47 साल का हो गया म्हारा सुनहरा सोनीपत, रोचक है जिला बनने की कहानी
punjabkesari.in Sunday, Dec 22, 2019 - 01:46 PM (IST)

सोनीपत(दीक्षित): यूं तो सोनीपत ‘स्वर्णप्रस्थ’ व ‘सोनप्रस्थ’ के रूप में पुरातन नाम है लेकिन जिले के रूप में सोनीपत 22 दिसम्बर, 1972 को अस्तित्व में आया था। खट्टे-मीठे अनुभव से दो-चार होते हुए समय के साथ परिपक्व हुआ सोनीपत 47 साल पूरे कर चुका है। 4 सब-डिवीजन, 6 तहसील और 4 शहरी निकायों के साथ सोनीपत की जनसंख्या अब पौने 15 लाख तक पहुंच गई है।
2,260 स्क्वेयर मीटर में फैले सोनीपत में 349 गांव शामिल हैं। पहले नगर पालिका, फिर नगर परिषद और अब नगर निगम के रूप में सोनीपत विकसित हो चुका है। कभी सोनीपत की पहचान एटलस व बी.एस.टी. जैसे बड़े कारखाने हुआ करते थे जोकि अब बंद हो चुके हैं। सोनीपत की पहचान यहां के खिलाडिय़ों, कलाकारों व शिक्षाविदों की वजह से है। सोनीपत के खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर झंडे गाड़ रहे हैं और शिक्षण संस्थान हर साल आई.ए.एस., आई.आई.टीयन, डाक्टर्स पैदा कर रहे हैं। एच.सी.एस. में भी यहां के युवाओं ने धमाल मचाया है। इस साल जिले से 8 एच.सी.एस. चुने गए हैं।
स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय बताएगा सोनीपत का अनूठा इतिहास
सोनीपत का ऐतिहासिक महत्व बताने के लिए सोनीपत में संग्रहालय का निर्माण किया गया है। इसका नाम सोनीपत के पुराने नाम स्वर्णप्रस्थ के नाम पर रखा गया है। यहां न केवल सोनीपत, बल्कि देशभर से पुरातन वस्तुएं व शिलालेख एकत्रित कर संजोए गए हैं। रामायण काल, महाभारत काल व सोनीपत के प्राचीनतम प्रतीकों को दर्शाया गया है। रामायण काल में चकवाबैन मानधात्ता चक्रवर्ती सम्राट की राजधानी हाल में खेड़ी गुर्जर स्थित प्राचीन सतकुम्भा धाम मानी जाती है। संग्रहालय में इसे पेंटिंग के माध्यम से समझाया गया है।
खुदाई में निकली हजारों वर्ष पुरानी वस्तुएं प्राचीन इतिहास के बारे में बताएंगी। महाभारत काल के दौरान के समय को समझाने के लिए संग्रहालय में पेंटिंग का सहारा लिया गया है। पांडव कालीन कुआं भी दर्शाया गया है। प्राचीन सोनीपत से संबंधित इतिहास भी दर्शाया गया है जिसमें राजा काशी राम के पुत्र सुमित कुमार ने सोनीपत को दोबारा से यमुना नदी के किनारे बसाया था। सोनीपत के 4 दरवाजे अभी प्रसिद्ध हैं। इनमें लाल दरवाजा, साबर दरवाजा, कुम्हार गेट व थाना दरवाजा शामिल हैं।
रोचक है सोनीपत के जिला बनने की कहानी
सोनीपत के वरिष्ठ साहित्यकार एवं पर्यावरणविद् सुमेर चंद बताते हैं कि सोनीपत के जिला बनने की कहानी बेहद रोचक है। पूर्व मुख्यमंत्री बंसी लाल भिवानी में रहते थे जो कि उस समय भिवानी-हिसार जिले के तहत तहसील थी। बंसी लाल चाहते थे कि यदि वे भिवानी को जिला बना दें तो यहां सैशन जज आ जाएगा। फिर उनकी वकालत की कीमत बढ़ जाएगी। इसी दौरान बंसी लाल के राजस्व मंत्री पं. चिरंजी लाल ने सोचा कि जब भिवानी जिला बन सकता है तो सोनीपत क्यों नहीं।
