मारकंडा नदी के पानी में फंसे 12 परिवारों को किया रैस्क्यू

punjabkesari.in Wednesday, Aug 21, 2019 - 01:37 PM (IST)

शाहाबाद मारकंडा: मारकंडा नदी में आए पानी से तीसरे दिन भी राहत नहीं मिली है। पूरा क्षेत्र जलमग्न है। ग्रामीणों को रोजमर्रा के कार्य निपटाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई क्षेत्र ऐसे हैं जिनमें सड़कों पर पानी बह रहा है और स्कूल, आंगनबाड़ी इत्यादि बंद हंै। सोमवार देर रात को मारकंडा नदी में आए 42,000 क्यूसिक पानी ने कहर बरपाया। सौभाग्यवश जान-माल का नुक्सान नहीं हुआ लेकिन घरों में रखा सामान पानी की भेंट चढ़ा है। पानी की मार बाजीगर कालोनी के घरों में हुई। 3-3 फीट पानी घरों में घुस गया। इसकी सूचना एस.डी.एम. राजीव प्रसाद तक पहुंचाई गई।

प्रशासन की ओर से पानी में फंसे परिवारों को निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। अंधेरा होने के कारण कोई व्यक्ति या बच्चा पानी में डूब न जाए इसलिए मंगलवार तड़के रैस्क्यू आप्रेशन चलाया। रस्सों व किश्तियों की मदद से पानी में फंसे लोगों को सामान सहित बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया। गुरुद्वारा मंजी साहिब के पीछे स्थित डेरों पर रहने वाले लोग बाहर न निकलने की जिद पर अड़े हैं। उनका कहना है कि पहले उनके पशुओं को निकाला जाए। डेरा बाजीगर सहित अन्य डेरों के लोगों ने सोमवार रात 8 बजे ही मारकंडेश्वर मंदिर में शरण ले ली थी। 

मारकंडा नदी का पानी पाडलू, पाडलू के पास सड़क को पार कर रावा से भी आगे पहुंच गया। नदी के साथ लगते गांव कठवा, झरौली, तंगौर, कलसाना, मुगल माजरा, गुमटी, अरूप नगर, मदनपुर, हबाना में भी पानी ने कहर बरपाया है। खेतों की फसलें नष्ट हो गई हैं और कई गांवों के घरों में भी पानी घुसा है और सामान का नुक्सान हुआ है। सड़कों पर पानी होने के कारण शहर में स्थापित स्कूलों की बसें बच्चों के लिए गांवों में नहीं पहुंचीं। प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से नदी के साथ लगते गांवों के स्कूलों व आंगनबाडिय़ों को बंद करवा रखा है। मारकंडा नदी के पानी में कई सांप भी नजर आए


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Isha

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