सत्ता पक्ष के करीबियों की लगी नौकरियों का होना चाहिए श्वेत पत्र जारी : हरविंदर कल्याण
punjabkesari.in Tuesday, Dec 21, 2021 - 09:18 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में एचपीएससी के मुद्दे पर कांग्रेस पूरी तरह से आक्रामक अंदाज में नजर आई। जिसमें सत्ता पक्ष की तरफ से खुद मुख्यमंत्री ने कमान संभालते हुए करारे जवाब दिए। इस जवाबदेही में उनके सहयोगी बने घरौंडा के विधायक हरविंदर कल्याण ने एक श्वेत पत्र जारी करने की मांग करते हुए कहा कि सत्ता में रहे सभी लोग विधायक, सांसद, मंत्री, मुख्यमंत्री या उस समय के सीनियर अधिकारियों के किन करीबियों को कौन-कौन सी नौकरी दी गई, क्योंकि केवल योग्यता के आधार पर ही नौकरियां नहीं मिली। अधिकतर लोगों को नौकरियां मिलने का कारण उस समय की सत्ता के करीब होना था। जिनकी सिफारिशों के कारण उनके नाम आगे आए। इस व्यवस्था को भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने खत्म किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में भी इस प्रकार से सत्ताधारी लोगों के करीबियों को अगर नौकरियां मिली हैं, वह भी नाम सामने आने चाहिए। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
कल्याण में कहा कि 2014 मे भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही लगातार मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में व्यवस्थाओं को ठीक किया जा रहा है। पारदर्शी तरीके से हो रही भर्तियों का जिक्र पूरे देश में है। आज सर्व समाज को बिना खर्ची-बिना खर्ची नौकरी मिल रही है और अगर कोई भी व्यक्ति गलत काम करते पकड़ा जाता है, पेपर लीक या किसी भी प्रकार की गड़बड़ी सामने आती है तो इस सरकार में एक ऐतिहासिक काम हुआ है कि बिना किसी की शिकायत के खुद उस चीज को न केवल उजागर किया गया और बड़ी कार्यवाही की गई। योग्यता के आधार पर ऐसे ऐसे युवक सामने आए जो किसी विधायक या मंत्री को जानते तक नहीं। गरीब परिवारों के बच्चे मेरिट के आधार पर आज बड़ी बड़ी नौकरियों पर लगे हैं। मैंने इस विषय को सदन के पटल पर रखा है।
कल्याण ने कहा कि आज वास्तव में एक सर्वे की जरूरत है, अगर विपक्ष प्रोसीजर-इन्वेस्टिगेशन की बात करते हैं। हालांकि सरकार खुद ही गंभीर तरीके से इस पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री की तरफ से गलत काम करने वाले को कोई संरक्षण नहीं दिया जाता। मेरे स्वयं के विधानसभा क्षेत्र घरौंडा में हर गांव में इसी तरीके से इमानदारी से नौकरियां मिली हैं।जोकि पिछली सरकारों में पेपर कोई और देता था और सिलेक्शन किसी और का होता था। ऐसी दुकानों को बंद करने का काम भारतीय जनता पार्टी ने- मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया है।
'विपक्ष को एक सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए'
हरविंदर कल्याण ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की ईमानदारी पर किसी को एक फ़ीसदी भी शक नहीं है। जब विपक्ष के विधायक खुद मुख्यमंत्री की इमानदारी की बात करते है तो यह हमारी एक बड़ी ताकत है। बहुत सी चीजों को ठीक कर दिया गया है, लेकिन काफी चीजों में अभी भी गड़बड़े आती हैं, लेकिन उसमें किसी को संरक्षण नहीं मिलता। गड़बड़ी सामने आने पर एक बड़ी कार्यवाही की जाती है।
इस मौके पर घरौंडा के विधायक हरविंदर कल्याण ने हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता की तारीफ करते हुए कहा कि ज्ञान चंद गुप्ता हर सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक को खुले मन से बात करने का विचार रखने का समय देते हैं। लोकतंत्र में विधायिका का एक महत्वपूर्ण रोल होता है। विधायिका अपने क्षेत्र की समस्याओं या राज्य स्तर के मुद्दों के लिए एक सबसे बड़ा प्लेटफार्म है। कल्याण ने कहा कि कांग्रेस के इस सेशन में आक्रामक होने का महत्वपूर्ण कारण यह है कि उनके पास कोई ठोस मुद्दे नहीं है और भाजपा की सरकार और मुख्यमंत्री गंभीरता से इस काम में लगे हुए हैं। व्यवस्थाओं को ठीक करते वक्त कोई कमी नजर आने पर एक्शन लिया जाता है। लेकिन विपक्ष द्वारा हर विषय पर राजनीतिक रंग देना तर्कसंगत नहीं है। सत्ता पक्ष और विपक्ष को बहुत सी चीजों में मिलकर काम करने की जरूरत होती है। आज समाज में बहुत से काम ऐसे हैं जहां विपक्ष को एक बहुत सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए।