कोरोना के नए वेरिएंट से निपटने के लिए हम पूरी तैयारी कर रहे: मंत्री अनिल विज

punjabkesari.in Sunday, Nov 28, 2021 - 08:29 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि कोरोना का नया वेरिएंट जो कि साउथ अफ्रीका में पाया गया है, उससे निपटने के लिए हम पूरी तैयारी कर रहे हैं। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे कोरोना की टेस्टिंग बढ़ाने का कार्य आरंभ कर दें। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना के नियमों जैसे कि सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क इत्यादि का प्रयोग अवश्य जारी रखें ताकि करोना से बचाव किया जा सके।

विज आज यहां पंचकूला में वयोवृद्ध डॉक्टरों को सम्मानित करने के लिए हरियाणा मेडिकल काउंसिल द्वारा आयोजित "वटवृक्ष पुरस्कार" समारोह में विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित जनों को संबोधित कर रहे थे। विज ने कहा कि हालांकि हरियाणा में दो दिन को छोड़कर पिछले कुछ दिनों से कोविड-19 के 20 से नीचे मरीजों की संख्या रही है, लेकिन फिर भी हमें सचेत रहना है क्योंकि यह कभी भी मल्टीप्लाई होना शुरू हो जाता है, इसलिए सचेत रहते हुए कोरोना के नियमों का हमें अवश्य पालन करना चाहिए।

हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य होगा जो ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर होगा: विज
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हालांकि कुछ ऑक्सीजन के मामले में प्रदेश में दिक्कत आई थी लेकिन हमने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस दिक्कत का भी समाधान करने का काम किया। अब हमने राज्य के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को निर्देश जारी कर रखे हैं कि जिन सरकारी और निजी अस्पतालों के 50 से अधिक बैड हैं वे अपनी आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन का प्लांट लगाएंगे। उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य होगा जो ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर होगा।

हरियाणा में अब तक 2.83 करोड़ वैक्सीन लोगों को लगाई- विज
उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के मामले में भी देश ने मील का पत्थर स्थापित किया है, इतनी घातक बीमारी की वैक्सीन का भी हमने हिंदुस्तान में निर्माण किया जोकि उल्लेखनीय है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन कोविड का सुरक्षा कवच है और इसी दिशा में हरियाणा में अब तक दो करोड़ 83 लाख वैक्सीन लोगों को लगाई जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि कोविड एक चुनौती की तरह हमारे सामने आया और इस चुनौती का सामना करने के लिए मुख्यमंत्री का हमें लगातार मार्गदर्शन मिलता रहा और हमने इसकी दोनों लहरों में सफलता से लड़ाई भी लड़ी।

कोरोना योद्धाओं को सैल्युट, जिन्होंने निर्भीक होकर इस बीमारी का सामना किया- विज
विज ने कोरोना योद्धाओं को सलाम करते हुए कहा कि "मैं आज उन सभी डॉक्टरों, नर्सों, एंबुलेंस ड्राइवरों के साथ-साथ अन्य कर्मियों जिन्होंने निर्भीक होकर इस बीमारी का सामना किया उन्हें सलाम करना चाहता हूं-उन्हें सैल्युट करना चाहता हूं"। उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि यह कितनी घातक बीमारी है जब उनके शहर में इस बीमारी का पहला मामला सामने आया और कंटेनमेंट जोन बनाया गया तो कोई भी उस क्षेत्र में आसपास नहीं आता था, लेकिन हमारे डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने दिन-रात कोरोना मरीजों की सेवा की, जबकि इन्हें इसके जोखिम का पता था कि यह सूक्ष्म अदृश्य दुश्मन कभी भी किसी को नुकसान पहुंचा सकता है, उसके बारे में जानते हुए भी इन्होंने निर्भीक होकर कोरोना मरीजों की सेवा करने का अपना दायित्व निर्वहन किया। 

शहीद कोरोना योद्धाओं की याद में "वाल ऑफ मेमोरी" बनाई गई: विज
उन्होंने कहा कि हालांकि इस दौरान कुछ लोग शहीद हो गए जिनमें से स्वास्थ्य विभाग के 28 लोग शहीद हुए और उनकी याद में मुख्यालय तथा जिला स्तर पर "वाल ऑफ़ मेमोरी" बनाई गई है जोकि शायद देश में अपनी तरह का यह पहला प्रयास है। श्री विज ने कहा कि आने वाले 100- 200 सालों में याद रखा जाएगा कि किस प्रकार से यह बीमारी आई थी और उस समय पर क्या-क्या इंतजाम किए गए थे। श्री विज ने कहा कि इस संबंध में उन्होंने चिकित्सा शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग की एक टीम का गठन किया है जो कोविड का इतिहास लिखने का काम करेगी ताकि भविष्य की पीढिय़ों को पता लग सके कि इस घातक बीमारी का सामना उस समय के लोगों ने और कोरोना योद्धायों ने किस प्रकार से किया।

