यही मेरा अपराध...अवॉर्ड न मिलने पर छलका गूंगा पहलवान का दर्द, कहा-भारत के लिए जीते हैं 5 मेडल
punjabkesari.in Wednesday, Jan 10, 2024 - 04:07 PM (IST)

झज्जरः जिले के सासरौली गांव के रहने वीरेंद्र सिंह उर्फ गूंगा पहलावन एक बार फिर से चर्चा में हैं। बीते दिनों महिला पहलवानों के समर्थन में गूंगा ने आवाज बुलंद की थी, उन्होंने अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटाने की घोषणा कर दी थी। जिसके बाद लोगों ने वीरेंद्र सिंह की काफी सराहना की थी। अब गूंगा पहलवान ने सोशल मीडिया के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं खेलमंत्री किरन रिजिजू से अपना दर्द बयां किया है।
दरअसल बीते दिन राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों का वितरण किया गया। जिसमें देश भर के तमाम खिलाड़ियों को खेल रत्न, मेज ध्यानचंद अवॉर्ड व अर्जुन अवॉर्ड दिया गया। वहीं अर्जुन अवॉर्ड पाने वाले खिलाड़ियों में हरियाणा के भी तीन खिलाड़ी शामिल हैं। जिसमें अंतिम पंघाल, सुनील कुमार और दिक्षा डांगर का नाम शामिल है। इसके अलावा हिमाचल की बेटी व हरियाणा की बहु कबड्डी खिलाड़ी रितु नेगी को भी अर्जुन पुरस्कार मिला है। रितु नेगी हरियाणा में गोल्डन बहु के नाम से मशहूर हैं।
माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी, व माननीय खेलमंत्री श्री @ianuragthakur जी, मुझे पांच डेफ ओलंपिक मेडल जीतने के बाद भी खेल रत्न नही मिला, और न ही हरियाणा सरकार ने पॉलिसी के तहत आठ करोड़ रुपये दिए, मेरा गुनाह इतना है मैं मूक-बधिर दिव्यांग खिलाडी हूँ..! #जयहिंद🇮🇳 pic.twitter.com/n9KJGQGJUY
— Virender Singh (@GoongaPahalwan) January 9, 2024
दरअसल खेल रत्न न मिलने पर गूंगा ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि मुझे पांच डेप ओलंपिक मेडल जीतने के बाद भी खेल रत्न पुरस्कार नहीं मिला। इसके अलावा न ही उन्हें हरियाणा सरकारी की पॉलिसी के तहत 8 करोड़ रुपये मिले हैं। विरेंद्र सिंह उर्फ गूंगा पहलवान ने कहा कि मेरा गुनाह सिर्फ इतना है कि मैं मूक-बधिर दिव्यांग खिलाड़ी हूं।
वीरेंद्र सिंह उर्फ गूंगा पहलवान पांच बार डेफ ओलिंपिक खेल चुके हैं। वह तीन बार स्वर्ण और दो बार कांस्य पदक जीत चुके हैं। इतना ही नहीं वीरेंद्र सिंह की उपलब्धियों को देखते हुए केंद्र सरकार उन्हें भीम अवॉर्ड, अर्जुन अवॉर्ड, पद्मश्री, नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित कर चुकी है। फिलहाल उन्होंने मेजर ध्यानचंद खेल रत्न के लिए नामांकन किया हुआ है।
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