विधानसभा में ''मुनि तरुण'' के प्रवचन पर टिप्पणी का मामला पहुंचा हाईकोर्ट
punjabkesari.in Saturday, Sep 10, 2016 - 11:49 AM (IST)

चंडीगढ़ (विवेक): हरियाणा की विधानसभा में जैन मुनि तरुण सागर के प्रवचनों के मामले में विवाद थमता नहीं दिखाई दे रहा है। मुनि के प्रवचनों पर टिप्पणी करने के चलते विशाल ददलानी और तहसीन पूनावाला के खिलाफ विभिन्न स्थानों पर पुलिस को दी जा रही शिकायत और दर्ज हो रहे केस का मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गया है। मामले में दोनों की ओर से अलग-अलग याचिकाओं के माध्यम से राहत की अपील की गई है। मामले की सुनवाई बुधवार को निर्धारित की गई है।
मामले में याचिका दाखिल करते हुए विशाल ददलानी और तहसीन पूनावाला ने कहा कि हरियाणा की विधानसभा में 26 अगस्त को जैन मुनि के एक घंटे के प्रवचन हुए थे। इन प्रवचनों को लेकर उन्होंने टिप्पणी की थी जिसका लोगों ने भावनाएं आहत होने की बात कहते हुए विरोध किया था। याची ने कहा कि उनका ऐसा कोई इरादा नहीं था और जैसे ही उन्हें इस बारे में प्रतिक्रिया मिली वैसे ही उन्होंने सार्वजनिक तौर पर माफी मांग ली।
इसके साथ ही जैन मुनि से भी उन्होंने माफी मांगी तो उन्होंने भी उनको माफ कर दिया। अब इस मामले का राजनीतिकरण हो रहा है और जगह-जगह पर इस मामले में आंदोलन व राजनीति के दबाव में एफ.आई.आर. दर्ज की जा रही है। याची ने कहा कि इस प्रकार उनके खिलाफ मामला दर्ज करना सही नहीं है और इस मामले में कोर्ट को हस्तक्षेप करते हुए याची के हितों की रक्षा करने की अपील की।
यह था मामला
26 अगस्त को हरियाणा की विधानसभा में जैन मुनि तरुण सागर महाराज ने एक घंटे का प्रवचन दिया था। विधानसभा में हुए इस प्रवचन पर सत्तापक्ष के साथ-साथ विपक्षी दलों में सर्वसम्मति बनाई गई थी। प्रवचन के बाद से ही यह मामला चर्चा में आ गया था और इसी दौरान आप नेता विशाल ददलानी व तहसीन पूनावाला ने सोशल मीडिया पर जैन मुनि पर टिप्पणी की थी। उनकी इस टिप्पणी के बाद जैन समाज में बवाल हो गया है। एक दिन पहले जहां दिल्ली में आप नेताओं ने मीडिया के माध्यम से माफी मांगी थी।