"हम 22 जिलों में आरटीपीसीआर लैब स्थापित करेंगे": विज
उन्होंने कहा कि करोना योद्धाओं की याद में मुख्यालय स्तर और हर उस जिले में वाल ऑफ़ मेमोरी की स्थापना की गई है जहां पर अंतिम समय पर इन्होंने अपने दायित्व का निर्वहन किया था। उन्होंने कहा कि आज वे इतिहास का अंग बन गए हैं यदि कभी दोबारा इस तरह की विकट परिस्थितियां बनती है तो आने वाली पीढिय़ों को इस अनुभव से सीख मिलेगी कि किस प्रकार से हमने इंतजाम किए। उन्होंने कहा कि किस प्रकार से हमने रातों-रात हरियाणा में टेस्टिंग लैब का जाल बिछाया और आज हमारे पास 18 जिलों में आरटीपीसीआर लैब है क्योंकि इस बीमारी से पार निकलने के लिए टेस्टिंग बहुत जरूरी है और हम  22 जिलों में आरटीपीसीआर लैब स्थापित करेंगे।

वयोवृद्ध डॉक्टरों का सम्मान करके हम अपनी संस्कृति और सभ्यता का निर्वहन कर रहे हैं: विज
उन्होंने कहा कि हमने मुख्यमंत्री  को अनुरोध किया कि आप अपने हाथों से प्रदेश के इन वटवृक्ष वयोवृद्ध डॉक्टरों को सम्मानित करें क्योंकि इन्होंने उस समय पर इस पेशे में शुरुआत की थी जब इतने साधन नहीं थे, इतनी दवाइयां नहीं थी और आज इनके पास अनुभव का भंडार है क्योंकि यह इतने सालों से इस प्रोफेशन में जुड़े रहे हैं। विज ने देश की संस्कृति और सभ्यता को जोड़ते हुए कहा कि यह हमारी संस्कृति और सभ्यता में है कि हम अपने बुजुर्गों का सम्मान करें बेशक आज आधुनिक चमक के आगे कुछ लोग इन चीजों को भूल गए हैं लेकिन जो देश की अपनी जड़ों का सम्मान करना चाहते हैं वह इस चीज को कर रहे हैं और उसी दृष्टि के तहत आज हम अपनी संस्कृति और सभ्यता का निर्वहन करते हुए इन वयोवृद्ध डॉक्टरों का सम्मान कर रहे हैं।

"जब सोच और नीतियां अलग होती है तो व्यवस्था भी अलग बनानी पड़ती है": विज
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई में हमारी सरकार सुरक्षा से सेवा तक काम करने की कोशिश कर रही है और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के दिखाए गए रास्ते पर चलते हुए अंतिम व्यक्ति के लाभ के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल लगातार प्रत्यनशील हैं। उन्होंने कहा कि जब सोच और नीतियां अलग होती है तो व्यवस्था भी अलग बनानी पड़ती है और जो व्यवस्था 70 सालों से स्थापित हुई थी यह हमारे सपनों को पूरा नहीं कर सकती थी इसलिए पहला काम व्यवस्था को बदलना है जिस पर हम भरपूर कोशिश कर रहे हैं और लगातार इस पर आगे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर की सरकार पारदर्शी तरीके से चल रही है और हर व्यक्ति की इसमें जवाबदेही है ऐसा करने के लिए हम तकनीक का भी सहयोग ले रहे हैं और सेवाओं का डिजिटलीकरण किया जा रहा है ताकि पारदर्शी तरीके से लोगों को लाभ दिया जा सके। उन्होंने कहा कि सभी विभागों ने अभूतपूर्व तरीके से अपने दायित्व को निभाने का काम किया है।

हरियाणा मेडिकल काउंसिल द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित करके अच्छा काम किया गया: विज
विज ने कहा कि हरियाणा मेडिकल काउंसिल द्वारा यह आज का कार्यक्रम आयोजित करके अच्छा काम किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि उन्हें पहले भी इस प्रकार के कार्यक्रम में आने का अवसर प्राप्त हुआ था जिसमें कोविड-19, के शहीद, उनके परिवारों और ऐसे लोगों को सम्मानित किया गया था जोकि इस प्रकार का देश का पहला कार्यक्रम था। आज यह जो कार्यक्रम आयोजित किया गया है यह भी एक अच्छा प्रयास है। मुझे लगता है कि यह भी देश का ऐसा इकलौता कार्यक्रम होगा जहां पर 75 साल से अधिक वयोवृद्धों को सम्मानित किया जा रहा है। मुझे बताया गया है कि आज 92 वर्ष के सबसे वरिष्ठ डॉक्टर यहां आए हुए हैं जिन्हें सम्मानित किया जाएगा जो एक अच्छा प्रयास है। उन्होंने कहा कि मैं "हरियाणा मेडिकल काउंसिल" के चेयरमैन डॉक्टर आरके अनेजा तथा उनकी पूरी टीम को इस यूनीक आइडिया के लिए बधाई व शुभकामनाएं देना चाहता हूं।


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Content Writer

Shivam

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