इनोवेटिव टेक्‍नोलॉजीज के माध्यम से एआई के लिए लास्ट-माइल डिलीवरी की चुनौतियों पर काबू पाना : मिस ज़ैबा सारंग

punjabkesari.in Thursday, Sep 05, 2024 - 02:16 PM (IST)

गुड़गांव ब्यूरो : आपके साथ कभी ऐसा हुआ होगा कि आप अपने पैकेट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हों, उसकी ट्रैकिंग कर रहे हों और आखिर में उसके देरी से मिलने के कारण आपको काफी परेशानी हुई हो। बड़े शहर हों या छोटे शहर कोने-कोने में ई-कॉमर्स डिलीवरी पहुँच रही है, वैसे-वैसे लास्ट-माइल डिलीवरी की परेशानियां  काफी स्पष्ट हो रही हैं। डिलीवरी प्रक्रिया के इस अंतिम चरण में स्पीड और विश्वसनीयता के लिए ग्राहकों की बढ़ती अपेक्षाएं पूरी करना पूरी सप्लाई चेन की सफलता के लिए महत्‍वपूर्ण है। एफिशिएंसी और ग्राहकों की संतुष्टि बढ़ाने के लिए इनोवेटिव  टेक्‍नोलॉजीज के माध्यम से इन चुनौतियों को हल करना बहुत आवश्यक है।  

 

एआई के माध्यम से रूट ऑप्टिमाइजेशन 

मिस ज़ैबा सारंग, को-फाउंडर, आईथिंक लॉजिस्टिक्स के मुताबिक लास्ट-माइल डिलीवरी में सबसे बड़ी बाधाओं में से एक है शहरी वातावरण की अनिश्चितता का प्रबंधन करना। ट्रैफिक कंजेशन, पतली गलियों  और ग्राहक की उपलब्धता की स्थिति के कारण देरी और प्राइस में बढ़ोतरी हो जाती है। इसे हल करने के लिए रूट ऑप्टिमाइजेशन के लिए एआई महत्‍वपूर्ण होता है। सबसे बढ़िया रास्तों का पता लगाने के लिए एआई के अल्गोरिद्म की मदद से रियल-टाइम ट्रैफिक डेटा का  एनालिसिस किया जा सकता है। इससे न केवल डिलीवरी में समय कम लगता है, बल्कि फ्युल कंजम्‍प्‍शन ऑपरेशनल कॉस्‍ट में कमी आती है। वर्ष 2023 में सेम डे या नेक्‍स्‍ट डे डिलीवरी मॉडल का महत्‍व काफी बढ़ा है। खासकर डायरेक्‍ट टु कंज्‍यूमर (डी2सी) कॉमर्स कंपनियों के लिए यह उपयोगी साबित हुआ है, जहाँ डिलीवरी की स्पीड और एफिशिएंसी बेहतर बनाने में एआई-सॉल्‍यूशन  रूट ऑप्टिमाइजेशन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

 

एआई-सॉल्‍यूशन  प्लैटफ़ॉर्म के साथ ग्राहकों से कम्‍यूनिकेशन में सुधार 

एक और चुनौती है ग्राहकों के साथ समय पर संवाद सुनिश्चित करने की। देर से डिलीवरी होने या डिलीवरी में चूक होने से असंतोष और व्यवसाय की हानि हो सकती है। एआई-संचालित थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स कम्‍यूनिकेशन टूलकिट्स ग्राहकों को उनके सामान की डिलीवरी की स्थिति पर रियल-टाइम अपडेट्स प्रदान करता है, और ट्रांसपरेंसी तथा उनकी अपेक्षाओं का प्रबंधन बेहतर बनता है। ये प्लैटफॉर्म ईमेल, एसएमएस, इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप्स जैसे विभिन्न संचार माध्यमों के साथ आसानी से इंटीग्रेट हो सकते हैं। ऐसा होने से ग्राहकों के सामान की डिलीवरी की स्थिति के बारे में उन्हें हमेशा सूचना प्राप्त होती रहती है। यह बेहतर संचार ग्राहकों के ओवरऑल कस्‍टमर एक्‍सपीरिएंस  को काफी बेहतर बनाता है, जो धीरे-धीरे महत्वपूर्ण हो गया है, क्‍योंकि थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स कंपनियाँ सबसे बेहतरीन सेवायें देने का प्रयास करती हैं।

 

