निलंबित जज पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप, पद संभालने के कुछ ही समय बाद करोड़ों की संपत्ति खरीदी

punjabkesari.in Thursday, Nov 06, 2025 - 03:55 PM (IST)

पंचकूला : पंचकूला में स्टेट विजिलेंस और एंटी करप्शन ब्यूरो ने निलंबित CBI और ED स्पेशल जज सुधीर परमार के खिलाफ गंभीर भ्रष्टाचार के आरोपों वाली चार्जशीट अदालत में दाखिल कर दी है। आरोप है कि परमार ने रियल एस्टेट कंपनियों M3M, IREO और वाटिका समूह के मालिकों को अदालत में लाभ पहुंचाया और बदले में करोड़ों की संपत्तियां अपने और परिवार के नाम कर लीं।

चार्जशीट के मुताबिक, परमार ने नवंबर 2021 में पंचकूला में जज का पद संभाला था और महज 3-4 महीनों के भीतर 7 से 8 करोड़ रुपये की संपत्तियां खरीद लीं। जांच एजेंसियों के अनुसार, यह राशि उनकी आय से कहीं अधिक थी। 

ED अधिकारियों से मिलीभगत

रिपोर्ट में उल्लेख है कि परमार ने M3M समूह के मालिक रूप बंसल को फायदा पहुंचाने के लिए ED अधिकारियों से मिलीभगत की। ऑडियो रिकॉर्डिंग में वे कथित तौर पर यह कहते सुने गए कि उन्होंने ED अफसरों से जमीन जब्त न करने को लेकर बात कर ली है।

परिवार के नाम पर करोड़ों की संपत्ति खरीदी

चार्जशीट में यह भी सामने आया कि परमार के भतीजे अनम को M3M में कानूनी अधिकारी के रूप में नौकरी दिलाई गई और उसकी सैलरी असामान्य रूप से बढ़ा दी गई। परिवार के नाम पर गुरुग्राम में करोड़ों की संपत्तियां खरीदी गईं, जिनकी कीमत बाजार दर से कम दिखाई गई। परमार और उनके रिश्तेदारों द्वारा लग्जरी गाड़ियां और पेट्रोल पंप भी खरीदे गए। सरकार अब पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच करा रही है।

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Content Writer

Yakeen Kumar

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