गुरुग्राम की स्वास्थ्य सेवाओं में जुड़ी आर्टेमिस हॉस्पिटल्स की 5जी इनेबल्ड एडवांस्ड एंबुलेंस
punjabkesari.in Wednesday, Jun 04, 2025 - 08:11 PM (IST)

गुड़गांव, ब्यूरो : इमर्जेंसी मेडिकल सर्विस के क्षेत्र में बड़ी पहल करते हुए आर्टेमिस हॉस्पिटल्स और मेडुलेंस ने गुरुग्राम की पहली 5जी इनेबल्ड एडवांस्ड एंबुलेंस का अनावरण किया है। गुरुग्राम के सेक्टर-51 स्थित आर्टेमिस हॉस्पिटल्स ऑडिटोरियम में आयोजित एक प्रेस मीट में इसका अनावरण किया गया। यह अभूतपूर्व पहल नेक्स्ट जनरेशन 5जी कनेक्टिविटी, एआई-संचालित डायग्नोस्टिक्स और रियल-टाइम टेलीमेडिसिन की ताकत से इमर्जेंसी केयर में बदलाव लाने के लिए तैयार है। इससे क्रिटिकल मामलों में प्रभावी रिस्पॉन्स सुनिश्चित होगा।
इस एडवांस्ड एंबुलेंस सर्विस की शुरुआत आर्टेमिस हॉस्पिटल्स द्वारा अत्याधुनिक तकनीक की मदद से स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में उसके समर्पण का हिस्सा है। यह अस्पताल के नए अभियान द पावर ऑफ 3 को भी दर्शाता है, जो इमर्जेंसी सर्विस में नए मानक स्थापित करने के लिए तैयार है। ये मानक हैं, तीन घंटियों में एंबुलेंस के लिए आई कॉल का जवाब देना, तीन मिनट के अंदर अस्पताल से एंबुलेंस रवाना करना और मरीज को लेने के 30 सेकेंड के भीतर ईआर असिस्टेंस देना।
आर्टेमिस हॉस्पिटल्स की मैनेजिंग डायरेक्टर, डॉ. देवलिना चक्रवर्ती ने कहा, "यह पहल भारत में आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए एक नया मानक स्थापित करेगी, यह सुनिश्चित करते हुए कि हर मरीज को समय पर और सटीक उपचार मिले — चाहे वह कहीं भी हो। एक ऐसे देश में जहाँ लाखों जानें केवल इलाज में देरी के कारण चली जाती हैं, यह तकनीक एक 'गेम-चेंजर' साबित होगी।"
5जी-इनेबल्ड एंबुलेंस सिर्फ एक वाहन नहीं, बल्कि इमर्जेंसी विभाग का मोबाइल एक्सटेंशन है। यह 5जी से लैस और सुपरचार्ज है। इससे रियल टाइम में वीडियो कंसल्टेशन लेने, लाइव वाइटल साइन भेजने और रास्ते में ही एक्सपर्ट एडवाइस पाने में मदद मिल सकती है। इस इंटीग्रेशन से अस्पतालों को मरीज की जरूरत के अनुरूप तैयारी करने और इलाज से संबंधित निर्णय जल्दी लेने में सहायता मिलेगी।
इससे तेज डेटा ट्रांसफर के साथ-साथ हार्ट अटैक, स्ट्रोक या ट्रॉमा जैसी गंभीर स्थितियों से तुरंत निपटना संभव होगा। इमर्जेंसी की स्थिति में हर सेकंड महत्वपूर्ण होता है और यह तकनीक तेजी से व समझदारी से कदम उठाने और अंततः अधिक लोगों की जान बचाने में सक्षम बनाती है। भारत में अनुमानित रूप से प्रतिदिन 24,012 लोगों की मृत्यु केवल इसलिए हो जाती है क्योंकि उन्हें समय पर चिकित्सा सहायता नहीं मिल पाती। AIIMS और ICMR द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि केवल 10.8% मरीज ही लक्षणों की शुरुआत के पहले एक घंटे के भीतर उचित स्वास्थ्य केंद्र तक पहुँच पाते हैं, जो जीवन रक्षक समय होता है।
मेडुलेंस हेल्थकेयर के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रणव बजाज ने कहा, “मेडुलेंस को 5जी-इनेबल्ड एडवांस्ड एंबुलेंस लॉन्च करने के लिए आर्टेमिस हॉस्पिटल्स के साथ साझेदारी का गर्व है। यह भारत में इमर्जेंसी मेडिकल केयर में बदलाव लाने की हमारी साझा प्रतिबद्धता में एक मील का पत्थर है। हम इस अग्रणी पहल को आगे बढ़ाने में विश्वास एवं सहयोग के लिए आर्टेमिस की टीम का धन्यवाद करते हैं।”