कैग रिपोर्ट में खुलासा: गुरुग्राम डिपो में मननाने ढंग से आवंटित किए गए करोड़ों रुपये
punjabkesari.in Tuesday, Mar 16, 2021 - 05:11 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा बजट सत्र के सातवें दिन की कार्यवाही जारी है। इस कार्यवाही के दौरान सदन में 31 मार्च 2019 की कैग की रिपोर्ट रखी गई। जिसमें कई खामियां उजागर की गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा रोडवेज के गुरुग्राम डिपो के महाप्रबंधक ने तीन बस अड्डों, एक वर्कशॉप और बसों की सफाई का कार्य पांचवे न्यूनतम बोलीदाता (ए-5) को मननाने ढंग से आवंटित किया तथा अनुबंध को वास्तविक छह माह की अवधि से 52 माह तक बढ़ा दिया। इसके परिणामस्वरुप 1.03 करोड़ रुपये अतिरिक्त व्यय हुआ।
इसके साथ रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि हरियाणा शहर विकास प्राधिकरण मंडल संख्या-।।। गुरुग्राम कार्यकारी अभियंता द्वारा सक्षम प्राधिकारियों से प्रशासनक अनुमोदन और तकनीकी स्वीकृति प्राप्त किए बिना अनियमित रुप से 16.11 करोड़ रुपये मूल्य के चार कार्यों को निष्पादित करवाया गया। इन कार्यों को प्रतिस्पर्धात्मक निविदाएं आमंत्रित किए बिना नामाकंन आधार पर एक ठेकेदार के 0.19 करोड़ रुपये के अनुबंध को 16.30 करोड़ तक बढ़ोतरी करके आवंटित किया गया था। इसके अतिरिक्त कोडल प्रावधानों की उल्लघंना करके 0.81 करोड़ की निष्पादन गारंटी प्राप्त नहीं की गई तथा हित को संरक्षित नहीं किया गया।
कैग रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2017-18 के दौरान 62,694.87 करोड़ रुपये की तुलना में वर्ष 2018-19 के लिए राज्य सरकार की कुल राजस्व प्राप्तियां 65,885.12 करोड़ थी। इसमें से 77 प्रतिशत कर राजस्व (42581.34 करोड़ रुपये) तथा कर-भिन्न राजस्व (7975.64 करोड़ रुपये) से एकत्रित किए गए थे। शेष 23 प्रतिशत भारत सरकार से विभाज्य संघीय करों के राज्य के हिस्से (8254 करोड़ रुपये) तथा सहायता अनुदान (7073.54 करोड़ रुपये) के रुप में प्राप्त किया गया था। पिछले वर्ष से राजस्व प्राप्तियों में 3,190.25 (5.09) की वद्धि थी।
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि बिक्री कर/मूल्य वर्धित कर, राज्य उत्पाद शुल्क, स्टांप शुल्क तथा पंजीकरण फीस, मोटर वाहन कर तथा अन्य कर-भिन्न प्राप्तियों को 275 यूनिटों के अभिलेखों की वर्ष 2018-19 के दौरान की गई नमूना-जांच ने 9836 मामलों में कुल 2279 करोड़ के राजस्व के अवनिर्धारण/कम उद्ग्रहण/हानि दर्शाई। वर्ष 2018-19 के दौरान विभागों ने 5211 मामलों में 948.12 करोड़ के अवनिर्धारण स्वीकार किए। इनमें से, विभाग ने वर्ष 2018-19 के दौरान 304 मामलों में 13:29 करोड़ वसूल कर लिए थे।
इसके अलावा 597 परिवहन और माल वाहनों के मालिकों ने वर्ष 2017-18 के दौरान मोटर वाहन कर जमा नहीं करवाया या कम जमा करवाया था, जिसके परिणास्वरुप 66.91 लाख के मोटर वाहन कर की अवसूली/कम वसूली हुई। इसके अतिरिक्त 69.61 लाख की पेनल्टी भी उद्ग्राह्य थी।
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