अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग आज: चुनाव के खिलाफ हाईकोर्ट पहुंचे चेयरमैन, रिजल्ट नहीं होगा घोषित
punjabkesari.in Friday, Jul 19, 2024 - 02:15 PM (IST)
कैथल, (जयपाल रसूलपुर): जिला परिषद के चेयरमैन चेयरमैन दीप मलिक के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आज वोटिंग होगी। चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से करवाने के लिए जिला प्रशासन ने भी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। जिला परिषद चेयरमैन पद पर शुरू से ही भा.ज.पा और जे.जे.पी के बिच घमासान से देखने को मिल रहा है। दोनों पक्षों के बीच कभी वित्तीय शक्ति तो कभी ग्रांट वितरण को लेकर विवाद होता रहा। भा.ज.पा ने लोकसभा चुनावों से पहले जे.जे.पी से गठबंधन तोड़ लिया। दोनों पार्टियों का गठबंधन टूटने के बाद से ही जे.जे.पी के चेयरमैन दीपक मलिक जाखौली के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर उसे हटाने की रणनीति रची गई। जिसके चलते 12 जुलाई को भा.ज.पा समर्थित 15 पार्षदों ने डी.सी को अविश्वास का शपथ पत्र दिया। चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया तो मामला हाईकोर्ट पहुंच गया। सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने 19 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव के लिए होने वाली वोटिंग पर रोक लगाने से इंकार कर दिया, परंतु चुनाव परिणाम घोषित करने के लिए उसके फैसले का इंतजार करने को कहा।
चेयरमैन ने हाई कोर्ट में ये रखे आधार :
चेयरमैन दीप मलिक ने अपने वकील के माध्यम से हाई कोर्ट को बताया कि जो पार्षदों व प्रशासन द्वारा उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है उसमें काफी खामियां हैं। जिसकी प्रक्रिया में कई नियमों का पालन नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि मामले में सबसे अहम बात यह थी कि डी.सी को जिन 15पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए शपथ पत्र दिए थे। उनमे से एक पार्षद भ्रष्टाचार के मामले में सस्पेंड चल रहा है। नियम अनुसार उसका वोटिंग करने का अधिकार नहीं है। इसके बावजूद भी प्रशासन ने उसके शपथ पत्र को स्वीकार किया। इसके साथ ही उसके पक्ष की एक महिला पार्षद को अविश्वास प्रस्ताव से संबंधित नोटिस नहीं भेजा गया। डी.सी के पी.ए द्वारा जिस ग्रुप में नोटिस डाला गया है उसमें एक महिला पार्षद का पति शामिल है। जबकि वह खुद उस ग्रुप में नहीं जुड़ी हुई। चेयरमैन ने इन सभी ग्राउंड को आधार बनाते हुए हाई कोर्ट में अपना पक्ष रखा। जिस पर हाईकोर्ट में चुनाव करवाने की प्रक्रिया पर रोक नहीं लगाई परंतु परिणाम घोषित करने पर स्टे कर दिया है।
अब वोटिंग तो होगी, परंतु परिणाम घोषित नहीं होगा
हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद भले ही 19 जुलाई को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली वोटिंग पर रोक लगाने से इंकार कर दिया हो, परंतु वोटिंग के बाद चुनाव परिणाम घोषित करने पर रोक लगाकर मामले की सुनवाई पूरी होने तक चेयरमैन दीप मलिक को कुछ राहत जरूर दे दी है। 19 को होने वाली वोटिंग में चेयरमैन का ताज बचेगा या फिर नीचे से कुर्सी खिसकेगी, यह हाई कोर्ट से हरी झंडी मिलने पर वोटिंग के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
ऐसे होगी पूरी प्रक्रिया:
जिला प्रशासन ने वोटिंग की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। चुनाव का स्थान जिला परिषद बिल्डिंग प्रथम तल रहेगा। इसका समय दोपहर तीन बजे रखा गया है। सभी पार्षदों को उनका पहचान पत्र दिखाकर ही अंदर जाने दिया जाएगा। साढ़े 3 बजे के बाद किसी भी सदस्य का प्रवेश मान्य नही होगा। वोटिंग का समय की पुरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी करवाई जाएगी। बैलेट पेपर से वोटिंग की कार्यवाही जाएगी। प्रशासन द्वारा इसके लिए 20 बैलेट पेपर छपवाए गए हैं। पार्षदों द्वारा वोटिंग करते समय बैलेट पेपर पर चेयरमैन दीप मलिक के विरुद्ध या पक्ष में, किसी एक विकल्प को टिक मार्क कर वोट को बॉक्स में डालना होगा। टिक मार्क के अतिरिक्त कुछ भी लिखने, हस्ताक्षर या अन्य चिन्ह बनाने पर वोट को रद्द समझा जाएगा।
