बच्ची को पार्क में फैकने का मामला, जिम्मेदारों के न आने से नवजात रही 8 घंटे रिस्क में

punjabkesari.in Friday, Oct 04, 2019 - 10:16 AM (IST)

यमुनानगर (सतीश): 28 सितम्बर को जिस साढ़े 13 साल की नाबालिगा ने बच्ची को जन्म देने के बाद पार्क में फैंक दिया था, शहर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है, वहीं जिस युवक ने इस नाबालिगा के साथ गलत काम किया उसे भी काबू कर लिया है। उस युवक की उम्र मात्र 15 साल है। दोनों ने पुलिस को बताया कि ये गलती भूलवश हो गई।

उधर पुलिस ने नियमानुसार अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक जन्म देने वाली जच्चा को कोर्ट नारी निकेतन भेज सकती है, वहीं युवक को बाल सुधार गृह में भेजा जा सकता है। गौरतलब है कि 28 सितम्बर को जब नवजात मिली थी तब अज्ञात के खिलाफ धारा-318 के तहत मामला दर्ज किया गया था। अब शहर पुलिस ने दोनों की पहचान कर कार्रवाई कर दी है। 

जिम्मेदारों ने नहीं निभाई जिम्मेदारी
28 सितम्बर को नवजात बच्ची को सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। उसे स्थानीय सिविल अस्पताल में ले जाया गया। जहां से उसे पी.जी.आई. रैफर कर दिया गया। पुलिस के मुताबिक उनके साथ सी.डब्ल्यू.सी. के पदाधिकारी होने चाहिए थे लेकिन उनकी अनुपस्थिति में कांस्टेबल शिमला ने अपनी जिम्मेदारी निभाई। उसने बच्ची को गोद में लिया और एम्बुलैंस में बैठ गई। धीरे-धीरे चलने के कारण एम्बुलैंस 4 घंटे में चंडीगढ़ पहुंची। यहां पर डाक्टरों ने सी.डब्ल्यू.सी. के बारे पूछा, तो कांस्टेबल ने बताया कि वह तो नहीं आए, जिसके बाद कांस्टेबल ने स्थानीय वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से सम्पर्क किया। उनके निर्देश पर कांस्टेबल चंडीगढ़ सी.डब्ल्यू.सी. को मौके पर बुलाया। करीब 4 घंटे बाद जब सी.डब्ल्यू.सी. पदाधिकारी मौके पर पहुंचे तब ही बच्ची दाखिल हुई। 8 घंटे तक बच्ची रिस्क में रही। 

लड़का-लड़की दोनों रहते हैं आसपास
जिस नाबालिगा ने बच्ची को जन्म दिया और जिस लड़के ने गलत काम किया वे दोनों पड़ोसी हैं। पुलिस ने इन्हें जांच में शामिल कर लिया है। मामले को देख रहे एस.आई. दल सिंह व ए.एस.आई. सुषमा का कहना है कि है कि दोनों को अदालत में पेश किया गया। लड़की को जमानत मिल गई है जबकि लड़के को अदालत ने बाल सुधार गृह अम्बाला भेज दिया। 


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Isha

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