प्रिडिक्टिव एनालिटिक्‍स के साथ वापसी का कुशल प्रबंधन 

लॉजिस्टिक्स इंडस्‍ट्री को सामान की वापसी को कुशलतापूर्वक संभालने में भी समस्याओं का सामना पड़ता है। रिटर्न शिपमेंट संभालना  और इसमें कई रिसोर्सेज  का उपयोग करना पड़ सकता है। इससे अक्सर सप्‍लाई चेन में बाधा आ जाती है। लेकिन एआई और मशीन लर्निंग अल्गोरिद्म्स वापसी के प्रवाह का पूर्वानुमान लगाकर उसका प्रबंधन कर सकते हैं। इससे वापस किये गए प्रोडक्‍ट्स  की तेजी से प्रोसेसिंग होगी और कम से कम बाधा के साथ दोबारा सप्‍लाई चेन में उनका प्रवेश करना सुनिश्चित होगा। वापसी के डेटा के तरीके और ट्रेंड्स का विश्लेषण करके ये तकनीकें लॉजिस्टिक्स कंपनियों को अपनी वापसी प्रक्रियाओं को व्यवस्थित करने, वापसी से सम्बंधित खर्च कम करने और इन्वेंटरी मैनेजमेंट में सुधार करने में मदद करती हैं। प्रिडिक्टिव कैपेबिलिटी सुचारू और कुशल सप्‍लाई चेन मेंटेंन करने में महत्वपूर्ण हैं, विशेषकर जब भारत में आने वाले वर्षों में लास्ट-माइल डिलीवरी बाज़ार के काफी ग्रोथ करने की उम्मीद है।

 

 

रोबोटिक्स और एआई की मदद से वेयरहाउसिंग का ऑटोमेशन

ऑटोमेशन और रोबोटिक्स में एक और समस्या गोदामों में एआई की मौजूदगी की है, जो लॉजिस्टिक्स का दृश्‍य बदल रहे हैं। ये तकनीकें जमा करने और पैकिंग पद्धतियों को व्यवस्थित करके पैकेज को तेजी से डिस्‍पैच करने में मदद करती हैं। गोदाम में एआई इंटीग्रेशन से न केवल ऑपरेशंस में तेजी आती है, बल्कि गलतियों और लेबर कॉस्‍ट में भी कमी आती है। ऑटोमेटेड सिस्‍टम इन्वेंटरी को अधिक सटीकता से मैनेज कर सकते हैं। ये सुनिश्चित करते हैं कि प्रोडक्‍ट्स को पूरी एफिशिएंसी के साथ पिक करके पैक किया जाएगा और फिर उनकी शिपिंग की जाएगी। ऑटोमेशन सेवा को ऊँचे स्तर पर बनाए रखना और तुरंत और विश्वसनीय डिलीवरी की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए बहुत जरूरी है।  लास्ट-माइल डिलीवरी में कॉस्‍ट-एफिशिएंट स्पीड मॉडलों की ओर रुख करने से लॉजिस्टिक्स कंपनियों के लिए इन एडवांस्‍ड टेक्‍नोलॉजीज को अपनाना अनिवार्य हो गया है।

 

लास्ट-माइल डिलीवरी के भविष्य के लिए रास्‍ता बनाना 

ई-कॉमर्स और लास्ट-माइल डिलीवरी के मामले में आजकल ये अभिनव तकनीकें देश के अनेक हिस्सों में प्रमुख साधन बन गई हैं। तकनीकों में निरंतर प्रगति अधिक तेज, अधिक भरोसेमंद, और किफायती सेवाओं की चाभी है। यह न केवल ग्राहकों की संतुष्टि बढाती हैं, बल्कि ई-कॉमर्स सेक्टर में वृद्धि को प्रेरित भी करती हैं। रूट ऑप्टिमाइजेशन, रियल-टाइम कम्‍यूनिकेशन, रिटर्न के लिए प्रिडिक्टिव एनालिटिक्‍स, और वेयरहाउसिंग में ऑटोमेशन से लॉजिस्टिक्स कंपनियों को बाज़ार की लगातार बदलती माँगों को प्रभावी रूप से पूरा करने  में आसानी होती है। जैसा कि उद्योग अधिक एफिशिएंसी और कॉस्‍ट-इफेक्टिवनेस  की दिशा में बढ़ रहा है, लास्ट-माइल डिलीवरी का भविष्य तय करने में इन प्रगतियों की महत्‍वपूर्ण  भूमिका होगी।


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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