हरियाणा के इस नागरिक अस्पताल की हालत बद से बदतर
punjabkesari.in Wednesday, Jan 16, 2019 - 03:09 PM (IST)
रेवाड़ी(मोहिंदर): हरियाणा में बीजेपी की सरकार बने 4 साल बीत चुके हैं और सरकार लगातार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे करते नहीं थक रही, लेकिन बात अगर रेवाड़ी की की जाए तो दवाओं के अभाव में यहां स्थिति काफी चिंताजनक दिखाई पड़ रही है। हालात इस कदर बेकाबू हो गई हैं कि यहां ऑपरेशन कराने के लिए आए मरीजों को एंटीबायोटिक इंजेक्शन व अन्य दवाओं को अस्पताल से बाहर प्राइवेट मेडिकल शॉप से खरीदना पड़ रहा है।
ऐसे में बड़ी समस्या उन मरीजों के लिए है, जिनके पास इलाज के लिए पैसे ही नहीं है। दवाओं के अभाव में रेवाड़ी के नागरिक अस्पताल में इलाज कराने के लिए आए मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि यहां चल रही ओपीडी में औसतन 5 में से 2 दवाईयां ही उपलब्ध हो पा रही है।
स्वास्थ्य सूत्रों की मानें तो रेवाड़ी ही नहीं, पूरे प्रदेश में बीते करीब 3 माह से सरकारी अस्पतालों में दवाओं का टोटा चल रहा है, जिसका बड़ा कारण प्रदेश सरकार के वेयरहाउस में दवाओं का ना होना है। ऐसे में अस्पताल को बाहर से दवाई खरीदकर काम चलाना पड़ रहा है।
इतना ही नहीं नागरिक अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए आयरन की गोलियां, डिलीवरी के दौरान उपयोग में आने वाली सर्जरी के दस्ताने व अन्य एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाने के लिए सिरिंज, घायलों के लिए पट्टी व रुई तक खत्म हो चुकी है। यहां आने वाले मरीजों व उनके परिजनों की मानें तो डॉक्टरों द्वारा लिखी गई दवाओं में से अनेक दवाइयां यहां उपलब्ध न होने के कारण उन्हें बाहर से परचेज करनी पड़ रही है।
वहीं इसे लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि ओपीडी में जरूर समस्या बनी हुई है। उनकी ओर से मरीजों के लिए दवाएं उपलब्ध कराने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं चिकित्सकों को 2500 तक की दवाएं बाहर से खरीदने के लिए कहा गया है। इस समस्या का जल्द समाधान कराने के लिए पत्राचार भी सरकार से किया हुआ है।