनर, शेरांवाली माइनर, कसाबा माइनर की सफाई के नाम पर खानापूर्ति की गई है, कुछ नहरों की सफाई मनरेगा के तहत करवाई गई है पर अब भी नहरों में झाडियां खड़ी साफ दिखाई दे रही है।  ऐलनाबाद नगर से गुजरने वाली ऐलनाबाद डिस्ट्रीब्यूटरी गंदगी से अटी पड़ी है, क्या उसकी सफाई करवाई गई है तो गंदगी क्यों, अगर सफाई हुई है तो क्या मनरेगा के तहत करवाई गई, हर क्षेत्र से एक ही शिकायत मिल रही है कि मानसून से पहले नहरों और चैनल की साफ सफाई नहीं हुई, कही कही पर खानापूर्ति की गई है, सफाई कागजों में हुई है। सांसद ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों की जमकर क्लास ली साथ ही उपायुक्त शांतनु शर्मा से कहा कि इस मामले में कमेटी गठित कर जांच करवाई जाए कि नहरों की सफाई हुई या नहीं , तटबंध मजबूत हुए या नहीं, गुमराह करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

रेलवे अधिकारियों को भी सुनाई खरी-खरी

सांसद कुमारी शैलजा ने सिरसा में चतरगढ़पट्टी फाटक के पास रेलवे ओवर ब्रिज, कोर्ट रोड और कंगनपुर रोड पर अंडर ब्रिज बनाए जाने प्रस्तावित है इन तीनों के निर्माण के लिए क्या प्रगति है, कब तक निर्माण कार्य शुरू होगा।  सिरसा जिला के गांव बाजेकां, खैरेकां और बुर्जभंगू के पास रेलवे लाइन पर अंडर ब्रिज बनाए जा सकते है जो बहुत जरूरी है क्योंकि लोगों का लाइन के आर-पार जाना आसान हो जाएगा। क्या रेलवे ने इस प्रकार को कोई प्रोजेक्ट बनाकर विभाग को भेजा है अगर हां तो अब तक क्या प्रगति है। इस पर रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आरओबी और यूआरबी का काम जल्द शुरू होगा, बुर्जभंगू के पास रेलवे लाइन पर अंडर ब्रिज बनाने को लेकर कहा कि मौके पर जाकर देखेंगे, इस पर सांसद ने कहा कि ये बात तो पिछली बैठक में भी कही गई थी अभी तक मौके पर क्यों नहीं गए।

नेशनल हाइवे पर पांच गांवों में बनाए जाएंगे अंडर या ओवर ब्रिज

पिछले बैठक में कहा गया कि एनएस-9 पर डिंग मंडी, ओढां, साहुवाला प्रथम, चोरमार और सावंतखेडा ऐसे गांव है जहां पर हाइवे बीच से होकर गुजरता है, तेज गति से आने वाले वाहनों की चपेट में अनेक लोगों की मौत हो चुकी है सबसे ज्यादा हादसे साहुवाला प्रथम में हुए है ऐसे में हादसों को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाए। इस पर एनएच-9 के अधिकारी ने सांसद को बताया कि इन पांच गांवों में अंडर ब्रिज या ओवर ब्रिज के लिए प्रपोजल भेजे गए थे जो मंजूर हो चुके है, इसके बाद आगे टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

सिरसा में पीने के पानी और सीवरेज की समस्या उठाई

इस बैठक के दौरान पहुंचे शहरवासियों ने सिरसा नगर में पीने के पानी की कमी और सीवर ओवरफ्लो होने की समस्या सांसद के समक्ष रखी, लोगों ने बताया कि कुछ वार्डो में कई कई दिन से जलापूर्ति बंद है लोग कैंटर से पानी मंगाकर गुजारा कर रहे है। इस पर सांसद ने जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि आगे ये शिकायत नहीं मिलनी चाहिए, हर घर में पीने का पानी पहुंचना चाहिए।  कुछ ग्रामीणों ने कहा कि जल मिशन के तहत उनके गांवों में गलियां उखाड़ दी गई है पर पाइप नहीं डाली गई है जबकि जगह जगह पर पाइपों के ढेर लगे हुए हैै, इस पर सांसद ने कहा कि अधिकारियों को काम करने की आदत डालनी होगी इसके बिना काम चलने वाला नहीं है, जो काम शुरू किया गया है उसे पूरा करने की जिम्मेदारी भी अधिकारियों की है। साहुवाला प्रथम के लोगों ने कहा कि एनएच की ओर से एनओसी न मिलने पर 2022 से गांव में पेयजल के लिए पाइप लाइन नहीं डाली गई है। 

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Content Editor

Deepak Kumar

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