कोख में हत्या: डॉक्टर बाेली- काले लिफाफे में जो बच्चा डालकर दूंगी, उसे गटर में फेंक देना(VIDEO)

punjabkesari.in Monday, Feb 24, 2020 - 11:32 AM (IST)

पंचकूला(उमंग): पंचकूला में डॉक्टरी पेशे को शर्मसार करने वाला एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें नागरिक अस्पताल सेक्टर-6 गायनी विभाग की डॉ. पूनम भार्गव सामने वाले व्यक्ति को सलाह दे रही है कि भ्रूण को निकालकर मैं दूंगी, आप उसे काले लिफाफे में डालकर किसी गटर में फेंक देना। 

वहीं, इस मामले में नागरिक अस्पताल की ओर से बनाई गई कमेटी ने शुरुआती रिपोर्ट बनाकर स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक को भेज दी है। जिसमें स्पष्ट तौर पर डॉ. पूनम भार्गव को वीडियो के आधार पर आरोपित बताया गया है लेकिन इस मामले में अभी डॉ. पूनम भार्गव और वीडियो बनाने वाला कमेटी के समक्ष पेश नहीं हुआ है। दोनों के बयान लेने के बाद एक रिपोर्ट तैयार होगी। अस्पताल के गायनी वार्ड से फिलहाल डॉ. पूनम भार्गव को हटा दिया गया है।

सिविल सर्जन डॉ. जसजीत कौर के पास जैसे ही वीडियो आया तो उन्होंने पांच डॉक्टरों की एक कमेटी गठित कर दी थी। कमेटी ने वीडियो को कई बार सुना। वीडियो के आधार पर डॉ. पूनम भार्गव, उसकी असिस्टेंट, वीडियो बनाने वाले को बयान दर्ज करवाने के लिए कहा था। असिस्टेंट कमेटी के समक्ष पेश हो चुकी है। उसने कई अहम बातें मामले से जुड़ी कमेटी को बता दी है। लेकिन कमेटी ने अभी डॉ. पूनम भार्गव एवं शिकायतकर्ता के बयान लेने हैं। 

डॉ. पूनम भार्गव की सेवा अवधि कुछ समय पूर्व अस्पताल से पूरी हो चुकी है लेकिन उन्हें एक्सटेंशन पर रखा हुआ था क्योंकि अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है। डॉक्टरों को 65 वर्ष की आयु तक एक्सटेंशन मिल जाती है। पूनम भार्गव गायनी की एमडी हैं और वह डिलीवरी करवाती थीं। वीडियो सामने आने के बाद पूनम भार्गव को गायनी वार्ड से तुरंत प्रभाव से हटा दिया गया है। पूनम भार्गव की बातचीत से लग रहा है कि वह भ्रूण हत्या का काम काफी समय से कर रही थी क्योंकि वीडियो में वह अपनी असिस्टेंट से कहती हैं कि इस बार हम नए तरीके से भ्रूण निकालेंगे। 

वीडियो में डॉ पूनम भार्गव की शर्मनाक बातचीत साफ तौर पर दिख रही है
डॉ. पूनम भार्गव अपनी असिस्टेंट से: इन्हें एक काला लिफाफा दे दो।
अस्सिटेंट: मैडम आज ही कर देना है काम या कल करोगी।
डॉ. पूनम भार्गव: कल करेंगे, आज तो यह टेबलेट खाएगी।
सरदार: मैडम आज तो मुझे पैसे का इंतजाम करने दो।
डॉ. पूनम भार्गव: हां कर लेना, इसको एक ब्लैक लिफाफा दे दे, ठीक है, अभी दे दे, आप भी ले सकते।
सरदार: ठीक है मैम, वो तो मैं खुद ले आउंगा।
डॉ. पूनम भार्गव: उसमें डालकर मैं आपको दे दूंगी, उसमें दिखेगा नहीं न कुछ भी, उसे गटर में या कूड़े में फेंक देना।
अगले दिन सरदार डॉ. पूनम भार्गव के घर पहुंचा: मैडम आज मेरे बच्चों की पेरेंट्स मीटिग है, वहां जाना है, इसलिए आज नहीं करवा सकते।
डॉ. पूनम भार्गव: चली जाए, इसे 5-6 बजे टेबलेट खिला देना।
सरदार: मैं परसों आ सकता हूं, तो कह रहा था, क्योंकि 10 हजार रुपये का थोड़ा सा इंतजाम करना था।
डॉ. पूनम भार्गव: तो परसों चाहते हो तुम, एक काम करना यह गोली तो आज खिला देना, कल रात को, कल तो पेरेंट्स टीचर मीटिग अटेंडेंट कर लेना। उसके बाद सुनो परसो सुबह पांच बजे, उसके बाद आठ बजे, तीन घंटे निकल गए, उसके बाद 11 बजे और फिर दो बजे आ जाना।
सरदार: परसो दो बजे आना, तो बाकी मैं फोन कर लूंगा।
डॉ. पूनम भार्गव: हां-हां, ऐसा करना फिर इंजेक्शन क्यों लगाना, मैं टेबलेट दे रही हूं, पहले मैं टेबलेट दे रही हूं उल्टी की, अभी उल्टी की दे रही हूं, बाकी गोली बाद में देना। ऐसे कर लो, उसमें क्या हो गया।
सरदार: बाकी जो मेडिसन बोली थी आपने।
डॉ. पूनम भार्गव: वो तो दे रही हूं, उसके बिना कैसे होगा। वह तो मेन है। यह रख लो पहले। यह सुबह पांच या छह बजे, फिर चाहे वह सो जाए, जाग कुछ भी हो, फिर उसके तीन घंटे बाद देना। ठीक है।
सरदार: अगर ब्लीडिग वगैरा होने लगी तो।
डॉ. पूनम भार्गव: मुझे फोन कर देना, वो तो मैंने देखना है, तुमने क्या करना है।
सरदार: मैडम को पैसे देते हुए, ये पांच है जी, तीन हजार आपके पास पहले हैं, टोटल आपके पास आठ हजार रुपये आ गए।
डॉ. पूनम भार्गव: ठीक है, यह रखो, कैसे रखोगे।
सरदार: आपके पास आठ हजार आ गए जी, थोड़ी न घबरा गई सी जी।
डॉ. पूनम भार्गव: नहीं-नहीं, देखो, हमने जैसे डिलीवरी होती है, वैसे ही करना है। नोंच-नोंच कर तो निकालना नहीं है। मैं चाहूं तो दो घंटे में नोंचकर निकाल दूं लेकिन यदि एक भी अंग रह गया, एक भी अंगुली रह गई फिर।
सरदार: हां जी, वो पता न क्या भावी है न उसने कहा कि लड़की है जो उसे काटना पड़ेगा।
डॉ. पूनम भार्गव: नहीं, वैसे नहीं करेंगे, जैसे डिलीवरी होती है, वैसे करेंगे। पूरा बच्चा बाहर आएगा, आप कहोगे तो आपको दिखा देंगे। कितना बड़ा बच्चा है। उसमें सफाई भी बहुत है। कोई न परसों आ जाओ, कंर्फटेबल रहे। 


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Edited By

vinod kumar

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