धरने पर बैठे ग्रामीणों ने शुरू की भूख हड़ताल, कहा- मांगों को नहीं किया पूरा तो रोकेंगे रेल

punjabkesari.in Friday, Feb 21, 2020 - 12:50 PM (IST)

जींद (ब्यूरो) : लुदाना-मोरखी के बीच जींद-सोनीपत रेललाइन के नीचे बने अंडरपास रोड पर जलभराव के चलते 3 साल से बंद पड़े इस सड़क को खुलवाने के लिए आंदोलन कर रहे ग्रामीण वीरवार को भूख हड़ताल पर बैठ गए। भूख-हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों में लुदाना के अशोक, जगबीर, बुनी सिंह और मोरखी के भम्बू और प्रेम सिंह शामिल थे। धरने पर बैठे ग्रामीणों ने कहा कि अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो वह जींद से सोनीपत रेल मार्ग को पूरी तरह से बाधित कर देंगे।

उसके बाद की जिम्मेदारी रेलवे प्रशासन की होगी। इतना ही नहीं धरने पर बैठे ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और रेलवे अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। लुदाना में अपनी मांग मनवाने को लेकर चल रहे धरने पर वीरवार से ग्रामीणों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। भूख हड़ताल में 2 गांवों के 5 लोग शामिल रहे। भूख हड़ताल पर बैठे लोगों ने भी कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तो वह भूख हड़ताल को किसी भी तरह से खत्म नहीं करेंगे। 

उन्होंने प्रशासन को चेताते हुए कहा कि अगर इसी बीच उन्हें किसी भी तरह की कोई दिक्कत या परेशानी होती है तो उसकी जिम्मेदारी भी जिला प्रशासन और रेलवे अधिकारियों की होगी क्योंकि रेलवे के अधिकारी उनकी मांग को पूरा करने के लिए किसी भी तरह से तैयार नहीं है। रेलवे के अधिकारियों द्वारा हर बार आश्वासन ही दिया जा रहा है।

3 साल से बंद पड़े इस सड़क मार्ग को खुलवाने के लिए लुदाना में रेलवे अंडर पास के नजदीक 3 गांवों के लोगों का धरना और आंदोलन वीरवार को 11वें दिन भी जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि लुदाना और मोरखी के बीच के 3 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए 3 साल से उन्हें 8 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है। इससे उनके आधे कपड़े आॢथक रूप से वैसे ही उतर चुके हैं। ग्रामीणों ने कहा कि रेलवे अधिकारियों और सरकार पर उनके आंदोलन का असर नहीं हो रहा।

उन्होंने कहा कि अगर 25 तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो 26 फरवरी को वह जींद-सोनीपत रेलवे लाइन पर रेल रोकने का काम लुदाना में करेंगे। वीरवार को 11वें दिन अशोक, अफलातून, जगबीर समेत दर्जनों लोग शामिल हुए। इसके अलावा बुधवार को लुदाना गांव के शील भारती युवा संगठन के राहुल, बिजेंद्र, अमित, विरेंद्र, हिमांशु, मोहित, मनोज, भूपेंद्र, विपुल, सचिन, सुमित, दीपक, सुनील, राहुल, भूपेंद्र, रविंद्र, जगमहेंद्र, सन्नी, अक्षय आदि ने सड़कों पर उतरकर रेलवे अधिकारियों और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं महिलाओं में राजपति, संतोष, सरोज, कमलेश, मोनिका, कमला, कृष्णा, सुदेश, शीला, सरोज, प्यारी, रेखा, ओमपति, भरथो ने भी प्रशासन और रेलवे अधिकारियों के प्रति नारेबाजी कर रोष जताया।  


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Isha

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