पकड़ा गया तेंदुआ, वाइल्ड लाइफ एक्ट उल्लंघन पर एफआईआर की मांग

punjabkesari.in Saturday, Oct 07, 2017 - 01:36 PM (IST)

गुरुग्राम  (सतीश राघव): आईएमटी मानेसर स्थित मारुति सुजूकी के पॉवर ट्रेन प्लांट में घुसे तेंदुए को आखिरकार वन विभाग व पुलिस की टीम ने करीब 35 घंटे की काफी जद्दोजहद के बाद काबू करने में शुक्रवार की सायं सफलता प्राप्त कर ही ली है। वन विभाग ने तेंदुए को ट्रैक्विलाइज किया था। गत दिवस वन विभाग ने तेंदुआ को काबू करने के लिए 2 बकरियों को पिंजरे में रखा था, ताकि तेंदुआ बकरियों को देखकर पिंजरे के पास आए और उसे वन विभाग के अधिकारी काबू कर सकें, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

शुक्रवार की प्रात: वन विभाग के अधिकारियों ने पिंजरे से बकरियों को निकालकर करीब 2 किलो कच्चा मांस पिंजरे में रख दिया था, लेकिन मांस की खुशबू से भी तेंदुआ नहीं आया। करीब 4 बजे सायं दूसरी शिफ्ट के शुरू होने से पहले वन विभाग के अधिकारियों ने तेंदुए को काबू कर लिया और उसे उपचार के लिए सुल्तानपुर क्षेत्र स्थित साढराणा पशु अस्पताल ले जाया गया है, जहां उसे उपचार दिया जा रहा है। करीब डेढ़ दिन प्लांट में तेंदुआ का आतंक रहा। कोई भी कर्मचारी इंजन विभाग में काम करने के लिए जाने को तैयार नहीं हुआ। इंजन का उत्पादन ठप होकर रह गया जिससे कंपनी को करोड़ों का नुकसान हुआ है। कंपनी में तैनात सुरक्षाकर्मी भी तेंदुआ की तलाश में जुटे रहे थे। इंजन प्लांट को सुरक्षा की दृष्टि से सील कर दिया गया था।

वन विभाग व पुलिस कर्मी भी बड़ी संख्या में कंपनी के इर्द-गिर्द जमा थे। सभी का ये प्रयास था कि तेंदुआ को कोई नुकसान पहुंचाए बिना काबू कर लिया जाए। इसी सब को ध्यान में रखते हुए वन विभाग के अधिकारियों ने तेंदुआ को ट्रैक्विलाइज किया, जिससे वह बेहोश हो गया और वन विभाग को उसे काबू करने में सफलता मिल गई। इस पूरे प्रकरण में किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना घटित न हुई, लेकिन उत्पादन बाधित रहा।  


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