प्रदर्शनकारियों ने नायब तहसीलदार को बनाया बंधक

punjabkesari.in Wednesday, Sep 11, 2019 - 10:51 AM (IST)

भिवानी(सुखबीर): ढाणी केहरा, ढाणी हट्ठी व ढाणी रामू के पक्के रास्ते की मांग व ढाणी केहरा के हदबस्त नंबर जारी करवाने की मांग को पिछले 14 दिन से बहल के तहसील कार्यालय के सामने धरने पर बैठे भाकियू नेता और लोगों ने मंगलवार को बहल के नायब तहसीलदार सुरेश कुमार को बंधक बना लिया। इसकी सूचना मिलने पर जब पुलिस ने मौके पर आकर नायब तहसीलदार को छुड़वाने का प्रयास किया। 

महिलाओं ने और लोगों ने पुलिस के मंसूबे को कामयाब नहीं होने दिया और इस दौरान पुलिस व लोगों के बीच खूब धक्का-मुक्की हुई। बाद में लोहारु के नवनियुक्त एस.डी.एम. अमरदीप और डी.एस.पी. गजेंद्र ने आकर लोगों के इस मामले में उचित आश्वासन देकर उनके गुस्से को शांत करवा करीब 3 घंटे से बंधक बनाए नायब तहसीलदार को छुड़वाया। यहां बता दें बहल से सटे गांव ढाणी केहरा, ढाणी हट्ठी व ढाणी रामू गांव में जाने के लिए अभी तक कोई पक्का रास्ता नहीं है।

इसलिए इन गांवों में जाने के लिए लोगों को कच्चे रास्ते से ही जाना पड़ता है। इसलिए खासकर बारिश के मौसम में इन कच्चे रास्तों पर पानी जमा होने के चलते लोगों खासकर विद्यार्थियों को अच्छी-खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए इन तीनों गांवों के कच्चे रास्तों को पक्का करवाने की मांग को लेकर भाकियू के नेतृत्व में बहल के तहसील कार्यालय के सामने पिछले 14 दिन से धरना दिया जा रहा था और इस बारे में यह ऐलान किया गया था कि मंगलवार को इस मामले में सरकार और प्रशासन से आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। इसके लिए पिछले एक सप्ताह से बहल के साथ लगते गांवों में लोगों को मंगलवार को धरनास्थल पर आने के लिए न्यौता दिया जा रहा था। 

पुलिस के साथ हुई झड़प 
नायब तहसीलदार की यह बात सुनकर लोगों में गुस्सा बढ गया और उन्होंने एक प्रकार से पंडाल के नीचे ही नायब तहसीलदार को बंधक बना लिया। जब यह बात पुलिस के पास पहुंची तो बहल थाना प्रभारी करीब 3 दर्जन पुलिसकर्मियों को साथ ले मौके पर पहुंचे और उन्होंने नायब तहसीलदार को छुड़वाने के लिए भीड़ से परे हटने को कहा।

इस पर महिलाओं और लोगों ने आगे आते हुए पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करनी शुरू कर दी। यह सिलसिला करीब 15 मिनट तक चला। जब पुलिस को यह समझ में आ गया कि नायब तहसीलदार को इस तरह नहीं छुड़वाया जा सकता तो पुलिस बल पीछे हट गया और इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। 


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Isha

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