56 साल बाद मिली विमान हादसे में शहीद मुंशीराम को मुक्ति, सैन्य सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार
punjabkesari.in Friday, Oct 04, 2024 - 01:19 PM (IST)
हरियाणा डेस्क. गुर्जर माजरी गांव के मुंशीराम 56 साल पहले एक विमान हादसे में जान गंवा चुके थे। हाल ही में उनका पार्थिव शरीर बरामद किया गया। वीरवार को सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया, जिससे गांव में हर किसी की आंखों में आंसू थे। इस मौके पर भारतीय सेना जिला सैनिक बोर्ड, प्रशासनिक अधिकारी और गांव के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे और मुंशीराम को श्रद्धांजलि दी।
मुंशीराम के भाई कैलाशचंद ने बताया कि जब विमान हादसा हुआ, तब मुंशीराम की उम्र केवल 22 वर्ष थी। अगर वह जीवित होते, तो आज करीब 78 वर्ष के होते। उनकी पत्नी पार्वती देवी अब भी उनकी यादों में जी रही हैं। ऐसा कोई दिन नहीं गया, जब मैंने भाई को याद न किया हो। दिल में हमेशा यही टीस रही कि उनके अंतिम दर्शन नहीं कर सके। अब जब भाई का शव मिला, तो ऐसा लगा कि वह भी 56 साल से मुक्ति का इंतजार कर रहा था।
परिवार सेना का आभारी
कैलाशचंद ने बताया कि जब हादसा हुआ, तब उन्हें सूचना मिली थी कि सभी यात्री मारे गए हैं। उन्होंने कहा, "तीन दिन पहले मुंशीराम के पार्थिव शरीर मिलने की सूचना मिली। सिकंदराबाद हेड ऑफिस से फोन आया और मैं हैरान रह गया। हमारा परिवार आभारी है कि इतने सालों बाद मुंशीराम का पार्थिव शरीर सेना ने ढूंढ निकाला।"
विमान हादसा
यह हादसा 7 फरवरी, 1968 को हुआ था, जब भारतीय वायु सेना का एएन-12 विमान चंडीगढ़ से 102 यात्रियों को लेकर उड़ान भर रहा था। खराब मौसम के कारण यह विमान रोहतांग दर्रे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हाल ही में इस हादसे से जुड़े चार सैनिकों के शव बरामद हुए हैं, जिनमें मुंशीराम का शव भी शामिल है।