लोगों के घरों में आई दरारें, गिरने की कगार पर मकान
punjabkesari.in Sunday, Aug 08, 2021 - 07:56 PM (IST)

बादशाहपुर (अजय): नगर निगम वार्ड 25 बादशाहपुर कस्बे में करोड़ों रूपये खर्च करके दबाई गई सीवरेज लाइनें तथा नये रोड निर्माण के दौरान काफी लापरवाही निगम ठेकेदार द्वारा बरती गई। उक्त आरोप स्थानीय लोगों ने निगम ठेकेदार व् अधिकारीयों पर लगाते हुए कहा कि ठेकेदार की लापरवाही को निगम अधिकारीयों ने भी नजरअंदाज कर दिया, जिसके बाद अब खामियाजा बादशाहपुर कस्बे के लोग भुगत रहे है।
कस्बे की गलियों को बनाने से पहले पूरी तरह ठोस नही किया गया, जिसके चलते गलियाँ जगह-जगह से धंसनी शुरू हो गई। कुछ जगहों पर तो गलियों में 10 फुट से भी ज्यादा चौड़े और गहरे गड्डे अचानक अपने आप बन जाते है, जिसमे टाइलों से बना हुआ पूरा रोड धंस जाता है। बादशाहपुर सैनीपूरा मोहल्ला निवासी पीड़ित परिवार ने आरोप लगाते हुए कहा कि अब हालत यह हो गये है कि गलियों के धसने से अब मकानों की नीव भी बैठने लगी है। जिससे उनके मकानों में बड़ी बड़ी दरारें आने से उनके घर गिरने का खतरा मंडरा रहा है, जिससे उनके व् उनके पुरे परिवार पर जान का खतरा बना हुआ है। पीड़ित परिवार देवीदयाल रोहिला ने कहा कि उनके घर में कोई कमाने वाला भी नही है, जिससे उनके परिवार पर बड़ा संकट आन खड़ा हो गया है। वह निगम प्रशासन व् विधायक से मदद की गुहार लगाते है।
वही उन्होंने कहा कि वह जल्द विधायक से मिलकर अपनी समस्या को रखेगें। वही दूसरा मामला बादशाहपुर के रविदास मोहल्ले के रोहताश चौकीदार के मकान का है, रोहताश चौकीदर ने बताया कि निगम के एक ठेकेदार ने जानबूझकर चोपाल निर्माण के दौरान मलबा उनके मकान के पीछे दीवार के साथ गिरा दिया, जिससे मलबे के दबाव और पानी लगने की वजह से उनके पुरे मकान में दरारें आ गई है। इसको लेकर कई बार निगम अधिकारीयों को शिकायत की गई, लेकिन गरीब व्यक्ति की निगम अधिकारीयों ने भी नही सुनी। लापरवाही ठेकेदार के खिलाफ निगम अफसरों ने कोई कार्यवाही करने की बजाएं ठेकेदार की ही तरफदारी करते हुए हमे जल्द मकान खाली करने का निर्देश दे दिया, जब हमने ठेकेदार की लापरवाही के चलते मुआवजे की मांग की गई तो निगम अधिकारीयों ने ही हमे खरी खोटी सुनाते हुए चलते बने, जिसका आज तक हमे कोई मुआवजा व् ठेकेदार की लापरवाही के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की गई है। रोहताश चौकीदार ने कहा कि गरीब व्यक्ति की कोई नही सुनता इसलिए अब उन्होंने किसी से भी कोई सहायता की आस छोड़ दी है। इस सन्दर्भ में निगम अधिकारीयों से सम्पर्क करने का पर्यास किया लेकिन उनसे सम्पर्क नही हो सका।