21 पार्षदों में से 15 चेयरमैन के खिलाफ:
भाजपा नेतृत्व ने इसी साल लोकसभा चुनावों से पहले जजपा से गठबंधन भी तोड़ लिया था। हरियाणा में भाजपा व जजपा गठबंधन सरकार के दौरान जनवरी 2023 में जजपा नेता दीपक मलिक उर्फ दीप जाखौली को कैथल जिला परिषद का चेयरमैन चुना गया था। गठबंधन टूटते ही दीप जाखौली की कुर्सी पर मंडराना शुरू हुआ खतरा अब अविश्वास प्रस्ताव तक पहुंच गया है। जिला परिषद के 21 पार्षदों में 15 भाजपा व 6 जेजेपी समर्थक बताए जा रहे हैं। फिलहाल भाजपा समर्थित 15 पार्षद दीप के खिलाफ एकजुट बताए जा रहे हैं। हालांकि असली तस्वीर अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग का परिणाम घोषित होने के बाद ही सामने आ पाएगी।
इन पार्षदों ने डी.सी को सौंपा शपथ पत्र:
जिला परिषद के 15 पार्षदों में वार्ड नंबर 13 से कर्मबीर कौल, 3 से रुमिला ढुल, 4 से दिलबाग सिंह, वार्ड 5 से कमलेश रानी, 6 से अमरजीत, 7 से कमलेश रानी, वार्ड 8 से ममता रानी, वार्ड 9 से देवेंद्र शर्मा, 10 से सोनिया रानी, 11 से विक्रमजीत कश्यप, वार्ड 14 से पिंकी रानी, 15 से मनीष शर्मा फरल, 19 से बलजीत कौर, 20 से सुरजीत कौर व वार्ड 21 से बलवान सिंह ने एकत्रित होकर शुक्रवार को अपने-अपने शपथ पत्र डी.सी प्रशांत पंवार को सौंपे, जिसमें चेयरमैन दीप मलिक के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की मांग की गई है। दोनों पक्ष ही अपने पास बहुमत होने का दावा कर रहे हैं। जिला परिषद के इस अविश्वास प्रस्ताव पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं।
अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने में नियमों की नहीं हुई पालन: दीप मलिक
अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने और नोटिस जारी किए जाने में नियमों का ठीक से पालन नहीं किया गया है। इस पर माननीय हाईकोर्ट ने हमें राहत दी है और सरकार को नोटिस जारी किया है कि सफाई दें कि नियमों का पालन क्यों नहीं किया गया। कोर्ट ने कहा है कि मतदान करवा लें लेकिन तब तक रिजल्ट घोषित नहीं करें जब तक हाईकोर्ट से हमारे केस का फैसला नहीं होता। हमारी मांग है कि प्रशासन कल होने वाली वोटिंग को स्थगित करे ताकि जब हाई कोर्ट से केस फाइनल हो जाए तब पूरी प्रक्रिया एक साथ करवा ली जाए।
-दीप मलिक, चेयरमैन: जिला परिषद कैथल।
संवैधानिक तरीके से की जा रही अविश्वास प्रस्ताव की कार्यवाही: कर्मबीर कौल
अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जो कार्यवाही की जा रही है, वह संवैधानिक तरीके से की जा रही है। आज हर हाल में चुनाव होगा और हमारे सभी पार्षद चुनावी प्रक्रिया में भाग लेगे। जिले के विकास को लेकर सभी पार्षद एकजुट हैं। हमने पहले भी गांवों के विकास को लेकर आवाज बुलंद की है और आगे भी करते रहेंगे।
-कर्मबीर कौल, वाईस चेयरमैन, जिला परिषद कैथल।
वोटिंग की होगी वीडियोग्राफी: सी.ई.ओ.
जिला परिषद के सी.ई.ओ. जया श्रधा ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। वोटिंग 19 जुलाई दोपहर 3 बजे के बाद होगी। चुनाव का स्थान जिला परिषद बिल्डिंग प्रथम तल रहेगा। सभी पार्षदों को उनका पहचान पत्र दिखाकर ही अंदर जाने दिया जाएगा। साढ़े 3 बजे के बाद किसी भी सदस्य का प्रवेश मान्य नही होगा। मतदान का समय 4.15 से 4.45 तक रखा गया है। वोटिंग का रिजल्ट 4.45 के घोषित किया जायेगा। पुरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी करवाई जाएगी।