झज्जर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के वाईस चेयरमैन समेत दो डायरेक्टरों की छुट्टी

punjabkesari.in Tuesday, Aug 07, 2018 - 04:41 PM (IST)

झज्जर(प्रवीण धनखड़): झज्जर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के वाईस चेयरमैन समेत दो डायरेक्टरों को उनके पद से हटा दिया गया है। तीनो पर आउटसोर्सिंग की भर्तियों में अनियमितता के साथ बैंक के संसाधनों का गलत और खुद के हित के लिए इस्तेमाल के आरोप हैं। बहादुरगढ़ से पैक्स के पूर्व डायरेक्टर नरेंद्र राठी की शिकायत पर ए कार्रवाई हुई है।

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नरेंद्र राठी ने साल 2015 में सीएम विण्डो पर तीनों के खिलाफ शिकायत दी थी। जिसकी जांच पूरी होते होते करीब 3 साल लग गए। 3 अगस्त को रोहतक कोऑपरेटिव सोसाइटी की डिप्टी रजिस्ट्रार ने तीनों के खिलाफ फैसला सुनाया है। उन्होंने हरियाणा कोऑपरेटिव सोसाइटी एक्ट 1984 की धारा 35(1) के तहत तीनो पर लगे आरोपों को सही पाया और गंभीर आरोप होने के कारण तीनो को पद से हटाने के आदेश जारी कर दिए।

शिकायतकर्ता नरेंद्र राठी ने बताया कि 2015 मैं वो भी बैंक का डायरेक्टर था। उस वक्त कुछ समय के लिए वाईस चेयरमैन को चेयरमैन की पावर मिली हुई थी। इसी का फायदा उठाकर वाईस चेयरमैन आजाद सिंह, डायरेक्टर राकेश जाखड़ और डायरेक्टर राकेश कुमार ने बैंक में जमकर मनमानी की। 

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आउटसोर्सिंग पर कर्मचारी मुहैया करवाने वाली पीयरलेस सिक्योरिटी सर्विसेज कंपनी के ऊपर पहले लगे कर्मचारियों को हटाकर अयोग्य लोगों को दबाव देकर लगवाया गया। बैंक के कर्मचारियों से खुद के काम करवाए जाते थे। इसलिए उनकी शिकायत की गई जिस पर फैसला देते हुए तीनों को डायरेक्टर पद से हटा दिया गया है। 

बता दें कि झज्जर जिले में 23 प्राथमिक कृषि सहकारी बैंक यानी पैक्स है। जिनसे झज्जर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक के लिए सात डायरेक्टर चुने जाते हैं। बैंक के तीन डायरेक्टर नॉन एग्रीकल्चर सोसाइटी से चुने जाते हैं और दो डायरेक्टर सरकार नुमाइंदे होते हैं। कुल मिलाकर झज्जर सेंट्रल कोऑपरेटिव सोसाइटी में 12 डायरेक्टर होते हैंं, जो अपना चेयरमैन और वाईस चेयरमैन चुनते हैं। बाद में डायरेक्टर बैठक कर किसान, मजदूर और छोटे कामगारों को कृषि जिंस और काम के लिए नगद लोन दिलाते हैं। 


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Shivam

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