ये 5 जिले बिगाड़ रहे हैं हरियाणा में लिंगानुपात, इस जिले का रहा सबसे अच्छा प्रदर्शन
punjabkesari.in Sunday, Oct 05, 2025 - 09:37 PM (IST)

चंडीगढ़ : हरियाणा में लिंगानुपात को सुधारने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग के लगातार प्रयासों के बावजूद कुछ जिले अब भी चिंता का कारण बने हुए हैं। ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, रोहतक, चरखी दादरी, गुरुग्राम, रेवाड़ी और सोनीपत जिले राज्य के औसत से नीचे हैं। इनमें चरखी दादरी का लिंगानुपात सबसे कम 855 दर्ज किया गया है, जबकि अन्य चारों जिले 900 के आसपास या उससे नीचे हैं। इन जिलों के कारण प्रदेश का कुल लिंगानुपात सितंबर 2025 तक 909 पर ही अटका हुआ है, जो पिछले वर्ष से एक अंक कम है।
जिला 2024 2025
- दादरी -855 869
- गुरुग्राम -872 899
- रेवाड़ी -881 873
- सोनीपत-893 901
- रोहतक -896 888
जनवरी से सितंबर 2025 तक राज्य में कुल 3,69,989 बच्चों ने जन्म लिया, जिनमें 1,93,804 बेटे और 1,76,185 बेटियां शामिल हैं। फतेहाबाद जिले ने सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए 964 के लिंगानुपात के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया, जबकि पंचकूला 951 के अनुपात के साथ दूसरे नंबर पर रहा।
दिल्ली से सटे इलाकों गिरा लिंगानुपात
विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली से सटे जिलों में लिंगानुपात में गिरावट का मुख्य कारण भ्रूण लिंग जांच कराने वाले दलालों की सक्रियता है। उत्तर प्रदेश और दिल्ली के आसपास इनकी संख्या अधिक है, जिससे गर्भवती महिलाओं के लिए गैरकानूनी लिंग जांच कराना आसान हो जाता है।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जब तक दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में भ्रूण लिंग जांच पर सख्त नियंत्रण नहीं होगा, तब तक हरियाणा के इन जिलों में लिंगानुपात में सुधार लाना चुनौतीपूर्ण रहेगा। सरकार अब इस दिशा में और कड़े कदम उठाने की तैयारी कर रही है।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)