सात साल में लाखों खर्च, फिर भी गोदामों में सड़ रहा हजारों क्विंटल गेहूं

punjabkesari.in Tuesday, Dec 05, 2017 - 04:57 PM (IST)

करनाल(कमल मिड्ढा): करनाल के जुंडला स्थित गोदाम में करीब सात साल से पड़े हजारों क्विंटल गेहूं की अनाज सड़ रही है। गेहूं की बोरियों में घांस निकल आई है, और गेहूं काले पडऩे लगे हैं। देखरेख में लाखों रूपए खर्च होने के बावजूद भी यह गेहूं सड़ रहा है, जिससे संबंधित अधिकारियों द्वारा बरती गई लापरवाही सामने आ रही है।

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दरअसल, करनाल में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारीयों की लापरवाही के चलते जुंडला गोदाम में 2010-11 सत्र का 4100 क्विंटल संग्रहित गेहूं सड़ गया है, जिसे किसी भी स्तर पर उपयोग नहीं किया जा सकता। गोदाम में रखे 8200 बैग के गेहूं में घास उग चुकी है। इस गेहूं की देखरेख में विभाग 7 वर्ष में लाखों रूपये खर्च हो चुके हैं, अब विभाग इस नुकसान की भरपाई करने के लिए लाखों के गेहूं को डैमेज दिखाकर इसकी नीलामी करना चाहता है।

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...जायज सवाल: क्यों हुआ गेहूं खराब, किसकी थी लापरवाही?
विभाग द्वारा नीलामी की बोली पर सवाल ये उठता है कि गेहूं खराब क्यों हुआ, किसकी लापरवाही है? यदि इन सवालों जवाब दिए जाएं तो  संबंधित अधिकारियों लापरवाही सामने जरूर आएगी। क्योंकि, गोदाम में अनाजों के रखरखाव के लिए विभाग द्वारा खर्चा 2870 प्रति माह दिय, जोकि सालाना 34,440 रुपए बनता है। पिछले 7 वर्ष में इस गेंहूं के लिए करीब ढाई लाख (2,41,080) रुपए बनते हैं विभाग द्वारा दिए गए। इसके बावजूद इस अनाज की दुर्दशा हुई है। अब विभाग ने इसे डैमेज बता दिया है।

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यह मामला जब जिला प्रशासन के संज्ञान में आने पर एडीसी निशांत यादव ने कहा, हमें इसकी सूचना अभी मिली है और इस सारे मामले की जांच करवाई जाएगी और जो भो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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