डिपो होल्डर हड़प रहे गरीबों का राशन, जानकारी होने पर भी कार्रवाई नहीं कर रहा प्रशासन
punjabkesari.in Thursday, Apr 03, 2025 - 08:20 PM (IST)

नूंह, (ब्यूरो): नूंह के मालब गांव का एक डिपो होल्डर जिसके खिलाफ एसडीएम से लेकर गुप्तचर विभाग के डीएसपी ने जांच की और दोषी पाया, लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जो सीधे तौर पर सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टोलरेंस को ठेंगा दिखा रहा है और गरीबों के हकों को डकार रहा है।
इतना ही नहीं इस मामले में प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री कार्यालय से दूरभाष पर जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक नूंह को आदेश प्राप्त हुए कि संबंधित मामले में मुख्यालय स्तर पर समीक्षा की जाए। मालब गांव निवासी जमशेद ने अपनी शिकायत में गांव मालब निवासी डिपो होल्डर जाहिद व कर्मचारी/अधिकारी खाद्य एवं पूर्ति विभाग नूंह पर आपसी मिलीभगत से कोरोना काल में सरकार द्वारा लाभार्थियों को दिया जाने वाला डबल राशन मई 2021 से लेकर सितंबर 2021 तक ना देकर सिंगल राशन देने व उपभोक्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार करने के गंभीर आरोप लगाए थे।
शिकायतकर्ता की शिकायत पर महानिदेशक खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले हरियाणा के संयुक्त निदेशक ने 27 दिसंबर 2021 को उपायुक्त नूंह को पत्र भेजते हुए लिखा था कि इस मामले की जिले के किसी एचसीएस अधिकारी से जांच करवाकर 15 दिनों के अंदर रिपोर्ट भिजवाएं। उपायुक्त ने इस मामले की जांच एसडीएम नूंह को करने के लिए 25 मार्च 2022 को पत्र भेजा। जिसकी जांच कर एसडीएम नूंह ने 11 मई 2023 को करीब 17 माह बाद उपायुक्त नूंह को अपनी रिपोर्ट भेजते हुए निष्कर्ष दिया कि डिपो होल्डर जाहिद द्वारा पिछले कई वर्षों से राशन बांटने में अनियमितताएं बरती है।
जिसके चलते कई बार उक्त डिपो होल्डर की सप्लाई भी विभाग द्वारा बंद की गई है। लेकिन अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करते हुए उसने राशन वितरण किया है। उसने कई बार लोगों के हिस्से का राशन निकालने, कम राशन देने, फर्जी अंगूठे लगवाकर राशन निकालने व लोगों के राशन कार्ड अपने पास रखने जैसी अनियमितताएं बरती है।
डिपो होल्डर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने, निकाले गए अधिक राशन की रिकवरी करने तथा उसका लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश एसडीएम नूंह द्वारा अपनी जांच रिपोर्ट में की गई। गुप्तचर विभाग हरियाणा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने 29 मई 2023 को निदेशक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग हरियाणा को पत्र लिखकर बताया कि इस मामले की जांच डीएसपी सीएम फ्लाइंग रेवाडी से करवाई गई थी। जांच में 17 राशन कार्डों में तब्दीली करने, राशन कार्डों में फर्जी यूनिट चढ़ाने के कारण सरकार को 450 क्विंटल राशन की हानि हुई। इस मामले में जो भी दोषी हो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई कर उन्हें अवगत करवाया जाए।