प्रदेश के 431 स्कूलों के 21,521 बच्चों का भविष्य दांव पर

punjabkesari.in Tuesday, Jan 22, 2019 - 01:48 PM (IST)

रोहतक (दीपक): पिछले डेढ़ वर्ष से प्राइवेट स्कूलों की एग्जिसिंटिंग सूची जारी न होने से प्रदेश भर से हजारों बच्चों का भविष्य दांव पर है। एग्जिसिंटिंग सूची जारी न होने से इन स्कूलों में 8वीं कक्षा में पढ़ रहे बच्चों का अभी तक एनरोलमैंट नहीं हुआ है जिसके चलते ये बच्चे परीक्षा देने से वंचित रह सकते हैं। हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ ने इस मुद्दे के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए एग्जिसिंटिंग स्कूलों की लिस्ट जल्द से जल्द भिवानी बोर्ड भेजे जाने की मांग की है ताकि इन स्कूलों में 8वीं कक्षा में पढ़ रहे बच्चों का एनरोलमैंट हो सके।

शिक्षा विभाग ने 31 मार्च 2007 से पहले के सबूतों के आधार पर प्राइवेट स्कूलों से फाइलें मांगी थीं जिसमें प्रदेश भर से 431 स्कूलों की फाइलें जिला स्तरीय कमेटी ने फाइनल करके शिक्षा सदन पंचकूला भेज दी लेकिन अभी तक इन स्कूलों को एग्जिसिंटिंग लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है। वहीं शिक्षा बोर्ड भिवानी ने इस बार 8वीं कक्षा के एनरोलमैंट करवाने शुरू कर दिए हैं लेकिन एग्जिसिं्टग सूची में नाम न होने के चलते अस्थायी सम्बद्धता लेने से वंचित रहने के कारण इन स्कूलों में 8वीं कक्षा में पढ़ रहे लगभग 21,521 बच्चों के एनरोलमैंट नहीं हो सके।

इन स्कूलों में बहुत से स्कूल ऐसे भी हैं जिन्होंने वर्ष 2011 तक 8वीं कक्षा की परीक्षा भिवानी बोर्ड से दिलवाई थी लेकिन बाद में 8वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं बंद कर दी गईं लेकिन इस बार भिवानी बोर्ड ने 8वीं कक्षा में पढऩे वाले बच्चों के एनरोलमैंट करने शुरू कर दिए हैं जिसके चलते एग्जिसिंटिंग सूची में शामिल होने से वंचित स्कूलों के बच्चे प्रभावित हो रहे हैं। हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ ने जल्द से जल्द ऐसे स्कूलों के नाम भिवानी बोर्ड भेजने और एनरोलमैंट की तिथि बढ़ाकर इन स्कूलों के बच्चों के एनरोलमैंट करवाने की मांग की।


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Deepak Paul

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