गड्ढों मेें तब्दील सड़कों पर हिचकोले खा रहे उम्मीदवार
punjabkesari.in Saturday, Apr 20, 2019 - 11:25 AM (IST)
गुडग़ांव(मनोज): नगर निगम और प्रशासन की लापरवाही के कारण साइबर सिटी की सड़कों को गड्ढे से मुक्ति नहीं मिल पा रही है। अभी मुख्य मार्गों और संपर्क मार्गों पर गड्ढे देखे जा सकते हैं। खासकर नगर निगम के अधीन सेक्टरों की सड़कें तो और खराब हैं। इसका प्रमाण सेक्टर 7, सेक्टर 5, सेक्टर 10, सेक्टर 4 आदि इलाकों की सड़कें हैं जिन पर गड्ढे बने हैं और लोगों को आवागमन में घोर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विडंबना तो यह है कि इस समय चुनावी माहौल है और विभिन्न दलों के उम्मीदवार भी चुनाव प्रचार के लिए इन्हीं खराब मार्गों पर हिचकोले खा रहे हैं।
इसको लेकर जागरुक लोगों द्वारा प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है कि जिन नेताओं की उदासीनता के कारण सड़कों की यह दुर्दशा बनी हुई है उन्हें अब मालूम हो रहा है कि जनता खराब सड़कों पर कितनी परेशानी उठाकर चलती है। निगमायुक्त के आदेश की हुई अवहेलना : नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी निगमायुक्त के आदेश की अवहेलना करने से तनिक भी परहेज नहीं कर रहे हैं। निगमायुक्त यशपाल यादव ने शहर की कालोनियों और सेक्टरों की सड़कों को आगामी 10 फरवरी तक गड्डामुक्त करने का सख्त आदेश दिया था।
नगर निगम की इंजीनियरिंग विंग ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और सड़कों के गड्ढे भरने के अभियान की एकमात्र औपचारिकता निभाई गई। इसका प्रतिफल है कि जनता को सड़कों की दुर्दशा से मुक्ति नहीं मिल सकी। इसका उदाहरण शहर की खराब सड़कों को देखकर मिल रहा है। यहां तक कि मुख्य मार्गों पर भी गड्ढे बने हैं। लंबे अर्से से क्षतिग्रस्त हैं सड़कें: शहर में देखें तो कालोनियों और सेक्टरों को जोडऩे वाले संपर्क मार्गों की हालत भी वर्षों से खराब है।
पिछले करीब तीन बरसात के बाद सड़कों की रुटीन के तहत मरम्मत भी नहीं कराई जा सकी है। इसके कारण बरसातों के दौरान सड़कों पर लगातार गड्ढे बनते गए और उनकी मरम्मत नहीं कराई जा सकी।गलियों को आरसीसी कराने की मांग नगर निगम पार्षदों द्वारा लागातार की जा रही है। करीब सालभर पूर्व के प्रस्ताव लंबित पड़े हैं लेकिन इंजीनियरिंग विंग द्वारा कार्यों को कराने के लिए एस्टीमेट और टेंडर की प्रक्रिया पूरी करने में घोर लापरवाही का सामना करना पड़ रहा है।