गूगल से जुटाए तथ्यों पर आधारित कमेटी की रिपोर्ट: दुष्यंत चौटाला

punjabkesari.in Monday, Jun 06, 2016 - 12:31 PM (IST)

चंडीगढ़: इनैलो संसदीय दल के नेता दुष्यंत सिंह चौटाला को जाट आरक्षण आंदोलन में प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की लापरवाही की जांच करने वाले पूर्व डी.जी.पी. प्रकाश सिंह की ओर से दी गई सफाई संतुष्ट नहीं कर पाई। उन्होंने उन अधिकारियों तक को मिलकर लड़ाई लड़ने का आह्वान कर डाला जिनके नामों का उल्लेख प्रकाश सिंह ने अपनी रिपोर्ट में किया है व राज्य सरकार ने उनके विरुद्ध कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
 
उन्होंने पत्रकार सम्मेलन में प्रकाश सिंह की रिपोर्ट पर सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि तथ्यों की जांच के लिए वह न तो घटनास्थलों पर गए व न ही तथ्यों की जांच की। उन्होंने कहा कि प्रकाश सिंह की रिपोर्ट गूगल से जुटाए गए तथ्यों पर आधारित है। राज्य सरकार ने अपनी विफलताएं छिपाने व दूसरे राजनीतिक दलों को बदनाम करने के लिए जो दस्तावेज उन्हें उपलब्ध करवाए, उन्हीं तथ्यों, दस्तावेज व भाषणों को उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट में शामिल कर औपचारिकता पूरी कर ली। 
 
उन्होंने फिर दोहराया कि जब तक रिपोर्ट में उनके नाम से दर्ज गलत बयान को लेकर कमेटी के तीनों सदस्यों सहित प्रदेश के गृह सचिव, गृह मंत्री सहित सभी 6 लोग माफी नहीं मांगते और जहां-जहां रिपोर्ट भेजी गई है वहां से रिपोर्ट वापस मंगवाकर इस रिपोर्ट में उनके नाम से दर्ज बयान को नहीं हटाते तब तक वह अपने स्टैंड से पीछे नहीं हटेंगे।  उन्होंने कहा कि प्रकाश सिंह ने अपनी रिपोर्ट में आंदोलनकारियों की तुलना जैश-ए-मोहम्मद व लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों से कर दी, जो कि प्रदेश के लोगों का अपमान है। 
 
दुष्यंत ने तथ्यों की पुष्टि किए बिना प्रकाश सिंह की ओर से रिपोर्ट तैयार करने के उदाहरण देते हुए कहा कि सोनीपत के गांव लाड़सौली में 16 गोलियां चली थी। डी.सी. व एस.पी. की ओर से दर्ज करवाई गई एफ.आई.आर. में दर्ज है कि वहां सिर्फ पत्थर चले थे, लेकिन प्रकाश कमेटी ने कहा है कि वहां पैट्रोल व डीजल बमों का इस्तेमाल हुआ। 
 
रोहतक के सांपला के एस.एच.ओ. राजबीर सिंह को एस.पी. 5100 रुपए का ईनाम देने की घोषणा करते हैं व प्रकाश कमेटी अपनी रिपोर्ट में उनकी भूमिका को संदिग्ध मानती है। चौटाला ने कहा कि प्रकाश कमेटी की रिपोर्ट में दर्ज जिस भाषण को अब दिग्विजय चौटाला का बता दिया गया है, उस पर अब दिग्विजय को भी कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए, क्योंकि जहां तक मेरी जानकारी है, उसमें कोई भी भड़काऊ बात नहीं है और वह गत 7 फरवरी से पहले का भाषण है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में पूर्व सी.एम. भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत अन्य नेताओं की बातचीत का जिक्र है, जिन्हें सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
 
अधिकारियों को बनाया जा रहा बेवजह टारगेट 
उन्होंने कहा कि सरकार ने अपनी जान बचाने के लिए अधिकारियों को चुन-चुन कर टारगेट किया है। रिपोर्ट में पेज नंबर 187 में मुख्यमंत्री व उनके कार्यालय के कामकाज पर पहले अंगुली उठाई फिर दबाव पडऩे पर पेज नंबर 415 जोड़कर क्लीनचिट दे दी गई। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी खुद को निर्दोष मानते हैं व प्रकाश कमेटी की रिपोर्ट से आहत हैं, उन्हें भी कानूनी कार्रवाई के लिए एकजुट होना चाहिए। इस काम में वह उनकी मदद करेंगे। 
 
शहीदों के परिजनों को मिले आर्थिक मदद 
सांसद दुष्यंत सिंह चौटाला ने महाराष्ट्र के पुलगांव में हरियाणा के नौ शहीदों की शहादत पर उन्हें श्रद्धांजलि दी व राज्य सरकार से आग्रह किया कि वह शहीदों के परिजनों को तुरंत आर्थिक सहायता मुहैया करवाएं। उन्होंने कहा कि यमुनानगर के शहीद राकी को सरकार ने 6 माह पहले 20 लाख रुपए की मदद का ऐलान किया था, लेकिन अभी तक एक रुपया भी नहीं मिला है।
 

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