अंबाला एयरपोर्ट पर कब से उड़ान भरेंगे लोग, पंजाब केसरी से खास बातचीत में गृहमंत्री अनिल विज ने सबकुछ बताया

punjabkesari.in Sunday, Oct 15, 2023 - 08:41 PM (IST)

अंबाला (चंद्रशेखर धरणी) : नवरात्र के पहले दिन रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अंबाला वासियों के एक बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री ने अंबाला में एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। इस दौरान वैदिक मंत्रों से भूमि पूजन की शुरुआत हुई। इस महत्वकांक्षी परियोजना की नींव रखने में सीएम के साथ प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज सहित कई दिग्गज मौजूद रहे। इसी मुद्दे पर हमारे विशेष संवाददाता चंद्रशेखर धरणी ने अनिल विज से खास बातचीत की है।

प्रश्न : आज आपका ख्वाब पूरा हुआ है, कैसे प्रसन्नता व्यक्त करेंगे?

उत्तर : ये ख्वाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सोच के कारण पूरा हुआ है। पहले तो सारा विकास मेट्रोपॉलिटन सिटीज़ में होता था। विकास उससे बाहर गया ही नहीं, क्योंकि विकास उससे बाहर गया होता तो आज जो बॉर्डर एरिया में टेरोरिज्म है वो ना होता। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आए हैं और वे सब नीतियां आम आदमी के लिए बना रहे हैं। उन्होंने आयुष्मान भारत बनाया, हर घर नल से जल योजना बनाई, लोगों को बिजली कनेक्शन दिए, रसोई गैस दी। इसी प्रकार से उन्होंने ‘उड़ान’ योजना बनाई। उनकी सोच थी कि देश का आम नागरिग भी उड़े। उसके बाद हमने भी कोशिश की कि हमारे शहर को भी इसका लाभ मिले। हमारा एयरपोर्ट कैनटोंमेंट एरिया में है तो ये हमारे लिए काफी कंप्लीकेटेड था। हमें सिविल एन्क्लेव के लिए बाहर जगह चाहिए थी। हमने पहले बाहर जगह देखी तो वो संभव नहीं हो पाया, फिर कैनटोंमेंट एरिया में देखते तो सारी जमीन डिफेंस की थी और डिफेंस की तो दस गज जमीन लेना बहुत मुश्किल काम था। इसमें एयरफोर्स, आर्मी, सिवल, एमओडी सहित कई डिपार्टमेंट थे और सारे डिपार्टमेंट के पीछे हम ढ़ाई साल तक दौड़े। इसमें मोदी जी के साथ-साध रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जी का भी बड़ा योगदान है। हमें एयरपोर्स स्टेशन की दीवार के साथ लगी हुई जमीन चाहिए थी और 133 करोड़ रुपये जमा कराने थे, जिसमें हमारे मुख्यमंत्री जी ने योगदान दिया। उन्होंने खुला दिल रखकर ये रकम जमा करा दिए। इसके पीछे कई अड़चनें आईं लेकिन समय के साथ वो सब दूर होती चली गईं और आज यहां भूमि पूजन हो गया और शिन्यास रख दिया गया। इसके 20 करोड़ के टेंडर खुल चुके हैं औऱ वहां सिविल एन्क्लेव बनाया जाएगा। उन्होंने हमें नक्शे के ऊपर जगह दे दी है जहां पर जहाज खड़ा होगा।

प्रश्न : आपने संघर्ष कर के ये सब पूरा कराया, अंबाला के लिए कितना महत्तवपूर्ण है ये डोमेस्टिक एयरपोर्ट?

उत्तर : ये सिर्फ अंबाला के लिए ही नहीं बल्कि पूरे रीजन के लिए प्रगति का रास्ता खुला है। आज इंडस्ट्रलिस्ट ये चाहता है कि मैं अपनी इंडस्ट्री वहां लगाऊं जहां जमीन सस्ती मिले और एयर कनेक्टिविटी भी हो। गुरुग्राम और मुंबई के मुकाबले अंबाला में जमीन सस्ती है। जिसको बड़ी इंडस्ट्री लगानी है तो उसके लिए ये जगह मुफीद है। एयरपोर्ट बनने के बाद उम्मीद है कि यहां बड़े होटल, कई इंडस्ट्रियां आएंगी। अभी कुछ दिन पहले केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जी आए थे और यहां रिंह रोड का शिलान्यास कर के गए हैं, तो आने वाले समय में अंबाला को इन चीजों का फायदा मिलेगा।

प्रश्न : इस डोमेस्टिक एयरपोर्ट से कहां-कहां उड़ान भरने की कोशिश की जा रही है?

उत्तर : आज मंच से दुष्यंत चौटाला जी ने बताया कि हरियाणा सरकार ने अंबाला-दिल्ली, अंबाला-जयपुर, अंबाला-अमृतसर, अंबाला-श्रीनगर, अंबाला-बनारस के लिए लिख कर भेजा है। अंबाला एक जंक्शन है और यहां सारी गाड़ियां आती हैं। हिमाचल, वेस्टर्न यूपी, उत्तराखंड अंबाला से लगता है तो उन्हें भी इसका फायदा निश्चित रूप से मिलेगा, क्योंकि यहां ट्रेन की भी कनेक्टिविटी भी काफी अच्छी है।

प्रश्न : छावनी एरिया होने पर फौजियों को भी इसका लाभ मिलेगा?

उत्तर : अब फौजियों को भी एयर ट्रैवेल की मंजूरी दे दी गई है तो अंबाला में एयरपोर्ट बनने के बाद उनको बहुत फायदा मिलेगा, क्योंकि उनके घर दूर-दूर हैं तो यहां से आना-जाना उनके लिए बहुत आसान हो जाएगा।

प्रश्न : कितने समय में लोग यहां से उड़ान भर सकेंगे?

उत्तर : जो सिविल एन्क्लेव बनना है उसके लिए ऑफिशियली 6 महीने का समय दिया गया है लेकिन हम कोशिश करेंगे कि वो चार महीने में ही पूरा हो जाए। जैसे ही कम्प्लीट होगा वैसे ही हम यहां से फ्लाइटें शुरू कर देंगे।

प्रश्न : इसमें रक्षा मंत्री का कितना सहयोग रहा?

उत्तर : डिफेंस की जमीन बिना उनके हस्तक्षेप और सहयोग के तो मिल ही नहीं सकती थी। यहां की जो आर्मी और एयरफोर्य कोर्टेच है उन्होंने भी खूब सहयोग किया। कदम-कदम पर हमें जरूरत पड़ती थी, कदम-कदम पर आब्जेक्शन लगते थे, कदम-कदम पर हमें जरूरत पड़ती थी और हमने वो दूर कराया। इसमें सभी ने सहयोग किया है।

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Content Editor

Mohammad Kumail

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