नूंह में हुए दंगे की असल वजह है सोशल मीडिया पर दिया ये संदेश, ये है वो शख्स जिसके नाम पर भिड़ गए हिंदू-मुसलमान!
punjabkesari.in Tuesday, Aug 01, 2023 - 09:40 AM (IST)

नूंह(अनिल): नूंह के नलेश्वर शिव मंदिर पर ब्रजमंडल यात्रा के लिए प्रदेशभर के अलावा अन्य राज्यों के जिलों से भी लोग पहुंचे। किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि यात्रा के समय कोई घटना भी घट सकती है । बता दें कि बहुत चर्चित मामले जुनेद नासिर हत्या कांड में मोनू मानेसर का नाम बड़ी ही सुर्खियों में रहा था। नूंह में सोमवार को हुए उपद्रव की जमीन एक दिन पहले ही तैयार हो गई थी। जुनैद-नासिर हत्याकांड में आरोपी रहे मोनू मानेसर ने सोशल मीडिया पर बयान जारी किया था। यही बयान शहर की शांति के लिए बवाल बन गया। यही कारण रहा कि उपद्रवियों की भीड़ के सामने चंद पुलिस कर्मी बेबस नजर आए। शाम को जब आसपास के जिलों से पुलिस बल नूंह पहुंचा, तब जाकर स्थिति नियंत्रण में आ सकी।
वीडियो में मोनू मानेसर ने क्या कहा
मोनू मानेसर ने वीडियो में कहा-'' जय गौमाता, जय श्रीराम, मैं आपका भाई मोनू मानेसर, बजरंग दल प्रांत गौरक्षा प्रमुख, हरियाणा से। सभी भाइयों को बड़ी खुशी के साथ बताया जा रहा है कि 31 जुलाई 2023 दिन सोमवार को मेवात बृजमंडल यात्रा है। सभी भाई बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। मेवात के सभी मंदिरों में जाएं। ज्यादा से ज्यादा संख्या में जाएं। हम खुद यात्रा में शामिल रहेंगे। हमारी पूरी टीम इस यात्रा में शामिल रहेगी।
मानेसर के मेवात आने के बयान को लेकर मेवात के लोगों ने विरोध जताया है. जिस तरह से सोशल मीडिया पर मोनू मानेसर को लेकर जिले के लोगों में बहुत ज्यादा नाराजगी देखने को मिल रही थी। वह नाराजगी लोगों की उस समय खुलकर सामने आ गई जब यात्रा खेड़ला गांव के समीप से निकली तो लोगों ने यात्रा पर पथराव शुरू कर दिया जिसके बाद माहौल इतना खराब हो गया कि लोगों ने गाड़ियां तोड़ने के साथ-साथ उन्हें आग लगाने भी शुरू कर दिया । पंजाब केसरी हरियाणा के पत्रकार अनिल मोहनिया की गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह भी बताया जा रहा है कि इस पूरे घटनाक्रम में 2 पुलिस के होमगार्डों की मौत हो गई है इसके अलावा कई दर्जन लोग तथा पुलिसकर्मी इस पूरे घटनाक्रम में घायल हो गए हैं घायलों का इलाज गुरुग्राम के मेदांता के अलावा नूंह जिले के मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। दंगे के बाद अन्य जिलों से आई पुलिस फोर्स के बाद स्थिति को सामान्य बनाने के लिए कुछ सामान्य नेताओं द्वारा भी लोगों को समझाने की कोशिश की गई लेकिन लोग नहीं माने नेताओं की कोशिश भी बेकार रही। जिले में धारा 144 लगा दी गई है इसके साथ साथ 2 दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। सुबह जब यात्रा के समय अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उषा कुंडू सहित इस यात्रा को लेकर बात की गई तो उन्होंने कहा कि यात्रा पूरी शांतिपूर्ण तरीके से निकाली जाएगी किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आएगी लेकिन जिला प्रशासन के दावे धरे के धरे रह गए ना ही किसी प्रकार का कोई पुलिस प्रशासन का खौफ जनता में दिखा उल्टा पुलिस को दंगे करने वाले लोगों के आगे भागते ही देखा गया।