शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों से किया सीधा संवाद
punjabkesari.in Wednesday, Jul 30, 2025 - 08:02 PM (IST)

गुड़गांव (ब्यूरो): राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रभावी कार्यान्वयन को लेकर गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
जिसमें यूनिवर्सिटी के कुलगुरु डॉ. संजय कौशिक, मुख्यमंत्री के ओएसडी डॉ. राज नेहरू, कुलसचिव डॉ. संजय अरोड़ा एवं सभी डीन, चेयरपर्सन उपस्थित रहे। शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों से सीधे संवाद करते हुए विभागीय गतिविधियों की जानकारी ली। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि गुरुग्राम यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम एवं इससे सम्बद्ध सभी कॉलेजों में एनईपी को प्रभावी तौर पर लागू कर दिया गया है।
नई शिक्षा नीति के तहत कई महत्वपूर्ण पहलें लागू की जा चुकी हैं। अधिकारियों ने शिक्षा मंत्री को क्रेडिट आधारित पाठ्यक्रम, मल्टीपल एंट्री-एग्ज़िट प्रणाली, स्किल-आधारित कोर्स, और इंटरडिसिप्लिनरी लर्निंग, स्टार्टअप, इन्क्यूबेशन सेंटर, प्लेसमेंट, इंटर्नशिप, प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और करियर काउंसलिंग आदि के बारे में बताया। शिक्षा मंत्री ने सभी शिक्षकों से बड़ी इंडस्ट्री के साथ एमओयू करने की बात कही। बैठक में यूनिवर्सिटी की डीन अकादमी अफेयर्स प्रो. नीरा वर्मा ने शिक्षा मंत्री को प्रेजेंटेशन के माध्यम से एनईपी-2020 के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु यूनिवर्सिटी द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया। जिस पर शिक्षा मंत्री ने विवि. की तैयारियों और प्रयासों की सराहना की और विश्वास जताया कि यदि राज्य के सभी उच्च शिक्षण संस्थान इसी गंभीरता से नई शिक्षा नीति को लागू करें, तो हरियाणा देश के अग्रणी शैक्षिक राज्यों में अपनी मज़बूत पहचान बना सकता है।
शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारत को वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का विजन है। इसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भूमिका भी अहम रहेगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने में हरियाणा देश का पहला राज्य बनेगा। जीयू के कुलगुरु डॉ. संजय कौशिक ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति हर संस्थान, यूनिवर्सिटी, शिक्षक, विद्यार्थी को सृजनात्मकता, नवाचार को प्रदर्शित करने का सुअवसर प्रदान करती है। उन्होंने शिक्षा मंत्री को सेक्टर-87 के नए परिसर में चलाये जा रहे पाठ्यक्रमों की जानकारी दी एवं निर्माणाधीन ब्लॉक के बारे में बताया। इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने जीयू परिसर में पौधारोपण भी किया।