उन्होंने सोनीपत को जिला बनाने का प्रस्ताव पेश कर दिया। ऐसे में भिवानी व सोनीपत को जिला बना दिया गया। उस समय सोनीपत को जिला बनाने की खास मांग नहीं की जा रही थी। सोनीपत को जिला बनाने पर लोगों को हैरानी हुई थी। सुमेर चंद ने एक वाकया बताया कि जिला बनने के बाद वे अपने कुछ साथियों के साथ कच्चे क्वार्टर तक सैर के लिए गए थे तो एक साथी ने कहा कि हमारा सोनीपत भी जिला बन गया। इस पर दूसरे ने हैरानी जताते हुए कहा था कि फिर तो हमारा कच्चे क्वार्टर (उस समय रिफ्यूजियों के लिए बनाया गया रहने का क्षेत्र) भी जल्दी ही जिला बन जाएगा।
ओलिम्पिक, कामनवैल्थ गेम्स में धमाल मचा चुके यहां के खिलाड़ी
सोनीपत के गांव भैंसवाल के स्टार पहलवान योगेश्वर दत्त ने ओलिम्पिक गेम्स में कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया था। यहां के अंकुर मित्तल शूटिंग, सीमा पूनिया डिस्कस-थ्रो, अमित धनखड़ कुश्ती, अनिल खत्री कुश्ती, अमित दहिया कुश्ती, मौसम खत्री कुश्ती, नेहा गोयल हॉकी, सुमित हॉकी, सौरभ शर्मा बैडमिंटन, हिमांशु राणा क्रिकेट, हिमानी मोर टैनिस, अमित सरोहा पैरालिम्पिक, वीरेंद्र पैरालिम्पिक जैसे खिलाडिय़ों ने सोनीपत का नाम अंतर्राष्ट्रीय पटल पर चमकाया है। हरियाणा का नाम खेलों में चमकाने में सोनीपत के खिलाडिय़ों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
8 यूनिवर्सिटी, 18 कालेज और अब पासपोर्ट केंद्र भी
यूं तो सोनीपत शिक्षा के क्षेत्र में पुरातन गढ़ रहा है लेकिन अब यहां राजीव गांधी एजुकेशन सिटी है जिसमें 3 यूनिवर्सिटी शिक्षा प्रदान कर रही हैं। सोनीपत में 8 यूनिवॢसटी, 18 कालेज हैं जिनमें करीब 2 लाख विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। सरल केंद्रों व ई-दिशा केंद्र के अलावा सोनीपत में पासपोर्ट केंद्र भी खुल गया है।
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दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं तकनीकी वि.वि., भगत फूल सिंह खानपुर महिला वि.वि., निफ्टम, साई खेल केंद्र, राजीव गांधी एजुकेशन सिटी यहां की पहचान बन चुकी है। राजीव गांधी एजुकेशन सिटी में आई.आई.टी. एक्सटैंशन कैम्पस, डा. बी.आर. लॉ यूनिवॢसटी भी शुरू हो चुकी है।
मोती लाल नेहरू खेलकूद स्कूल को भी यूनिवर्सिटी बना दिया है जिसका चांसलर मशहूर क्रिकेटर कपिल देव को बनाया गया है। जिंदल लॉ यूनिवर्सिटी भी सोनीपत में है। शहर में राजकीय कालेज 2 साल पहले शुरू हो चुका है लेकिन उसका भवन बनने में अभी इंतजार करना होगा। किलोहड़द में ट्रिपल आई.टी. का काम फिर से शुरू होने को है और उम्मीद की जा रही है कि 3 साल में यह प्रोजैक्ट पूरा कर लिया जाएगा।